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PPF Account: मैच्योरिटी के बाद पब्लिक प्रोविडेंट फंड अकाउंट को बंद करना चाहिए या बढ़ाना चाहिए? जानें एक्सटेंशन के फायदे

PPF, जिसे निवेश और रिटर्न में उपयोग के लिए छोटे योगदान को प्रोत्साहित करने के लिए पहली बार देश में 1968 में लॉन्च किया गया था. भारत का कोई भी नागरिक पीपीएफ अकाउंट को बैंक या पोस्‍ट ऑफिस कहीं भी खुलवाया जा सकता है. 

पीपीएफ अकाउंट के एक्सटेंशन के हैं कई फायदे (फोटो प्रतीकात्मक) पीपीएफ अकाउंट के एक्सटेंशन के हैं कई फायदे (फोटो प्रतीकात्मक)
हाइलाइट्स
  • वर्तमान में पीपीएफ पर 7.10 फीसदी के हिसाब से मिल रहा ब्‍याज 

  • PPF निवेश के लिए सबसे बेहतर विकल्पों में से है एक 

यदि आपका PPF यानी पब्लिक प्रोविडेंट फंड में अकाउंट है तो ये खबर आपके काम की है. मैच्योरिटी के बाद जब आप इसका पैसा निकालते हैं तो इस पर कोई टैक्स नहीं देना होता है. आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि मैच्योरिटी के बाद PPF Account को बंद करना चाहिए या बढ़ाना चाहिए और एक्सटेंशन करने पर क्या-क्या फायदे मिलते हैं?

पीपीएफ, जिसे निवेश और रिटर्न में उपयोग के लिए छोटे योगदान को प्रोत्साहित करने के लिए स्थापित किया गया था, पहली बार भारत में 1968 में लॉन्च किया गया था. पब्लिक प्रोविडेंट फंड में कोई भी भारतीय नागरिक अपना योगदान दे सकता है. पीपीएफ अकाउंट को बैंक या पोस्‍ट ऑफिस कहीं भी खुलवाया जा सकता है. इसमें निवेश करके आप नौकरी के बिना भी प्रोविडेंट फंड का लाभ ले सकते हैं और भविष्‍य में इसके जरिए तगड़ा रिटर्न ले सकते हैं. पीपीएफ अकाउंट 15 सालों के लिए खोला जाता है. वर्तमान में पीपीएफ पर 7.10 फीसदी के हिसाब से ब्‍याज मिल रहा है. 

5-5 साल में अनिश्चित काल के लिए बढ़ा सकते हैं PPF Account
PPF Account का मैच्योरिटी पीरियड 15 साल का रहता है लेकिन ऐसी नहीं है कि 15 साल बाद आपको अपना पैसा निकालकर खाता बंद करना पडे़. आप इसे 5-5 साल में अनिश्चित काल के लिए बढ़ा सकते हैं. आपके पास पीपीएफ खाते के परिपक्व होने पर तीन विकल्प उपलब्ध हैं. पहला पीपीएफ बैलेंस की निकासी, दूसरा  बिना निवेश के पीपीएफ खाता विस्तार और तीसरा, निवेश विकल्प के साथ पीपीएफ खाता विस्तार. 15 साल बाद आप अपना अकाउंट दो तरह से आगे बढ़ा सकते हैं. पहला, खाते के मैच्योर के बाद आप निवेश विकल्प के साथ अपना अकाउंट पांच साल के लिए बढ़ा सकते हैं. PPF अकाउंट बढ़ाने के लिए आपको मैच्योरिटी पूरा होने के एक साल पहले ही अर्जी देनी होगी. दूसरा, बिना निवेश के पीपीएफ खाता विस्तार. PPF अकाउंट मैच्योर होने के बाद भी एक्टिव रहता है. आपकी PPF मैच्योरिटी 5 सालों के लिए बढ़ जाती है. इसमें किसी पेपरवर्क की आवश्यकता नहीं होती है. 

क्या है अकाउंट एक्सटेंशन के लिए नियम
1. अकाउंट एक्सटेंशन के लिए आपको जहां से अकाउंट खुलवाया है, वहां जाकर एप्लीकेशन देना होगा. ध्यान रहे आपको एप्लीकेशन मैच्योरिटी के 1 साल पहले देनी होगी.
2. अकाउंट एक्सटेंशन के बाद आप इसमें 5 साल के सालाना 500 रुपए से निवेश कर सकते हैं. 
3. यदि आप एक्सटेंशन के बाद इसमें पैसे नहीं जमा करते हैं तो आपका अकाउंट बंद हो जाएगा और आपको इसके लिए पेनल्टी भी देनी पड़ सकती है.
4. पीपीएफ एक्सटेंशन के बाद आप इसमें से एक साल में सिर्फ एक बार ही पैसे निकाल सकते हैं.
5. पीपीएफ अकाउंट एक्सटेंशन के बाद आपको इसपर ब्याज नार्मल PPF अकाउंट की तरह ही मिलता है और टैक्स छूट भी मिलती रहती है.

मिलता है टैक्स छूट का लाभ
यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि 15 साल की निवेश लॉक-इन अवधि से पहले पीपीएफ खाते की शेष राशि को पूरी तरह से नहीं निकाला जा सकता है. पीपीएफ भारत सरकार द्वारा गारंटीकृत 100 प्रतिशत जोखिम मुक्त मामूली बचत योजना है. पीपीएफ ईईई की श्रेणी में आता है. यानी योजना में किए गए पूरे निवेश पर आपको टैक्स छूट का लाभ मिलता है. इसके साथ ही इस योजना में निवेश से मिलने वाले ब्याज और निवेश की पूरी राशि पर भी किसी तरह का टैक्स नहीं देना होता. इसमें इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80C के तहत सालाना 1.5 लाख रुपए तक के निवेश पर टैक्स छूट का लाभ लिया जा सकता है.

परिपक्वता के बाद पीपीएफ खाता विस्तार के फायदे
मैच्योरिटी के बाद पीपीएफ अकाउंट को एक्सटेंड करने का सबसे महत्वपूर्ण लाभ यह है कि अगर पांच साल का एक्सटेंशन पूरा होने से पहले कोई वित्तीय आपात स्थिति उत्पन्न होती है, तो व्यक्ति पीपीएफ मैच्योरिटी राशि का 60% लेने में सक्षम होगा. 
विशेषज्ञों का कहना है कि परिपक्वता के बाद पीपीएफ में निवेश जारी रखने में कोई बुराई नहीं है. जब बड़ी राशि की आवश्यकता नहीं होती है, तो एक विस्तार प्रस्ताव का प्रयोग किया जा सकता है. 

पीपीएफ कर-मुक्त है, पीपीएफ निकासी अंतिम विकल्प होना चाहिए. किसी को पीपीएफ में निवेश जारी रखने का प्रयास करना चाहिए क्योंकि यह एक निवेशक को बैंक सावधि जमा (एफडी) रिटर्न को आसानी से मात देने में मदद करता है और 100 प्रतिशत जोखिम-मुक्त है. पीपीएफ खाताधारकों को परिपक्वता के बाद अपने पीपीएफ खाते की अवधि को बढ़ाते रहना चाहिए क्योंकि यह उन्हें बैंक सावधि जमा और अन्य कम जोखिम वाले निवेशों की तुलना में अधिक रिटर्न देता है. पीपीएफ योजना उन लोगों के लिए सबसे अच्छा विकल्प है जो बहुत अधिक जोखिम उठाना पसंद नहीं करते हैं.