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Mrs. Rajni Bector Success Story: 300 रुपए से 7000 करोड़ रुपए तक, घर की किचन से की शुरुआत, आज 60+ देशों में जाते हैं उनके प्रोडक्ट्स

Cremica और English Oven जैसी पॉपुलर ब्रांड्स की फाउंडर, रजनी बेक्टर ने बेकिंग के अपने जुनून को एक सफल बिजनेस में बदल दिया. आज वह देश की एक उस महिला के लिए प्रेरणा हैं जिनके हाथ में स्वाद और कुछ अलग बनाने का हुनर है. जानिए रजनी बेक्टर की सफलता की कहानी.

Rajni Bector (Photo: X.Com/@ravikikan) Rajni Bector (Photo: X.Com/@ravikikan)

यह कहानी है भारत की टॉप महिला उद्यमियों में से एक रजनी बेक्टर की. उनकी कंपनी, Mrs. Bector’s Food Specialities Limited आज FMCG इंडस्ट्री का जाना-माना नाम है. देश-दुनिया में रजनी बेक्टर को उनकी Cremica और English Oven जैसी ब्रांड्स के लिए जाना जाता है. इन दो ब्रांड्स के तहत दुनियाभर में उनके प्रोडक्ट्स जैसे आइस-क्रीम, ब्रेड, बिस्कुट और सॉस सप्लाई होते हैं. उनका कारोबार आज करोड़ों का है लेकिन क्या आपको पता है कि कभी उन्होंने अपनी शुरुआत मात्र 300 रुपए से की थी और पहली बार में फेल भी हुईं. लेकिन फिर भी उन्होंने हार नहीं मानी और आज  लगभग 7000 करोड़ का बिजनेस एंपायर चला रही हैं. 

बेकिंग के शौक से हुई शुरुआत 
बात रजनी बेक्टर की शुरुआती जिंदगी की करें तो कराची में जन्मी रजनी बेक्टर बंटवारे के दौरान दिल्ली आ गई थीं. यहां पर उन्होंने अपनी स्कूली पढ़ाई की और जब वह मात्र 17 साल की थीं तब उनकी शादी लुधियाना स्थित एक बिजनेस परिवार में हुई. शादी के बाद वह परिवार की जिम्मेदारियों में व्यस्त हो गईं. लेकिन जब उनके बच्चे थोड़े बड़े हुए तो उन्हें पढ़ाई के लिए बोर्डिंग स्कूल भेजा गया. बच्चों के जाने के बाद, रजनी के पास काफी खाली समय होता था. 

इस खाली समय का सही उपयोग करने के लिए उन्होंने पंजाब कृषि विश्वविद्यालय में बेकरी कोर्स के लिए दाखिला लिया. उन्होंने अपनी कुकिंग स्किल्स पर काम किया. धीरे-धीरे बेकिंग का शौक बढ़ा और वह अपनी बेकिंग रेसिपी और आइसक्रीम के लिए आस-पड़ोस के लोग, दोस्तों व रिश्तेदारों में मशहूर होने लगीं. तब उन्होंने बिजनेस की तरफ छोटा-सा कदम बढ़ाया और मात्र 300 रुपए खर्च करके एक ओवन खरीदा. उन्होंने आइसक्रीम बनाना शुरू किया. लेकिन उन्होंने बिजनेस का कोई अनुभव नहीं था ऐसे में उनका यह प्रयास असफल रहा. 

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पति ने किया बिजनेस में सपोर्ट 
लेकिन बिजनेस का बीज रजनी के मन में पनप चुका था. और उनका इस काम के प्रति पैशन देखकर उनके पति धर्मवीर ने साल 1978 में उन्हें 20,000 रुपए बतौर इंवेस्टमेंट दिए ताकि वह आइसक्रीम मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट शुरू कर सकें. रजनी ने अपने परिवार की मदद स अपना व्यवसाय शुरू किया. पहले उन्होंने आइसक्रीम बनाना शुरू किया. 

साल 1989 तक उनका आइसक्रीम बिजनेस सफलता की राह पर आ गया. बाद में, उन्होंने ब्रेड, बिस्कुट और सॉस बनाने का व्यवसाय बढ़ाया. रजनी ने अपनी मूल कंपनी, मिसेज बेक्टर्स फ़ूड स्पेशलिटीज़ लिमिटेड के तहत इंग्लिश ओवन और क्रेमिका जैसे प्रसिद्ध ब्रांडों की स्थापना की. हालांकि, उनकी राह कभी भी आसान नहीं रही. खासकर 1984 में हुए सिख दंगों के दौरान उनके परिवार ने कई परेशानियों का सामना किया. लेकिन रजनी ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. 

60 देशों में सप्लाई होते हैं प्रोडक्ट्स 
साल 1996 में रजनी की कंपनी ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल की. उन्होंने McDonald's के साथ बर्गर बन सप्लाई करने के लिए एग्रीमेंट किया. बढ़ती मांग की आपूर्ति करने के लिए रजनी ने अलग-अलग शहरों में मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट्स सेट-अप कीं. जैसे-जैसे उनके प्रोडक्ट्स की मांग बढ़ी, वैसे-वैसे उनका कारोबार पहले देश के 20 से ज्यादा राज्यों में और फिर 60 से ज्यादा देशों में फैल गया. 

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उनके बेक्ड प्रोडक्ट्स जैसे ब्रेड, बन आदि 60 से ज्यादा देशों में सप्लाई होते हैं. भारत में भी उनकी ब्रांड के प्रोडक्ट्स काफी पॉपुलर हैं. साल 2020 में, मिसेज बेक्टर्स फूड स्पेशलिटीज लिमिटेड ने अपने आईपीओ लॉन्च किया था. साल 2021 में उनके असाधारण सफर को मान देते हुए, भारत सरकार ने उन्हें जनवरी 2021 में प्रतिष्ठित पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया.