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अब पहले से ज्यादा सुरक्षित होगा ट्रेन का सफर! इन रूट्स की ट्रेनों में रेलवे लगाएगा कवच सुरक्षा सिस्टम

आपको बता दें कि कवच सिस्टम के तहत ट्रेन में TCAS (Train collision Avoidance system) को लगाया गया है जिससे दो ट्रेनों की बीच टक्कर होने से रोका जा सके. अगर टक्कर हो भी जाती है तो किसी को जान और माल का कोई नुकसान नहीं होगा. इसके साथ ही इस सिस्टम की बदौलत ट्रेन की स्पीड में भी तेजी आएगी.

कवच सुरक्षा सिस्टम कवच सुरक्षा सिस्टम
हाइलाइट्स
  • कवच सिस्टम के तहत ट्रेन में TCAS को लगाया गया है

  • जिससे दो ट्रेनों की बीच टक्कर होने से रोका जा सके

भारत की लाइफलाइन कहा जाना वाला इंडियन रेलवे अपने यात्रियों के लिए हर दिन कुछ नया और बेहतर करने की कोशिश में लगा रहता है. ऐसी ही एक कोशिश में अब भारतीय रेलवे 'कवच' (Kavach Technology) नाम का एडवांस सिग्नलिंग सिस्टम लाने की तैयारी में है. सबसे पहले इस सिस्टम को  पूर्व मध्य रेलवे (East Central Railway) जोन में लगाया जाएगा . इस योजना का मकसद ट्रेनों में होने वाले हादसे को कम करना है और यात्रियों की सुरक्षा को बढ़ाना है. आपको बता दें कि ये सिस्टम सरकार आत्मनिर्भर भारत (Atmanirbhar Bharat) के तहत लगा रही है. 

हिन्दुस्तान टाइम्स से बात करते हुए पूर्व मध्य रेलवे के अधिकारी वीरेंद्र कुमार ने बताया कि इस सिस्टम को पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन (Pt Deen Dayal Upadhyaya Junction)-गया (Gaya)-धनबाद (Dhanbad) ग्रैंड कॉर्ड रूट पर लगाए जाने की प्लानिंग है. इसके साथ ही रेलवे ने 151 करोड़ रुपये का टेंडर इसके लिए जारी किया है. वीरेंद्र कुमार ने कहा कि इस रूट में कुल 77 स्टेशन और 79 क्रॉसिंग को कवर करेगी. इस रूट में ट्रेन को 130 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड चलने की अनुमति दी गई है.

कवच सिस्टम से ट्रेन में सफर करना पूरी तरह से होगा महफूज 
आपको बता दें कि कवच सिस्टम के तहत  ट्रेन में TCAS (Train collision Avoidance system) को लगाया गया है जिससे दो ट्रेनों की बीच टक्कर होने से रोका जा सके. अगर टक्कर हो भी जाती है तो किसी को जान और माल का कोई नुकसान नहीं होगा. इसके साथ ही इस सिस्टम की बदौलत ट्रेन की स्पीड में भी तेजी आएगी. 

ट्रेन की स्पीड में भी आएगी तेजी

इसके साथ ही यह सिस्टम माइक्रो प्रोसेसिंग (System Micro Processing), ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (Global Positioning System) और रेडियो कम्युनिकेशन (Radio Communication) की तकनीक पर भी काम करता है. जिससे किसी तरह की दुर्घटना होने के चासेंज भी कम हो जाते हैं.