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Budget: कैसे पड़ा बजट नाम, सबसे लंबा, सबसे छोटा... बजट से जुड़े ये फैक्ट्स जानिए

Interesting Facts About The Budget: देश में सबसे अधिक बार बजट पेश करने का रिकॉर्ड मोरारजी देसाई के नाम दर्ज है. मोरारजी ने 10 बार बजट पेश किया है. जबकि दूसरे नंबर पी. चिदंबरम हैं, जिन्होंने 9 बार और प्रणब मुखर्जी ने 8 बार बजट पेश किया है. देश में सबसे छोटा बजट साल 1977 में पेश किया गया था.

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एक फरवरी नजदीक आ गया है. देश में बजट को लेकर चर्चाएं होने लगी हैं. चुनावी साल होने की वजह से वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इस बार संसद में अंतरिम बजट पेश करेंगी. पूर्ण बजट पेश करने की जिम्मेदारी नई सरकार की होगी. बजट शब्द कहां से आया है? अब तक का सबसे लंबा बजट कब आया था? भारतीय संविधान में बजट शब्द का इस्तेमाल है या नहीं? चलिए आपको बजट से जुड़े तमाम सवालों के जवाब बताते हैं.

कहां से आया बजट शब्द-
बजट शब्द फ्रेंच भाषा से आया है. फ्रेंच शब्द बूजे से बजट निकला है. बूजे का मतलब छोटा थैला होता है. साल 1733 में इंग्लैंड के पूर्व वित्त मंत्री सर रॉबर्ट वालपोल एक छोटे से थैले में बजट के पेपर्स रखकर संसद ले गए थे. उनसे इसको लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि इसमें आपके लिए बजट है. उसके बाद से ही बजट शब्द प्रचलन में आया.

भारत के संविधान में बजट शब्द का जिक्र नहीं-
भले ही आम बोलचाल की भाषा में बजट शब्द का इस्तेमाल होता है. एक फरवरी को हर जगह बजट शब्द ही सुनाई देता है. लेकिन आपको ये जानकर हैरानी होगी कि भारतीय संविधान में बजट शब्द का जिक्र नहीं है. संविधान के अनुच्छेद 112 में इसे वार्षिक वित्तीय विवरण नाम दिया गया है.

भारत का पहल बजट-
भारत का पहला बजट 7 अप्रैल 1860 को पेश किया गया था. अर्थशास्त्री और लीडर जेम्स विल्सन ने ब्रिटिश साम्राज्ञी के सामने इसे पेश किया गया था. जेम्स विल्सन ईस्ट इंडिया कंपनी से जुड़े थे.

संसद में सबसे लंबा बजट भाषण-
देश के इतिहास का सबसे लंबा बजट भाषण वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने साल 2020-21 में पेश किया था. सीतारमण ने 2 घंटे 42 मिनट लंबा भाषण दिया था. उससे पहले जुलाी 2019 में 2 घंटे 17 मिनट लंबा बजट भाषण था. ये बजट भाषण भी निर्मला सीतारमण ने ही दिया था. अगर एक बजट में सबसे ज्यादा शब्दों के इस्तेमाल की हो तो साल 1991 में डॉ. मनमोहन सिंह के बजट भाषण 18650 शब्द थे.

देश का सबसे छोटा बजट-
साल 1977 में देश का सबसे छोटा बजट पेश किया गया था. तत्कालीन वित्त मंत्री हीरुभाई मुलजीभाई पटेल ने 800 शब्दों का बजट भाषण पढ़ा था. इससे छोटा बजट भाषण आज तक के इतिहास में नहीं हुआ है.

मोरारजी ने 10 बार पेश किए बजट-
देश में सबसे ज्यादा बार बजट पेश करने का रिकॉर्ड मोरारजी देसाई के नाम दर्ज है. उन्होंने 10 बार बजट पेश किया. उसके बाद पी. चिदंबरम का नाम है. उन्होंने 9 बार बजट पेश किया है. जबकि प्रणब मुखर्जी और यशवंत सिन्हा ने 8-8 बार बजट पेश किया है.

सिर्फ 2 महिलाओं ने पेश किया है बजट-
देश में अब तक सिर्फ दो महिलाओं को बजट पेश करने का मौका मिला है. साल 1970 में इंदिरा गांधी ने वित्त मंत्री के तौर पर बजट पेश किया था. उसके बाद निर्मला सीतारमण को साल 2019 में बजट पेश करने का मौका मिला.

2017 में अलग से रेल बजट को हटाया गया-
साल 2017 से पहले आम बजट और रेल बजट अलग-अलग पेश होता था. लेकिन उस साल दोनों को मिला दिया गया. इसका मतलब है कि रेल बजट को भी आम बजट में ही समाहित कर दिया गया और अब सिर्फ एक बजट ही पेश होता है.

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