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Yoga Bar Success Story: दो बहनों ने भारत में हेल्दी स्नैकिंग में खड़ा किया सफल बिजनेस, 68 करोड़ रुपए का रहा है टर्नओवर

Yoga Bar एक न्यूट्रिशनल फूड कंपनी है जो हेल्दी स्नैक्स के विकल्प जैसे प्रोटीन बार, म्यूसली, पीनट बटर, और ग्लूटन-फ्री ओट्स आदि ऑफर करती है. ये सभी प्रोडक्ट्स प्राकृतिक हैं और इनमें किसी तरह के कोई आर्टिफिशियल प्रिज़र्वेटिव नहीं हैं.

Yoga Bar Success Story Yoga Bar Success Story
हाइलाइट्स
  • उनका पहला प्रोडक्ट था मल्टीग्रेन एनर्जी बार

  • करोड़ों की बनी कंपनी 

सफलता का आंकड़ा इस बात से तय नहीं होता है कि आप कितना पैसा कमाते हैं, बल्कि इस बात से है कि आप लोगों के जीवन में क्या बदलाव लाते हैं. और बंगलुरु की रहने वाले दो बहनों, सुहासिनी और अनिंदिता संपत ने इस बात को साबित किया है. संपत सिस्टर्स के स्टार्टअप, Yoga Bar को ITC ने 500 करोड़ में खरीदा है. आज हम आपको बता रहे हैं कि आखिर ऐसा क्या खास है इन बहनों के इस स्नैक बार स्टार्टअप में. 

इस तरह मिला ब्रांड नाम 
अनिंदिता संपत और सुहासिनी संपत 2012 में न्यूयॉर्क में रह रही थीं. अनिंदिता संपत अर्न्स्ट एंड यंग में अच्छे पद पर काम करती थीं, जबकि अनिंदिता व्हार्टन में एक एक्सचेंज प्रोग्राम कर रही थीं. दोनों बहनें फ्लैटिरॉन बिल्डिंग में योग क्लास लेती थीं. एक योग सेशन के बाद, उन्होंने ट्रेडर जो से एक प्रोटीन बार ली. इस प्रोटीन बार को खाते हुए अनिंदिता ने कहा, "अगर हम इस तरह की कोई हेल्दी प्रोटीन या एनर्जी बार बनाते हैं, तो मैं इसे 'योगा बार' नाम दूंगी." 

सुहासिनी को यह नाम इतना पसंद आया कि उन्होंने उसी साल इसे ट्रेडमार्क करा लिया. लेकिन उन्होंने अपनी कंपनी-स्प्राउट लाइफ फूड्स- को 2015 में शुरू किया था. दोनों बहनों ने तीन साल का समय अनुसंधान और विकास (आर एंड डी) और बाजार को समझने के लिए लिया. 

लॉन्च किया मल्टीग्रेन एनर्जी बार 
साल 2012 में भारत लौटकर सुहासिनी ने फैसला किया वह अपने देश में 100% क्लीन-इंग्रेडिएंट-बेस्ड प्रोडक्ट बनाएंगी, जिसे हेल्दी फूड की तलाश में रहने वाले लोग खा सकें. अनिंदिता भी 2014 में उनके साथ जुड़ गईं. हालांकि यह इतना आसान नहीं था. फोर्ब्स इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 2014-15 के आसपास, भारत हेल्दी स्नैकिंग मार्केट से अपरिचित था और लोग ज्यादा प्रयोग करने के इच्छुक नहीं थे. 

 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 

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सुहासिनी ने बताया कि उस समय वे जिस भी खुदरा विक्रेता के पास गए, उन्होंने कहा कि भारत में हेल्दी चीजें नहीं बिकतीं, सिर्फ स्वाद बिकता है. हालांकि, दोनों बहनों को उम्मीद थी कि भारतीय बाज़ार हेल्दी स्नैकिंग को स्वीकार करेगा, और यह घर पर बने खाने के बाद दूसरी सबसे अच्छी चीज़ होगी. अगस्त 2015 में, उन्होंने अपना पहला प्रोडक्ट- मल्टीग्रेन एनर्जी बार लॉन्च किया - जिसके बाद 2018 में प्रोटीन बार आया. 

कुछ अलग ट्राई करके हासिल की सफलता 
संपत सिस्टर्स का आइडिया बहुत सिंपल था- अगर भारतीयों को 40 रुपये में 20 ग्राम मल्टीग्रेन एनर्जी बार मिल जाए? और वह भी जई, बादाम, खजूर और शहद जैसी प्राकृतिक सामग्री से बना हुआ. भारतीय लोग इसे चलते-फिरते खा सकते हैं, उन्हें नाश्ता नहीं छोड़ना पड़ेगा और हेल्दी खाएंगे. सुहासिनी ने प्रोफेशनल बेकर्स के साथ काम करना शुरू किया और उन्हें बंगलुरु भर के स्टोर्स और योग स्टूडियो में एनर्जी बार बेचना शुरू किया. 

वह गुणवत्ता का आश्वासन और ग्राहकों से सीधा संपर्क चाहती थीं. और परिणाम दिखने शुरू हो गए: योगा बार अब पूरे बंगलुरु में 5000 से अधिक दुकानों और योग स्टूडियो में बिक रहा था. सबसे अच्छी बात यह थी कि 75% ग्राहकों से लगातार ऑर्डर मिल रहे थे, और योगा बार सुबह के नाश्ते और जिम प्रेमियों के लिए पसंदीदा बन गया. 

करोड़ों की बनी कंपनी 
बात अगर फंडिंग की करें तो कंपनी ने कई चरणों में 70 करोड़ रुपये जुटाए. 70 में से 20 करोड़ रुपये क्वालिटी बार बनाने के लिए एक मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट स्थापित करने में लगे. ब्रांड ने 2019-20 में 32 करोड़ का रेवेन्यू कमाया. सब कुछ बढ़िया चल रहा था, लेकिन तभी COVID हो गया. उस समय उनका सिर्फ 10% बिजनेस ऑनलाइन था, और 90% ऑफ़लाइन. ऑफ़लाइन बिजनेस रेवेन्यू में 90% और बिक्री में 70% योगदान देता है. 

लेकिन संपत सिस्टर्स ने हार नहीं मानी और 2-3 महीने में ही योगाबार एक ऑनलाइन ब्रांड बन गया. कंपनी ने अपनी वेबसाइटों और ई-कॉमर्स प्लेटफार्मों के माध्यम से ज्यादा प्रोडक्ट बेचना शुरू कर दिया. सेल बढ़ने लगी गई और जब कोविड कम हुआ तो कंपनी का रेवेन्यू बढ़कर 68 करोड़ हो गया. सुहासिनी को नहीं पता था कि ब्रांड में इतना आकर्षण है कि ग्राहक इसे ऑनलाइन या ऑफलाइन खरीद लेंगे. इसके बाद कारोबार में 50% योगदान ऑनलाइन का होने लगा. योगाबार अब करोड़ों का रेवेन्यू कमाने वाली कंपनी है. 

 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 

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ITC के साथ हुई डील 
फाइनेंशियल साल 2022 में योगा बार का टर्नओवर 68 करोड़ था और इसका मार्केट साइज 45000 करोड़ रुपए है. कंपनी की सफलता को देखते हुए नेस्ले, आईटीसी, डाबर- हर कोई योगा बार का अधिग्रहण करना चाहता था. हालांकि, आईटीसी ने 175 करोड़ रुपए में 39% हिस्सेदारी खरीदी और योगाबार को अपने हेल्दी प्रोजक्ट्स की कैटेगरी में जोड़ने का प्लान है. 

बताया जा रहा है कि ITC अगले कुछ सालों में Sproutlife Foods Private Limited (SFPL) का 100% अधिग्रहण कर लेगी. कंपनी के बाकी शेयर्स को ITC धीरे-धीरे खरीदेगी. इस तरह से यह पूरी डील 500 करोड़ रुपए में होने की संभावना है. योगा बार की सफलता इस बात का उदाहरण है कि अगर आप ठान लें तो आप सब कुछ कर सकते हैं और संपत सिस्टर्स ने दुनिया को यह दिखाया कि हेल्दी स्नैकिंग में पैसे कमाना मुमकिन है अगर आप सही एप्रोच पर काम करें.