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रूस ने कहा अर्थव्यवस्था के लिए खतरा है क्रिप्टोकरेंसी, बैन की मांग

रूस के केंद्रीय बैंक ने गुरुवार को रूसी क्षेत्र में क्रिप्टोकरेंसी के इस्तेमाल और माइनिंग पर बैन लगाने का प्रस्ताव दिया है. इसके पीछे उन्होंने वित्तीय स्थिरता, नागरिकों की भलाई और इसकी मौद्रिक नीति संप्रभुता के लिए खतरों का हवाला दिया है. 

रूस ने उठाई क्रिप्टोकरेंसी पर बैन की मांग रूस ने उठाई क्रिप्टोकरेंसी पर बैन की मांग
हाइलाइट्स
  • रूस के केंद्रीय बैंक ने क्रिप्टोकरेंसी के इस्तेमाल पर बैन लगाने का प्रस्ताव दिया.

  • इस नियम का उल्लंघन करने वालों पर एक्स्ट्रा पेनाल्टी लगाने पर जोर.

दुनियाभर में इन दिनों क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) की काफी चर्चा है. कई देश जहां इस वर्चुअल करेंसी के इस्तेमाल को बढ़ावा दे रहे हैं, वहीं कुछ देशों ने इसपर बैन भी लगा दिया है. कई जगहों पर  क्रिप्टोकरेंसी के फ्यूचर को लेकर सवाल खड़े होने लगे हैं. एक के बाद एक देश इस वर्चुअल मुद्रा को किसी न किसी तरह से प्रतिबंधित कर रहे हैं. इस कड़ी में नया नाम जुड़ा है रूस का. रूस के केंद्रीय बैंक ने गुरुवार को रूसी क्षेत्र में क्रिप्टोकरेंसी के इस्तेमाल और माइनिंग पर बैन लगाने का प्रस्ताव दिया है. इसके पीछे उन्होंने वित्तीय स्थिरता, नागरिकों की भलाई और इसकी मौद्रिक नीति संप्रभुता के लिए खतरों का हवाला दिया है. 

 सेंट्रल बैंक ने इसके वॉलेटाइल और इलीगल एक्टिविटीज में इस्तेमाल होने का आरोप लगाया. "क्रिप्टोकरेंसीज: ट्रेंड्स, रिस्क्स, मीजर्स" नाम की इस रिपोर्ट में, सेंट्रल बैंक ने कहा कि क्रिप्टोकरेंसी के जरिए लोगों को अपना पैसा देश की इकोनॉमी से बाहर ले जाने का मौका मिलता है, जिससे इकोनॉमी कमजोर हो रही है. इसके साथ ही देश के लिए अपनी मॉनिटरी पॉलिसीज को बेहतर बनाए रखना मुश्किल हो रहा है. कुछ समय पहले ही सेंट्रल बैंक ऑफ रशिया ने देश और विदेश में क्रिप्टोकरेंसी में ट्रेड करने वाले क्लाइंट्स की डिटेल सहित कुछ प्राइवेट मनी ट्रांसफर के संबंध में कमर्शियल बैंकों से जानकारी जुटाने की योजना का ऐलान किया था. 

नियम तोड़ने पर एक्स्ट्रा पेनाल्टी 

देश ने भले ही 2020 में क्रिप्टो को लीगल स्टेटस दे दिया था, लेकिन रूस गुड्स और सर्विसेज के लेनदेन में पेमेंट के लिए क्रिप्टोकरेंसी को स्वीकार करने पर रोक लगा चुका है. हालांकि ताजा रिपोर्ट इस नियम का उल्लंघन करने वालों पर एक्स्ट्रा पेनाल्टी लगाने पर जोर देती है. खबरों के मुताबिक सेंट्रल बैंक ऑफ रशिया अपनी डिजिटल करेंसी या डिजिटल रूबल पेश करने की योजना पर काम कर रहा है. रिपोर्ट रूस के लिए बेहतर समाधान मानकर क्रिप्टो पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाने की बात करती है. साथ ही इसमें इस बात पर प्रकाश डाला गया है कि खनन से गैर-उत्पादक बिजली खर्च बढ़ता है. जिसकी वजह से आवासीय भवनों, सामाजिक बुनियादी ढांचे और औद्योगिक वस्तुओं में ऊर्जा की आपूर्ति के साथ ही रूसी संघ का पर्यावरण एजेंडा कमजोर होता है. 

इन देशों में लगा क्रिप्टोकरेंसी पर बैन

चीन, बांग्लादेश, रूस, मिस्र, मोरक्को, तुर्की, ईरान, अल्जीरिया, बोलीविया, कोलंबिया, इंडोनेशिया, नेपाल और उत्तरी मैसेडोनिया जैसे देशों ने भी क्रिप्टोकरेंसी के इस्तेमाल पर बैन लगा दिया है.