आज कल स्पोर्ट्स फैंटेसी गेम्स का नाम लेते ही सबसे पहला ख्याल आता है ड्रीम 11 का. ऐसा नहीं है कि ड्रीम 11 पहला स्पोर्ट्स फैंटेसी प्लेटफॉर्म है, लेकिन इसने खुद को लीडर के तौर पर खड़ा किया है. हर्ष जैन और भावित शेठ ने 2008 में ड्रीम11 को साथ मिलकर शुरू किया था. आइए आपको आज ड्रीम 11 की कहानी सुनाते हैं, कि कैसे ये महज एक आइडिया से एक यूनिकॉर्न कंपनी बन गई.
कैसे आया ड्रीम-11 का आइडिया?
ड्रीम 11 के को-फाउंडर हर्ष जैन हमेशा से फैंटेसी स्पोर्ट्स के बहुत बड़े फैन थे. हर्ष पढ़ाई के सिलसिले में बाहर रहते थे. ये वही समय था जब उनका दिल फैंटेसी स्पोर्ट्स में लगा. वो 2001 से इंग्लिश प्रीमियर लीग फैंटेसी फुटबॉल बड़े मन से खेला करते थे. अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद हर्ष इंडिया वापस लौट आए. कुछ ही समय बाद भारत में 2008 में आईपीएल शुरू हुआ तो उन्होंने क्रिकेट के लिए फैंटेसी प्लेटफॉर्म ढूंढना शुरू किया. लेकिन उन्हें ये जानकर बहुत हैरानी हुई की भारत में एक भी क्रिकेट फैंटेसी गेमिंग प्लेटफॉर्म नहीं है.
भारत एक ऐसा देश है, जहां गली-गली में क्रिकेट के दीवाने मिल जाएंगे और ऐसे देश में क्रिकेट फैंटेसी गेम न होना हर्ष के लिए हैरान करने वाली बात थी. जबकि बाहर के देशों में 70 फीसदी स्पोर्ट्स फैन्स फैंटेसी ऐप के यूजर थे.
तो इस तरह हर्ष को अपना क्रिकेट फैंटेसी ऐप लॉन्च करने का आइडिया आया. हर्ष ने अपना ये आइडिया अपने कुछ दोस्तों को सुनाया. उनके बचपन के दोस्त भावित ने इस आइडिया पर उनके साथ का करने के लिए हां भर दी.
क्रिकेट की दुनिया का सोशल मीडिया था ड्रीम 11
2008 में दोनों ने ड्रीम 11 की शुरुआत की. स्टार्ट करते वक्त हर्ष ने ड्रीम11 को क्रिकेट सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म की तरह लॉन्च किया. उस वक्त ये सभी यूजर्स के फ्री टू यूज था. ऐप पर आने वाले यूजर्स को पैसे नहीं देने पड़ते थे. हालांकि बीच-बीच में ऐड आते थे. इन्हीं ऐड्स से ड्रीम 11 की कमाई होती थी. हालांकि बिजनेस मॉडल के लिहाज से रेवेन्यू और कमाई ज्यादा नहीं हो रही थी.
ड्रीम 11 को बनाया बिजनेस मॉडल
2012 में कंपनी ने ड्रीम 11 की पहली बार प्रीमियम सर्विस लॉन्च की. प्रीमियम मॉडल में यूजर्स होने वाले मैच के प्लेयर्स में से अपनी टीम बना सकते थे. वहीं जो लोग फ्री खेलना चाहते थे वो टीम बनाकर कॉन्टेस्ट में हिस्सा ले सकते हैं. जितने लोग पैसे लगाते हैं, मैच खत्म होने के बाद उनकी रैंकिंग तैयार होती है और उस हिसाब से जीतने वाली टीम को पैसे मिलते थे. इस मॉडल के बाद से बिजनेस को ज्यादा तगड़ा रिस्पॉन्स मिलने लगा.
2014 में जुटाई फंडिंग
यूजर्स से अच्छा रिस्पॉन्स मिलने लगा तो फाउंडर्स ने कैपिटल जुटाने का प्लान बनाया. कंपनी ने अब तक टोटल 9 राउंड में 1.62 बिलियन डॉलर का फंड जुटाया है. कंपनी ने सबसे पहली फंडिंग 2014 में जुटाई थी हालांकि कंपनी ने इस राउंड की ज्यादा डिटेल पब्लिक डोमेन में साझा नहीं की हैं. 2020 में 100 मिलियन यूजर्स पाए. मगर ये अभी भी कोविड से पहले की ग्रोथ से 80 फीसदी कम है. 2021 में उसका यूजर बेस बढ़कर 140 मिलियन पर पहुंच गया है.