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Monthly Income Schemes: आज से ही करें अगले फाइनेंशियल ईयर की तैयारी, इन मासिक योजनाओं में कर सकते हैं निवेश

अगर आप जॉब करते हैं तो जीवनभर आप कमा नहीं सकते हैं इसलिए आज अपनी कमाई का कुछ हिस्सा बचाना बहुत जरूरी है ताकि हम रिटायरमेंट को अच्छे से सेलिब्रेट करें.

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हाइलाइट्स
  • आज से ही करें सेविंग्स की प्लानिंग

  • कई मासिक स्कीम्स में कर सकते हैं इंवेस्ट

आज के जमाने में कमाने से भी ज्यादा जरूरी है बचत करना. अगर आप हर महीने लाखों रुपए कमा रहे हैं लेकिन कुछ भी बचा नहीं रहे तो आपके लाखों कमाने का कोई फायदा नहीं है. क्योंकि आपकी सेविंग्स आपको फाइनेंशियल सिक्योरिटी देती हैं. इसके लिए आप मासिक इनकम स्कीम्स में निवेश कर सकते हैं. 

1. फिक्स्ड डिपॉजिट
सबसे अच्छी और कम जोखिम वाली इनकम स्कीम्स में से एक बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) है. इस योजना में, आप एक निश्चित अवधि के लिए एक निश्चित राशि का निवेश करते हैं, और इस अवधि के पूरे होने तक आपको अपनी जमा राशि पर मासिक ब्याज मिलता है. ब्याज दर आपकी FD की अवधि पर निर्भर करती है. ज्यादातर बैंक एफडी पर अच्छा ब्याज मिलता है. 

हालांकि, आपको यह भी पता होना चाहिए कि अगर वार्षिक ब्याज आय ₹10,000 से अधिक है, तो बैंक आपके द्वारा अर्जित ब्याज आय पर 10% की दर से टीडीएस काटते हैं. 

2. डाकघर मासिक आय योजना (POMIS)
यदि आप इसे अभी तक नहीं जानते हैं, तो हमारे देश में डाकघर कई बैंकिंग सेवाओं और उत्पादों की पेशकश करते हैं और Post Office Monthly Income Scheme उनमें से एक हैं. इस निवेश योजना के तहत, आप 7.3% रिटर्न दर पर स्थिर मासिक आय हासिल कर सकते हैं. POMIS में, आप एक व्यक्तिगत खाते में ₹4.5 लाख तक और एक संयुक्त खाते में ₹9 लाख तक निवेश कर सकते हैं.

साथ ही, यह 5 साल की निवेश अवधि के साथ वास्तव में कम जोखिम वाला निवेश है. मैच्योरिटी पर, आपको न केवल आपकी मूल राशि वापस मिलेगी बल्कि 5% बोनस राशि भी मिलेगी.

3. लॉन्ग-टर्म सरकारी बॉन्ड
नियमित आय अर्जित करने के लिए लंबी अवधि के सरकारी बॉन्ड एक और सुरक्षित विकल्प हैं. हालांकि मैच्योरिटी पीरियड काफी लंबा (15-20 वर्ष) है, सरकारी बॉन्ड आम तौर पर साल में दो बार 8% रिटर्न देते हैं. इसलिए, आप साल भर आय अर्जित करने के लिए इन्हें अपने दूसरे इंवेस्टमेंट्स से मिला सकते हैं. साथ ही, मैच्योरिटी पर आपको पूरी मूल राशि वापस मिल जाती है. 

लंबी अवधि के सरकारी बॉन्ड का एक दूसरा फायदा यह है कि उनका सेकेंडरी बाजार में कारोबार होता है और इसलिए, आप जब चाहें उन्हें बेच सकते हैं. 

4. कॉर्पोरेट डिपोजिट्स
कई नॉन-बैंकिंग फाइनेंसिंग कंपनियों (एनबीएफसी) के साथ-साथ हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों द्वारा कॉर्पोरेट डिपॉजिट की पेशकश की जाती है. ये कंपनियां तिमाही या छमाही आधार पर ब्याज देती हैं. यहां पर अच्छा होगा कि आप अगल-अगल निवेश करें और विभिन्न हाई रैंकिंग वाली कंपनियों के फंड में निवेश करें. इसके अलावा, उनके पास वरिष्ठ नागरिकों के लिए 0.25% और 0.5% के बीच अलग-अलग ब्याज दरें हैं. 

जबकि कॉरपोरेट डिपॉजिट एक बढ़िया विकल्प है, आपको किसी कंपनी में निवेश करने से पहले हमेशा उसकी विश्वसनीयता और वित्तीय अखंडता (CRISIL मानकों के अनुसार) की जांच करनी चाहिए.