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Success Story: Abhishek Bansal ने IIT Delhi के 3 दोस्तों के साथ मिलकर 9 साल पहले शुरू किया था स्टार्टअप, आज हजारों करोड़ की है Shadowfax कंपनी

Shadowfax Success Story: आईआईटी दिल्ली (IIT Delhi) से पढ़ाई करने वाले चार दोस्तों ने साल 2015 में एक स्टार्टअप की शुरुआत की. Shadowfax आज हजारों करोड़ की कंपनी है. इस कंपनी की शुरुआत करने वाले चार दोस्त अभिषेक बंसल (Abhishek Bansal), वैभव खंडेलवाल (Vaibhav Khandelwal), गौरव जैथलिया (Gaurav Jaithliya) और प्रहर्ष चंद्र (Praharsh Chandra) हैं.

Shadowfax Success Story (Photo/X) Shadowfax Success Story (Photo/X)

आईआईटी दिल्ली (IIT Delhi) दो दोस्तों ने साथ पढ़ाई की. इसके बाद दोनों दोस्तों ने एक स्टार्टअप की शुरुआत की. इस आइडिया को उनके दो और दोस्तों ने भी पसंद किया और साथ जुड़ गए. इन 4 दोस्तों ने मिलकर इस स्टार्टअप में अपना सबकुछ लगा दिया. आज ये कंपनी हजारों करोड़ की है और ये दोस्त आज भी इस कंपनी को चला रहे हैं. इस कंपनी का नाम शैडोफैक्स (Shadowfax) है. चार दोस्त अभिषेक बंसल, वैभव खंडेलवाल, गौरव जैथलिया और प्रहर्ष चंद्र हैं, जिन्होंने इस कंपनी की शुरुआत की थी.

IIT से पढ़ाई करने वाला फैमिली का पहला लड़का-
चारों दोस्तों ने आईआईटी दिल्ली से पढ़ाई की है. अभिषेक बंसल ने प्रोडक्शन एंड इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग बीटेक किया है. अभिषेक अपने परिवार में आईआईटी से ग्रेजुएशन करने वाले पहले व्यक्ति हैं. पढ़ाई पूरी करने के लिए उन्होंने इस क्षेत्र में अनुभव हासिल किया. अभिषेक ने Hay Group में एसोसिएट कंसल्टेंट के तौर पर साल 2012 से 2014 तक काम किया. इस ग्रुप से पहले अभिषेक ने साल 2010 से 2011 तक छात्र कल्याण बोर्ड के महासचिव के तौर पर काम किया था.

साल 2015 में स्टार्टअप की शुरुआत-
अभिषेक बंसल ने अपने दोस्त वैभव खंडेलवाल के साथ मिलकर साल 2015 में एक स्टार्टअप शुरू किया. इस कंपनी का नाम शैडोफैक्स है. यह एंड-टू-एंड लॉजिस्टिक्स प्रोवाइडर है. बाद में इस कंपनी में अभिषेक के दो और साथी जुड़ गए. ये गौरव जैथलिया और प्रहर्ष चंद्र हैं. ये चारों कंपनी के फाउंडर टीम मेंबर हैं.

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कंपनी का क्या है काम-
शैडोफैक्स अपनी इंडस्ट्री की बड़ी प्लेयर है. शैडोफैक्स ऑन-डिमांड हाइपरलोकल डिलीवरी प्लेटफॉर्म के तौर पर काम करती है. ये उद्योगों को टेक-इनेबल्ड वन-स्टॉप डिलीवरी सेवाएं मुहैया कराती है. इसमें ई-कॉमर्स, रेस्तरां, फार्मेसी कंपनियां और एफएमसीजी के साथ ऑनलाइन ऑफलाइन खुदरा विक्रेता शामिल हैं. टेक्नोलॉजी का लाभ उठाने, ऑर्डर पर नजर रखने, डिलीवरी डेटा का विश्लेषण और कंज्यूमर इनसाइट प्राप्त करने पर कंपनी का लगातार फोकस रहा है.

हजारों करोड़ की है कंपनी-
शैडोफैक्स कंपनी हजारों करोड़ की हो गई है. शैडोफैक्स ने साल 2021-22 में 997.3 करोड़ रुपए और साल 2022-23 में 1423 करोड़ रुपए का परिचालन राजस्व दर्ज किया. कंपनी के पास 30 लाख का वेरिफाइड राइडर नेटवर्क है. इसके 1.5 लाख से ज्यादा मासिक लेनदेन करने वाले डिलीवरी पार्टनर हैं. हर दिन कंपनी 15 लाख से ज्यादा ऑर्डर डिलीवरी करती है. कंपनी का काम 2500 से ज्यादा शहरों में सेवा देती है.

किसके पास क्या है जिम्मेदारी-
अभिषेक बंसल कंपनी के को-फाउंडर और सीईओ हैं. जबकि वैभव खंडेलवाल कंपनी के को-फाउंडर और सीटीओ हैं. गौरव जैथलिया कंपनी के को-फाउंडर के साथ बिजनेस स्ट्रेटजी के हेड हैं. प्रहर्ष चंद्र को-फाउंडर और चीफ बिजनेस ऑफिसर हैं. इसके अलावा भी कंपनी में कई अहम लोग हैं. इसमें बेटा साहू ई-कॉमर्स ऑपरेशंस के वीपी हैं. जबकि नीतेश लोहिया चीफ प्रोडक्ट ऑफिसर हैं.

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