टाटा ग्रुप, होसुर में आईफोन कंपोनेंट्स बनाने वाली अपनी इलेक्ट्रॉनिक फैक्टरी में 45,000 कर्मचारियों को नियुक्त करने की योजना बना रहा है. रिपोर्ट्स के मुताबिक Apple Inc से ज्यादा बिजनेस पाने के लिए ये कदम उठाया जा रहा है. ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार, होसुर प्लांट अगले 18-24 महीनों में 45,000 महिलाओं को काम पर रखेगा क्योंकि कंपनी एक नई प्रोडक्शन लाइन सेट-अप कर रहा है.
वर्तमान में, कारखाने में 10,000 कर्मचारी कार्यरत हैं, जिनमें से अधिकांश महिलाएं हैं. Tata और Apple जल्द ही होसुर में अपनी हायरिंग योजनाओं की घोषणा कर सकते हैं.
क्या है प्लांट की खासियत
टाटा समूह का होसुर प्लांट 500 एकड़ से ज्यादा में फैला हुआ है. यहां आईफोन के अलग-अलग कंपोनेंट्स बनाए जाते हैं. ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, होसुर प्लांट की महिला श्रमिकों को 16,000 रुपये से अधिक का सकल वेतन मिलता है, जो उद्योग मानक से 40 प्रतिशत अधिक है.
कर्मचारियों को परिसर के भीतर भोजन और आवास भी मिलेगा. टाटा की योजना श्रमिकों को प्रशिक्षण और शिक्षा प्रदान करने की है. Tata Group भारत में iPhones को असेंबल करने के लिए एक इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग ज्वाइंट वेंचर स्थापित करने के लिए Wistron के साथ भी बातचीत कर रहा है.
चीन का संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ तनाव और कोविड लॉकडाउन, कुछ प्रमुख कारण हैं जो फॉक्सकॉन, अपने साथी ताइवानी अनुबंध निर्माताओं विस्ट्रॉन कॉर्प और पेगाट्रॉन कॉर्प., ने देश से बाहर विविधता लाने की रणनीति के तहत भारत में iPhone उत्पादन बढ़ाया है. कंपनी अपने उत्पादन को चीन से निकालकर, भारत में सप्लाई चेन को मजबूत करना चाहती है.