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RBI MPC Meeting 2024: रेपो रेट में नहीं हुआ कोई बदलाव, EMI पर नहीं पड़ेगा कोई असर

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) ने रेपो रेट (Repo Rte) में कोई बदलाव नहीं किया है. रेपो रेट 6.5 फीसदी पर बरकरार है. लगातार 9वीं बार रिजर्व बैंक ने रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है. आरबीआई ने आखिरी बार फरवरी 2023 में रेपो रेट में बदलाव किया था. आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने मौजूदा वित्त वर्ष में GDP ग्रोथ 7.2 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है.

RBI Governor Shaktikanta Das RBI Governor Shaktikanta Das

भारतीय रिजर्व बैंक की मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी की बैठक में एक बार फिर से रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं करने का फैसला हुआ है. आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने ऐलान किया कि रेपो रेट को स्थिर रखने का फैसला हुआ है. इसका मतलब है कि रेपो रेट 6.5 फीसदी पर बरकरार रहेगा. ऐसा लगातार 9वीं बार है, जब आरबीआई की बैठक में रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया है. रेपो रेट में बदलाव नहीं होने से ईएमआई पर भी असर नहीं पड़ेगा. इसका मतलब है कि EMI में कोई बदलाव नहीं होगा.

रेपो रेट में बदलाव नहीं-
आरबीआई ने एक बार फिर रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है. रिजर्व बैंक ने लगातार 9वीं बार रेपो रेट 6.5 पर स्थिर रखा है. जब तक खुदरा महंगाई दर कम नहीं होता है, तब तक रेपो रेट में बदलाव की कोई संभावना नहीं है. आपको बता दें कि आरबीआई ने आखिरी बार फरवरी 2023 में आखिरी बार रेपो रेट में बदलाव किया था और इसे बढ़ाकर 6.5 फीसदी कर दिया था. उसके बाद से अब तक इसमें कोई बदलाव नहीं किया गया है. 

आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि 6 में से 4 सदस्यों ने रेपो रेट में बदलाव नहीं करने के पक्ष में थे. उन्होंने कहा कि ग्लोबल हालात चुनौतीपूर्ण हैं. इसपर आरबीआई की पैनी नजर है.  एमपीसी की बैठक में एसडीएफ 6.25 फीसदी, एमएसएफ 6.75 फीसदी और रिवर्स रेपो रेट 3.35 फीसदी पर बरकरार रखा गया है.

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EMI पर नहीं पड़ेगा कोई असर-
आरबीआई ने रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है. इसका मतलब है कि ईएमआई पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा. आपको बता दें कि रेपो रेट का सीधा संबंध लोन लेने वाले कस्टमर्स से होता है. रेपो रेट में कमी होने पर ईएमआई घट जाती है और अगर रेपो रेट में बढ़ोतरी होती है तो ईएमआई बढ़ जाती है. हालांकि इस बार आरबीआई रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है. इसलिए ईएमआई में भी कोई बदलाव नहीं होगा. रेपो रेट वो दर होता है, जिसपर आरबीआई किसी बैंक को उधार देता है.

GDP ग्रोथ 7.2 फीसदी रहने का अनुमान-
आरबीआई ने मौजूदा वित्त वर्ष के लिए जीडीपी ग्रोथ रेट 7.2 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है. आरबीआई की एमपीसी ने मौजूदा वित्त वर्ष में खुदरा महंगाई दर के 4.5 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है. गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि आरबीआई का फोकस महंगाई पर बना रहेगा. उन्होंने कहा कि फूड्स की ऊंची कीमतों ने मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही में महंगाई कम करने की कोशिशों को कमजोर किया है. हालांकि मानसून में तेजी से खुदरा महंगाई से राहत मिलने की उम्मीद है.

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