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Share Market Crash and Warren Buffett: मंहगाई और शेयर मार्केट क्रैश में ये तीन अरबपति बने सुपरहिट! जानें इन्होंने कैसे बचाई अपनी दौलत?

एलन मस्क की नेटवर्थ में 130 बिलियन डॉलर की गिरावट आई. जेफ बेजोस 45.2 बिलियन, मार्क जुकरबर्ग 28.1 बिलियन और बर्नार्ड अर्नाल्ट 18.6 बिलियन डॉलर हारे. बिल गेट्स का नुकसान सिर्फ 3.38 बिलियन रहा, लेकिन वो भी बफेट से पीछे हैं. इन सबकी नेटवर्थ घटी, क्योंकि इनके निवेश टेक और लग्जरी सेक्टर में थे, जो क्रैश से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए. लेकिन जेफ और झांग ने स्मार्ट चॉइस से बाजी मारी.

Stock Market Crash Stock Market Crash

क्या आपने कभी सोचा कि जब मंहगाई आसमान छू रही हो और शेयर मार्केट धड़ाम से गिर रहा हो, तब दुनिया के कुछ ऐसे निवेशक भी हैं जिन्होंने अपने पैसे को सुरक्षित ही नहीं बल्कि बढ़ाया भी है. इनमें सबसे ज्यादा चर्चा वॉरेन बफेट की हो रही है.

क्या आपने कभी सोचा कि जब शेयर मार्केट धड़ाम से गिर रहा हो और मंहगाई लोगों की जेब खाली कर रही हो, तब कुछ लोग अपनी दौलत कैसे बढ़ा लेते हैं? एक तरफ दुनिया के मशहूर निवेशक वॉरेन बफेट हैं, जिनकी नेटवर्थ इस साल 12.7 बिलियन रुपये बढ़ी और वो 150 बिलियन रुपये के साथ दुनिया के छठे सबसे अमीर शख्स बन गए. लेकिन रुकिए! दो ऐसे अरबपति हैं, जिन्होंने बफेट को भी पीछे छोड़ दिया और अपनी दौलत में इससे ज्यादा इजाफा कर लिया. 

शेयर मार्केट का भूचाल और बफेट का कमाल!
7 अप्रैल 2025 को जब शेयर मार्केट में तूफान आया, निवेशकों में डर का माहौल था. लोग घबराहट में अपने शेयर बेच रहे थे, लेकिन इस बीच "ओरेकल ऑफ ओमाहा" यानी वॉरेन बफेट सोशल मीडिया पर छाए हुए थे. उनकी कंपनी बर्कशायर हैथवे के चेयरमैन बफेट ने इस साल अपनी नेटवर्थ में 12.7 बिलियन रुपये (लगभग 12,700 करोड़ रुपये) का इजाफा किया. उनकी कुल संपत्ति अब 150 बिलियन रुपये (1.5 लाख करोड़ रुपये) तक पहुंच गई. ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स के मुताबिक, वो दुनिया के टॉप-6 अमीरों में शामिल हैं.

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लेकिन कहानी में ट्विस्ट तब आया, जब पता चला कि दो अरबपति- जेफ यास और झांग यिमिंग ने बफेट से भी ज्यादा दौलत अपने खाते में जोड़ ली. जहां बफेट ने 12.7 बिलियन रुपये कमाए, वहीं जेफ ने 12.8 बिलियन और झांग ने 13.6 बिलियन रुपये की बढ़ोतरी की. हैरानी की बात ये कि इन दोनों की कुल नेटवर्थ बफेट से कम है. जेफ की 58.6 बिलियन और झांग की 57.5 बिलियन रुपये. तो आखिर ये लोग कौन हैं, और इनका पैसा बचाने का जादू क्या है?

जेफ यास- पोकर से शेयर तक का जादूगर!
जेफ यास कोई आम अरबपति नहीं हैं. वो अमेरिका की सबसे बड़ी ट्रेडिंग फर्म सस्क्वेहाना इंटरनेशनल ग्रुप के को-फाउंडर हैं. उनकी कंपनी डेरिवेटिव्स पर फोकस करती है. ये वो फाइनेंशियल प्रोडक्ट्स हैं, जो शेयर मार्केट के उतार-चढ़ाव से कमाई का मौका देते हैं. लेकिन जेफ का असली दिमाग तो उनकी ट्रेनिंग में छिपा है. वो अपने ट्रेडर्स को पोकर टूर्नामेंट्स में हिस्सा दिलवाते हैं, ताकि उनकी डिसीजन-मेकिंग स्किल्स तेज़ हों. नतीजा? सस्क्वेहाना के ट्रेडर्स ने वर्ल्ड सीरीज ऑफ पोकर में 3 ब्रेसलेट जीते हैं!

जेफ की कंपनी में थोड़ी हिस्सेदारी बाइटडांस की भी है वही कंपनी जो टिकटॉक की मालिक है. जब मार्केट क्रैश हुआ, जेफ ने स्मार्ट मूव्स खेले. डेरिवेटिव्स के ज़रिए वो जोखिम को कंट्रोल करते हैं और मुनाफा कमाते हैं. मंहगाई के इस दौर में जहां बाकी लोग घाटा उठा रहे थे, जेफ ने अपनी दौलत में 12.8 बिलियन रुपये जोड़ लिए. उनका मंत्र है- सही समय पर सही दांव लगाओ, फिर चाहे मार्केट गिरे या चढ़े!

झांग यिमिंग- टिकटॉक का बादशाह!
दूसरे सुपरस्टार हैं झांग यिमिंग, जिन्होंने बाइटडांस की नींव रखी. ये वही कंपनी है, जिसने टिकटॉक को दुनिया का सबसे पॉपुलर वीडियो ऐप बनाया. बीजिंग में बेस्ड बाइटडांस की पहुंच 110 बिलियन यूजर्स तक है. 2023 में इस कंपनी ने 110 बिलियन डॉलर से ज्यादा की कमाई की थी. झांग ने मार्च 2021 में CEO की कुर्सी छोड़ दी, लेकिन उनकी दौलत बढ़ती रही. इस साल उनकी नेटवर्थ में 13.6 बिलियन रुपये का इजाफा हुआ.

टिकटॉक की कामयाबी का राज है- यूज़र्स का पागलपन. मंहगाई हो या क्रैश, लोग टिकटॉक पर वीडियो बनाना और देखना नहीं छोड़ते. झांग ने सोशल मीडिया की ताकत को समझा और उसे कैश मशीन में बदला. जब बाकी बिलियनेयर्स जैसे एलन मस्क (130 बिलियन का नुकसान) और जेफ बेज़ोस (45.2 बिलियन का नुकसान) मार्केट के झटकों से परेशान थे, झांग ने अपनी कंपनी की ग्रोथ से दौलत का ढेर लगा लिया.

बफेट का जादू- सादगी और धैर्य!
अब बात करते हैं वॉरेन बफेट की, जिन्हें दुनिया "निवेश का भगवान" मानती है. मंहगाई और क्रैश के इस दौर में बफेट ने अपनी दौलत कैसे बचाई? उनका पहला मंत्र है- कम में ज्यादा. वो कहते हैं, "अपने फील्ड में बेस्ट बनो, तो मंहगाई तुम्हारा कुछ नहीं बिगाड़ सकती." दूसरा मंत्र है- क्वालिटी कंपनियों में निवेश. कोका-कोला में उनका 36 साल पुराना निवेश आज भी मुनाफा दे रहा है.

लेकिन बफेट का असली हथियार है उनकी "ना" कहने की कला. वो हर सौदे में नहीं कूदते. 2024 में जब मार्केट ऊंचाइयों पर था, बफेट ने ऐपल के शेयर बेचे और 325 बिलियन डॉलर का कैश रिजर्व तैयार किया. जब क्रैश आया, तो वो तैयार थे. उनका कहना है, "जब बाकी लोग डरें, तब लालच करो." 2008 के संकट में उन्होंने गोल्डमैन सैक्स में 5 बिलियन डॉलर लगाए थे, और आज वो फिर से मौके की तलाश में हैं.

मार्केट क्रैश का कहर
जब हम बफेट, जेफ और झांग की कामयाबी की बात करते हैं, तो बाकी अरबपतियों का हाल देखना भी जरूरी है. एलन मस्क की नेटवर्थ में 130 बिलियन डॉलर की गिरावट आई. जेफ बेजोस 45.2 बिलियन, मार्क जुकरबर्ग 28.1 बिलियन और बर्नार्ड अर्नाल्ट 18.6 बिलियन डॉलर हारे. बिल गेट्स का नुकसान सिर्फ 3.38 बिलियन रहा, लेकिन वो भी बफेट से पीछे हैं. इन सबकी नेटवर्थ घटी, क्योंकि इनके निवेश टेक और लग्जरी सेक्टर में थे, जो क्रैश से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए. लेकिन जेफ और झांग ने स्मार्ट चॉइस से बाजी मारी.

वॉरेन बफेट के मंहगाई में पैसा बचाने के 5 टिप्स!

  1. कैश रखें: बफेट की तरह क्रैश के लिए तैयार रहें. कुछ पैसा हमेशा बचाकर रखें.  
  2. "ना" कहें: हर निवेश में न कूदें. सही मौके का इंतजार करें.  
  3. क्वालिटी चुनें: ऐसी कंपनियों में पैसा लगाएं जो हर हाल में टिकें.  
  4. गलतियों से सीखें: अपनी और दूसरों की गलतियों को सबक बनाएं.  
  5. धैर्य रखें: मार्केट को टाइम करने की कोशिश न करें, लंबे समय के लिए निवेश करें.

जेफ और झांग का मंत्र- रिस्क और इनोवेशन!
जेफ यास हमें सिखाते हैं कि जोखिम लेना जरूरी है, लेकिन उसे कंट्रोल करना भी आना चाहिए. डेरिवेटिव्स और पोकर की ट्रेनिंग से वो मार्केट के उतार-चढ़ाव को मात देते हैं. दूसरी तरफ, झांग का फंडा है- लोगों की जरूरत को समझो. टिकटॉक ने दिखाया कि मंहगाई के दौर में भी एंटरटेनमेंट की डिमांड कम नहीं होती. इन दोनों ने साबित किया कि क्रिएटिविटी और स्मार्ट रिस्क ही आपको आगे ले जाते हैं.