फ्रूटी बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी के बीच काफी फेमस है. एक समय कंपनी टर्नओवर 300 करोड़ रुपए था. लेकिन आज ये ब्रांड 8 हजार करोड़ का बन चुका है. इसका श्रेय नादिया चौहान को जाता है. जब ये लड़की 17 साल की थी, तब ब्रांड मैनेजर के तौर पर कंपनी ज्वाइन की थी. लेकिन अपनी मेहनत और लगन से कंपनी को बुलंदियों पर पहुंचा दिया. नादिया चौहान फ्रूटी (Frooti) बनाने वाली कंपनी पारले एग्रो (Parle Agro) के फाउंडर प्रकाश चौहान की बेटी हैं. चलिए नादिया की सफलता की कहानी बताते हैं.
कैलिफोर्निया में जन्म, मुंबई में पालन-पोषण
नादिया चौहान पारले एग्रो को फाउंडर प्रकाश चौहान की बेटी है. उनका जन्म अमेरिका के कैलिफोर्निया में हुआ था. लेकिन उनका पालन-पोषण मुंबई में हुआ है. उनकी पढ़ाई-लिखाई एचआर कॉलेज से हुई है. नादिया ने कॉमर्स की पढ़ाई की है. नादिया को बचपन से ही पिता ने बिजनेस के लिए तैयार किया था. नादिया की एक बड़ी बहन भी है.
17 साल की उम्र में ज्वाइन की कंपनी-
नादिया 11 साल की उम्र से ही पिता के साथ फैक्ट्री और ऑफिस में आने-जाने लगी थी. उस समय से ही उनकी दिलचस्पी बिजनेस में होने लगी थी. नादिया जब 17 साल की थी, तब उन्होंने पारले एग्रो के ब्रांड मैनेजर की पोस्ट पर ज्वाइन किया. उन्होंने साल 2003 में कंपनी में मार्केटिंग की जिम्मेदारी संभाल ली.
नादिया ने बदली फ्रूटी की पैकेजिंग-
इसके बाद सबसे पहले नादिया ने कंपनी के प्रोडक्ट फ्रूटी की पैकेजिंग बदली. आपको बता दें कि फ्रूटी को साल 1984 में लॉन्च किया गया था. लोगों ने इसे खूब पसंद किया. उस समय फ्रूटी हरे रंग के पैकेट में आती थी. लेकिन नादिया से फ्रूटी का पैकेट पीले रंग का किया. इतना ही नहीं, नादिया ने फ्रूटी का छोटा समोसा पैक लॉन्च किया. लोगों ने इसे खूब पसंद किया. नादिया चौहान ने जब कंपनी ज्वाइन की थी, तब कंपनी का टर्नओवर 300 करोड़ था. लेकिन आज कंपनी की सेल 8000 करोड़ रुपए से ज्यादा की है.
नादिया ने Appy Fizz को लॉन्च किया-
नादिया ने साल 2005 में Appy Fizz नाम का प्रोडक्ट लेकर आई, जो काफी पॉपुलर हुई. नादिया का ये फैसला गेम-चेंजर साबित हुआ. Appy Fizz में सेब जूस को पैक करके बेचा जाता था. इससे पहले भारत में सेब जूस को पैक करके बेचने चलन नहीं था.
कंपनी को बढ़ाया-
कंपनी का डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क काफी मजबूत है. देश में 20 लाख दुकानों तक फ्रूटी प्रोडक्ट पहुंचता है. नादिया ने पारले एग्रो के प्रोडक्ट्स को विदेशों में भी पहुंचाया. कंपनी ने पैकेज्ड वाटर Baillay का कारोबार भी बढ़ाया और इसको एक हजार करोड़ तक पहुंचाया. नादिया की मेहनत से कंपनी 300 करोड़ से 8 हजार करोड़ की बन गई है.
ये भी पढ़ें: