दुनियाभर में जहां एक तरफ बड़ी से बड़ी कंपनियां लोगों क नौकरी से निकाल रही हैं वहीं टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज Tata Consultancy Services (TCS) ने कहा है कि कंपनी LayOff यानी छंटनी में भरोसा नहीं करती है. टीसीएस के चीफ एचआर मिलिंद लक्कड़ ने कहा है कि कंपनी नौकरी गंवाने वाले स्टार्टअप कर्मचारियों को हायर करने पर विचार कर रही है. लक्कड़ ने पीटीआई के साथ एक इंटरव्यू में कहा, 'हम छंटनी नहीं करते हैं, हम कंपनी में प्रतिभा को निखारने में विश्वास करते हैं.
ओवरहायरिंग की वजह से हो रही छंटनी
बड़ी कंपनियों में छंटनी के सवाल पर उन्होंने कहा, यह ओवरहायरिंग का परिणाम है. मेटा के CEO मार्क जुकरबर्ग से लेकर माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला और अमेजन के एंडी जेसी ने छंटनी की घोषणा करते हुए ये कहा था कि मंदी की आंशका के बीच ओवरहायरिंग छंटनी की मुख्य वजह है.
पिछले दो सालों में हमने आईटी में जबरदस्त ग्रोथ देखी है. अल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचाई ने हाल ही में कहा था, करीब 25 साल पुरानी गूगल ने पिछले दो साल में अच्छी वृद्धि देखी और कई एम्प्लॉइज को नौकरी पर रखा, पर अब हालात बदल चुके हैं.
टीसीएस में 6 लाख से अधिक कर्मचारी
लक्कड़ ने कहा, कई बार ऐसी स्थिति आती है जब कर्मचारी के पास मौजूद प्रतिभा हमारी जरूरत से कम होती है. ऐसी स्थिति में हम कर्मचारी को समय देते हैं और उसे प्रशिक्षित करते हैं. टीसीएस के कर्मचारियों की संख्या छह लाख से अधिक है. कंपनी अपस्किलिंग कर्मचारियों पर ध्यान लगाएगी और सैलरी हाइक की घोषणा भी करेगी जो पहले के सालों की तरह ही होगी.