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Danube Group Success Story: गरीबी में बीता मुंबई के इस लड़के का बचपन, दुबई में खड़ा किया हजारों करोड़ का कारोबार

दुबई के मशहूर बिजनेस टाइकून रिज़वान साजन का सफर उनके समर्पण और दृढ़ता को दर्शाता है. कभी सड़क पर पटाखे बेचने वाले रिज़वान आज अरबों के बिजनेस के मालिक हैं और टॉप बिजनेसमैन हैं.

Danube Group Founder Rizwan Sajan (Photo: Danube Group Website) Danube Group Founder Rizwan Sajan (Photo: Danube Group Website)
हाइलाइट्स
  • बचपन में बेची किताबें, दूध और पटाखे 

  • मेहनत से बदली अपनी किस्मत 

दुबई के मशहूर Danube Group के मालिक रिज़वान साजन मूल रूप से भारत से ताल्लुक रखते हैं. Danube Group रियल एस्टेट डेवलपमेंट, होम डेकॉर और बिल्डिंग मेटेरियल्स में डील करता है. रिज़वान मुंबई के एक मध्यम वर्गीय परिवार से हैं, और आज उनका बिजनेस की दुनिया में टॉप पर होना इस बात को साबित करता है कि अगर आप सही राह पर सही मेहनत करें तो खुद अपनी किस्मत बदल सकते हैं. 

बचपन में बेची किताबें, दूध और पटाखे 
वर्तमान में संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में रहने वाले रिज़वान का जन्म घाटकोपर क्षेत्र के पास मुंबई की कच्ची बस्तियों में हुआ था. उनके पिता जहां काम करते थे वहां से उन्हें 7000 रुपए की सैलरी मिलती थी जो पांच लोगों के परिवार के लिए पर्याप्त नहीं थी. रिज़वान के दो और छोटे भाई-बहन थे. रिज़वान ने अपने पिता की मदद करने के लिए छोटी उम्र से ही काम करने की ठानी. उन्होंने एक बार अपने पिता से हजार रुपए मांगे ताकि वह अपना काम शुरू कर सकें. 

पिता से पैसे लेकर उन्होंने सबसे पहले किताबों का काम शुरू किया. वह स्कूल की पढ़ाई के बाद लोगों को किताबें बेचने जाते थे. इसके अलावा, उन्होंने घर-घर जाकर दूध बेचने का और त्योहारों पर पटाखे बेचने का काम भी किया. लेकिन उनकी जिंदगी की असल मुश्किल तब शुरू हुई जब उनके पिता का देहांत हो गया. रिज़वान सिर्फ 16 साल के थे और उन्होंने पढ़ाई छोड़कर अपने पिता की जगह नौकरी करना शुरू किया. हालांकि, उनकी सैलरी बहुत कम थी तो वह दूसरी जगह भी पार्ट-टाइम नौकरी करने लगे थे. 

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मेहनत से बदली अपनी किस्मत 
साल 1981 में, रिज़वान को उनके चाचा ने बुलाया और उनकी नौकरी लगवा दी. उन्होंने बिल्डिंग मैटेरियल की दुकान में सेल्समैन के तौर पर शुरुआत की थी और कुछ ही सालों में वह सेल्स मैनेजर के पद पर पहुंच गए. फोर्ब्स से बात करते हुए रिजवान ने बताया कि कुवैत में उन्होंने अच्छा पैसा कमाया और अपने घर के हालातों को बहुत हद तक सुधार दिया था. उन्होंने अपनी बहन की शादी कराई और खुद भी शादी करके सेटल हो गए थे. लेकिन 1991 में गल्फ वॉर की वजह से उन्होंने वतन लौटना पड़ा और एक बार फिर उन्हें जीरो से शुरुआत करनी थी. लेकिन इस बार उनके पास अच्छा अनुभव और आत्मविशवास था.

उन्होंने बिल्डिंग मैटेरियल्स बिजनेस में ब्रॉक्रेज डील करना शुरू किया. इसके बाद उन्होंने ट्रेडिंग बिजनेस में हाथ आजमाने की सोची. उन्होंने सप्लायर से मैटेरियल खरीदकर खुद इसे आगे बीस प्रतिशत के मुनाफे पर बेचा. यहां से उनके ट्रेडिंग बिजनेस की शुरुआत हुई और उस समय उनका साथ उनकी पत्नी ने दिया. साल 1993 में शुरू हुआ Danube Group का टर्नओवर 1.3 बिलियन डॉलर से भी ज्यादा है.  

जुड़े हुए हैं सामाजिक कामों से 
संयुक्त अरब अमीरात की अर्थव्यवस्था मंत्रालय की वेबसाइट की रिपोर्ट के मुताबिक, रिज़वान की कुल संपत्ति 2.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर है, जो भारतीय में लगभग 20,830 करोड़ रुपये है. उनकी कंपनी ने दुबई की सबसे बड़ी इनडोर स्पोर्ट्स फैसिलिटी, Danube Sports Worls को भी डेवलप किया है. आज वह दुबई के जाने-माने बिजनेसमैन हैं. लेकिन फिर भी जमीन से जुड़े हुए हैं और पूरे दिल से लोगों की मदद करते हैं. 

वह अपने संघर्षों और मुश्किल दिनों को नहीं भूले हैं. इसे ध्यान में रखते हुए, उन्होंने वेलफेयर सेंटर शुरू किया है जो अनस्किल्ड लेबर को उनके करियर को आगे बढ़ाने में मदद करने के लिए फ्री में स्किल ट्रेनिंग जैसे ट्रेनिंग प्रोग्राम्स कराता है. गल्फ न्यूज के साथ एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि अब उनका उद्देश्य समाज के लिए काम करना है. वह ज्यादा से ज्यादा लोगों की मदद करना चाहते हैं.