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RBI MPC Meeting: अब 2000 और ₹5,000 नहीं, UPI Lite और UPI 123Pay से कर सकते हैं इतने हजार रुपए तक के पेमेंट्स, आरबीआई ने बढ़ाई लिमिट, जानिए और क्या लिया फैसला 

UPI Users: यदि आप यूपीआई लाइट यूज करते हैं तो यह खबर आपके काम की है. र‍िजर्व बैंक ऑफ इंड‍िया ने यूपीआई लाइट से होने वाले ट्रांजेक्‍शन की ल‍िम‍िट को बढ़ा द‍िया है. यूपीआई को ज्‍यादा से ज्‍यादा यूज करने के लिए प्रेर‍ित करने और ज्‍यादा इनोवेट‍िव बनाने के लि‍ए ट्रांजेक्‍शन ल‍िम‍िट बढ़ाने का फैसला क‍िया गया है. 

RBI Increased UPI Limit RBI Increased UPI Limit
हाइलाइट्स
  • यूपीआई 123 पे की सुविधा अब 12 भाषाओं में होगी उपलब्ध

  • आरबीआई ने रेपो रेट में नहीं किया कोई बदलाव 

RBI Increased UPI Limit: आजकल अधिकांश लोग छोटी से छोटी पेमेंट करने के लिए UPI (Unified Payment Interface) का इस्तेमाल कर रहे हैं. सरकार ने भी डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए कई पहलें की हैं. अब इसी पहल में एक और कदम बढ़ाते हुए भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने यूपीआई लिमिट को बढ़ा दिया है.

मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी की तीन दिवसीय मीटिंग के अंतिम दिन बुधवार को आरबीआई गवर्नर और एमपीसी चेयरमैन शक्तिकान्त दास (RBI Governor Shaktikanta Das) ने बैठक में लिए गए फैसलों की जानकारी दी. रिजर्व बैंक ने लगातार 10वीं बार रेपो रेट को अनचेंज रखा है. यह 6.5 फीसदी पर बरकरार रहेगी. इसका मतलब है कि आपकी EMI पहले की ही तरह रहेगी. उसमें कोई कमी-बेसी नहीं होगी. 

ट्रांजेक्शन लिमिट में हुआ इतना इजाफा
UPI लाइट वॉलेट की ल‍िम‍िट भी 2000 रुपए से बढ़ाकर 5000 रुपए कर दी गई है. इसके अलावा ट्रांजेक्‍शन ल‍िम‍िट को 500 रुपए से बढ़ाकर 1000 रुपए कर द‍िया गया है. अभी तक UPI लाइट वॉलेट से एक बार में आप 500 तक ही भेज या प्राप्‍त कर सकते थे. कुल मिलाकर आप 2000 रुपए तक ही रख सकते थे. अब UPI लाइट का इस्तेमाल बढ़ाने के लिए सरकार ने वॉलेट ल‍िम‍िट को बढ़ा द‍िया है.

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अब आप एक बार में 1000 रुपए तक भेज या ले सकते हैं और वॉलेट में कुल 5000 तक रख सकते हैं.वहीं UPI 123Pay से ट्रांजेक्शन लिमिट को 5000 रुपए से बढ़ाकर 10000 रुपए कर दिया गया है.  इस कदम का उद्देश्य फीचर फोन यूजर्स के लिए डिजिटल पेमेंट की उपयोगिता को बढ़ाना और छोटे लेनदेन के लिए UPI लाइट वॉलेट का उपयोग करने वालों के लिए सुविधा बढ़ाना है. यूपीआई 123 पे की सुविधा अब 12 भाषाओं में उपलब्ध होगी.

क्या है UPI 123Pay फीचर
RBI और नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने मार्च 2022 में UPI 123Pay को लॉन्च किया था. इस सर्व‍िस का मकसद उन लोगों को UPI का यूज करने में मदद करना है, जिनके पास पुराने फोन हैं. UPI 123पे फीचर फोन यूजर के लिए एक इंस्टेंट पेमेंट सिस्टम है, जो UPI पेमेंट का सुरक्षित और भरोसेमंद तरीके से यूज कर सकते हैं. UPI 123पे के जरिए फोन यूजर चार टेक्नोलॉजी ऑप्शन के आधार पर अलग-अलग प्रकार के लेनदेन कर सकते हैं. इनमें आईवीआर नंबर पर कॉल करना, फीचर फोन में ऐप की फंक्शनैलिटी, मिस्ड कॉल-बेस्ड और प्रॉक्सिमिटी साउंड बेस पेमेंट शामिल हैं. IVR के तहत यूजर्स पहले से तय नंबर पर कॉल करते हैं और ट्रांजेक्शन पूरा करने के लिए ध्वनि संकेतों का पालन करते हैं.
 
मिस्ड कॉल सिस्टम के तहत यूजर्स किसी व्यापारी-विशिष्ट नंबर पर मिस्ड कॉल देते हैं और UPI पिन के साथ लेनदेन को वेरिफाई करने के लिए कॉलबैक रिसीव करते हैं. ऐप बेस्ड वर्कफोर्स फीचर फोन के लिए एक सरल UPI ऐप जो बुनियादी भुगतान कार्य प्रदान करता है. समीपस्थ वाइस बेस्ड भुगतान के तहत यूजर्स संपर्क रहित भुगतान के लिए ध्वनि तरंगों का उपयोग करते हुए अपने फोन को व्यापारी डिवाइस पर टैप करते हैं. 

बिना इंटरनेट के कर सकेंगे पेमेंट 
UPI 123Pay को सेट अप करने के लिए यूजर्स अपने फीचर फोन पर *99# डायल करके, अपना बैंक चुनकर, अपना डेबिट कार्ड विवरण दर्ज करके और UPI पिन सेट करके UPI ID बनाते हैं. यह सिस्टम इंटरनेट एक्सेस के बिना सुरक्षित लेनदेन की अनुमति देता है, जो स्मार्टफोन के बिना वित्तीय लेनदेन की अनुमति है.

UPI से भर सकेंगे इतने लाख तक का टैक्स
RBI ने इसके अलावा यूपीआई से टैक्स भरने की लिमिट को भी बढ़ा दिया है. रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि अब यूपीआई से टैक्स भरने की लिमिट को 1 लाख रुपए से बढ़ाकर 5 लाख रुपए प्रति ट्रांजेक्शन किया जा रहा है. PwC India रिपोर्ट के मुताबिक 2028-29 तक यूपीआई पर कुल ट्रांजेक्शन 439 अरब हो जाएगा, जो अभी 131 अरब है. इससे पता चलता है कि डिजिटल पेमेंट में 91 फीसदी की उछाल आने की संभावना है.

NEFT और RTGS में मिलेगी यह सुविधा
नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर (NEFT) और रियल टाइम ग्रास सेटलमेंट सिस्टम (RTGS) में फंड ट्रांसफर को अंतिम रूप देने से पहले यूपीआई और आईएमपीएस (तत्काल भुगतान सेवा) की तरह खाताधारक के नाम के सत्यापन की सुविधा मिलेगी. वर्तमान में यूपीआई और आईएमपीएस के तहत पैसा भेजने से पहले भेजने वाले को प्राप्तकर्ता (लाभार्थी) के नाम को सत्यापित करने की सुविधा मिलती है. शक्तिकान्त दास ने कहा कि अब आरटीजीएस और एनईएफटी के तहत राशि भेजने से लाभार्थी के नाम के सत्यापन की सुविधा मिलेगी. इससे गलत व्यक्ति को पैसा जाने और धोखाधड़ी की आशंका कम होगी. आरबीआई ने कहा कि इस बारे में जल्दी ही दिशा निर्देश जारी किए जाएंगे.

NBFC को लेकर किया ये ऐलान
आरबीआई ने नॉन बिजनेस फ्लोटिंग रेट लोन को लेकर बैंकों और NBFCs को लेकर भी नई गाइडलाइंस जारी की है. आरबीआई गवर्नर शक्तिकान्त दास ने कहा कि बैंक और एनबीएफसी नॉन बिजनेस फ्लोटिंग रेट लोन पर फोरक्लोजर चार्ज और प्रीपेमेंट पेनल्टी नहीं ले सकते. इस बीच उन्होंने ये भी बताया कि बैंक और NBFCs की फाइनेंशियल स्थिति मजबूत है. बैंक एनबीएफसी निजी स्तर पर एक्सपोजर का आकलन करें. हालांकि कुछ एनबीएफसी की ग्रोथ को लेकर चिंता है.