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अमेरिका के साथ बिज़नेस में तरजीह मिलने वाले GSP सिस्टम में फिर शामिल हो सकता है भारत

मंगलवार को यूएस-इंडिया ट्रेड पॉलिसी फोरम (टीपीएफ) ने चार साल बाद फिर से बातचीत शुरू की है. इस बातचीत में अमेरिका ने कहा कि वह जनरलाइज्ड सिस्टम ऑफ प्रेफरेंस (जीएसपी) को बहाल करने के भारत के अनुरोध पर विचार करेगा. जिसे 2019 में ट्रम्प प्रशासन ने वापस ले लिया था और इस कारण 6.3 अरब डॉलर का भारतीय निर्यात प्रभावित हुआ. 

India-USA Trade Policy Forum (PTI) India-USA Trade Policy Forum (PTI)
हाइलाइट्स
  • मंगलवार को हुई यूएस-इंडिया ट्रेड पॉलिसी फोरम (टीपीएफ) की बैठक

  • 2019 में ट्रम्प प्रशासन ने वापस लिया था भारत से जनरलाइज्ड सिस्टम ऑफ प्रेफरेंस (जीएसपी) दर्जा

मंगलवार को यूएस-इंडिया ट्रेड पॉलिसी फोरम (टीपीएफ) ने चार साल बाद फिर से बातचीत शुरू की है. इस बातचीत में अमेरिका ने कहा कि वह जनरलाइज्ड सिस्टम ऑफ प्रेफरेंस (जीएसपी) को बहाल करने के भारत के अनुरोध पर विचार करेगा. जिसे 2019 में ट्रम्प प्रशासन ने वापस ले लिया था और इस कारण 6.3 अरब डॉलर का भारतीय निर्यात प्रभावित हुआ. 

नई दिल्ली में वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल और अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि कैथरीन ताई की सह-अध्यक्षता में टीपीएफ की 12वीं मंत्रिस्तरीय बैठक हुई. जिसमें दोनों देशों ने कृषि और गैर-कृषि वस्तुओं के लिए बाजार पहुंच, इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स की सुरक्षा और डिजिटल व्यापार को प्रोत्साहन जैसे प्रमुख मुद्दों पर मतभेदों को हल करने के लिए सहमति जताई.

फिर मिल सकता है भारत को जीएसपी दर्जा: 
 

बताया जा रहा है कि दोनों मंत्रियों ने एक सयुंक्त बयान में कहा कि भारत ने यू.एस. से अपने जीएसपी दर्जे को बहाल करने के लिए कहा तो संयुक्त राज्य अमेरिका ने नोट किया कि अगर अमेरिकी कांग्रेस द्वारा निर्धारित पात्रता मानदंड पूरा होता है तो इस पर विचार किया जा सकता है. 

जीएसपी अमेरिका का सबसे बड़ा व्यापार कार्यक्रम है जिसके लाभार्थी देशों को अमेरिका में हजारों उत्पादों के निर्यात में ड्यूटी से छूट हासिल है. वाणिज्य मंत्रालय के अनुसार, अमेरिका ने जून 2019 से जीएसपी के तहत मिल रही ड्यूटी छूट को समाप्त कर दिया था. भारत ने 2018 में जीएसपी कार्यक्रम के तहत अमेरिका को 6.3 अरब डॉलर का सामान निर्यात किया था, जो उस साल देश को उनके कुल निर्यात का 12.1% था. 

टीपीएफ की बैठक में, अमेरिका और भारत ने टैरिफ कटौती पर भी बात की. भारत से आम और अनार के लिए बाजार पहुंच और अमेरिका से पशु चारा के लिए चेरी और अल्फाल्फा जैसे व्यक्तिगत उत्पादों के व्यापार को सुविधाजनक बनाने पर भी चर्चा की गई. 

भारत-अमेरिका के बीच तेजी से बढ़ रहा है व्यापार: 

दोनों देशों ने उत्पादों के लिए बाजार पहुंच बढ़ाने की संभावना तलाशने पर भी सहमति जताई. जिसमें अमेरिका से डिस्टिलर्स के सूखे अनाज और भारत से भैंस के मांस और झींगा के लिए बाजार पहुंच शामिल है. साथ ही, तय किया गया कि टीपीएफ मीटिंग्स नियमित अंतराल पर होते रहें ताकि दोनों देश बाजार में उबरने वाली समस्याओं को हल कर सकें. 

उन्होंने कहा कि टीपीएफ का लक्ष्य दोनों देशों के बीच भविष्य के व्यापार संबंधों के लिए एक महत्वाकांक्षी, साझा दृष्टिकोण हासिल करना होगा, जैसा कि राष्ट्रपति जो बिडेन और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 सितंबर की बैठक में घोषित किया था.

कोविड के बाद दोनों देशों के बीच व्यापार तेजी से बढ़ रहा है. जनवरी-सितंबर 2021 के बीच अमेरिका में भारत के व्यापारिक निर्यात में सालाना 64.64% की वृद्धि और आयात में 71.99% की वृद्धि देखी गई है.