2001 में शुरू हुआ एक सिंगल स्टोर आज पूरे देश में 100 से अधिक स्टोरों और लाखों ग्राहकों के साथ एक फलता-फूलता बिजनेस बन गया है. इसे चलानी वाली और कोई नहीं बल्कि एक महिला ही है. मीरा कुलकर्णी फॉरेस्ट एसेंशियल्स की संस्थापक हैं. ये भारत में सबसे प्रतिष्ठित और प्रसिद्ध स्किनकेयर ब्रांडों में से एक है. हालांकि, किसी भी बिजनेस की तरह ही मीरा के लिए भी यह सफर काफी मुश्किल भरा रहा. एक इंटरव्यू में मीरा बताती हैं कि कैसे ब्यूटी इंडस्ट्री में लगभग सभी बड़े खिलाड़ियों ने उन्हें ठुकरा दिया था. ये तब की बात है जब उन्होंने पहली बार अपने उत्पादों को थोक में बनाने की कोशिश की थी. वे कहती हैं कि हर कोई उन्हें पागल बताया करता था.
देश का आयुर्वेद लग्जरी कॉस्मेटिक और स्किनकेयर ब्रांड
ऋषिकेश के टिहरी गढ़वाल में एक मध्यमवर्गीय परिवार में जन्मी मीरा का बचपन बहुत ही सामान्य था. जैसे-जैसे वह जंगलों और प्रकृति के बीच पली-बढ़ी, उन्होंने प्रकृति को बहुत अच्छे से अपनाया और जंगलों और प्रकृति से प्रेरित होकर उन्होंने अपना एक ब्रांड बनाया. ये ब्रांड देश का आयुर्वेद लग्जरी कॉस्मेटिक और स्किनकेयर ब्रांड है. हालांकि, इसे एक बिजनेस के रूप में शुरू करना उनके दिमाग में कभी नहीं था, क्योंकि उन्हें प्रकृति के बीच में रहना अच्छा लगता था. लेकिन साल 2000 में अपने शौक के रूप में उन्होंने अपना छोटा घरेलू बिजनेस शुरू किया और अब उनकी कड़ी मेहनत, जुनून, उनके काम के लिए प्यार ने उन्हें उस सफलता तक पहुंचाया है.
उत्तराखंड से मिली प्रेरणा
उन्हें शुरुआत में इसकी प्रेरणा भारत के आयुर्वेदिक केंद्र उत्तराखंड के टिहरी गढ़वाल क्षेत्र की जड़ी-बूटियों, औषधीय जड़ों और तेलों से मिली. मीरा कुलकर्णी के अनुसार, ब्रांड की सफलता सिंगल साबुन के विचार से उपजी है. साल 2000 की शुरुआत में, ज्यादातर भारतीय जो इसे खरीद सकते थे, वे विदेशों से लग्जरी साबुन आयात कर रहे थे. ब्रांड के पहले प्रोडक्ट, बाथ सोप को लेकर मीरा कुलकर्णी कहती हैं, "इसमें मूल सामग्री कोल्ड-प्रेस्ड तेल और घी था. मैं हमेशा सोचती थी कि हम भारत में उस क्वालिटी का साबुन क्यों नहीं बना रहे हैं. बस यही बात उनके दिमाग में घर कर गई और यही कारण है कि 2022 तक, फॉरेस्ट एसेंशियल्स भारत का प्रीमियर लग्जरी स्किनकेयर और ब्यूटी ब्रांड है, जिसके देश भर में 80 से अधिक स्टोर हैं.
अंतरराष्ट्रीय बाजार में करना चाहती हैं विस्तार
Vogue में दिए इंटरव्यू में मीरा बताती हैं कि साल 2002 की शुरुआत तक उन्होंने 2 वर्षों तक लगातार मेहनत की. फॉरेस्ट एसेंशियल्स को उनके ग्राहक मिले, तब वे सभी ग्राहक चाहते थे कि ब्रांड उनके होटलों में पेश किया जाए. ये कदम उनकी लाइफ का टर्निंग पॉइंट था. मीरा बताती हैं कि उन्हें निजी जीवन के लिए मुश्किल से समय मिलता है क्योंकि वह अपने बिजनेस में ही लगी रही और उनका मन भी इसी में लगता है. उनके 2 बच्चे भी अब उनके साथ जुड़ गए हैं. अब मीरा अपने परिवार के साथ देश भर में अपने बिजनेस का विस्तार कर रही हैं, साथ ही वे अब अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी इसका विस्तार करना चाहती हैं.