भारतीय स्टेट बैंक ने हाल ही में इलेक्ट्रॉनिक बैंक गारंटी (ई-बीजी) सुविधा शुरू करने की घोषणा की. यह पहली बार नहीं है जब किसी बैंक ने पेपरलेस बैंक गारंटी सुविधा की घोषणा की है. पिछले साल, एचडीएफसी बैंक नेशनल ई-गवर्नेंस सर्विसेज लिमिटेड (एनईएसएल) के साथ साझेदारी में ई-बैंक गारंटी जारी करने वाला देश का पहला बैंक बन गया.
एसबीआई नेशनल ई-गवर्नेंस सर्विस लिमिटेड (NeSL) के साथ साझेदारी कर ई-बैंक गारंटी जारी करेगा. इलेक्ट्रॉनिक बैंक गारंटी नेशनल ई-गवर्नेंस सर्विस लिमिटेड के पोर्टल पर जारी की जाएगी. इसके जरिए वह ग्राहकों को त्वरित और पेपरलेस सेवाएं मुहैया कराएगा. इससे बैंक गारंटी में लगने वाला समय बहुत कम हो जाएगा.
एसबीआई के ई-बैंक गारंटी शुरू करने से ग्राहक और अन्य लाभार्थी बिना कोई अतिरिक्त एनईएसएल पोर्टल का उपयोग करके तुरंत ई-बैंक गारंटी ले सकेंगे. एसबीआई का कहना है कि इससे ग्राहकों का समय काफी हद बचेगा.
क्या है बैंक गारंटी?
जैसा की नाम से ही पता चलता है कि बैंक गारंटी बैंक का वादा है कि वो कॉन्ट्रैक्ट के दायित्वों के पूरा नहीं होने पर देनदार की देनदारियों को पूरा करेगा. बैंक गारंटी से बैंक ये सुनिश्चित करता है कि कर्ज लेने वाले की देनदारियों को पूरा किया जाएगा. अगर देनदार कोई लोन नहीं चुका पाता है तो बैंक उसकी पूर्ति करेगा. बैंक गारंटी से देनदार को बिजनेस या फिर दूसरे काम के लिए आसानी से लोन मिल जाता है.
ई-बैंक गारंटी का फायदा
इलेक्ट्रॉनिक बैंक गारंटी पेपर आधारित गारंटी से बेहतर ऑप्शन है. ई-बैंक गारंटी को आसानी से वैरिफाइड और डिलीवर किया जा सकता है. पेपर बैंक गारंटी जारी करने में आमतौर पर 3 से 5 दिन का समय लगता है. लेकिन इलेक्ट्रॉनिक बैंक गारंटी में इस पूरी प्रक्रिया में बस कुछ घंटे का समय लगेगा. इस पहल से सभी तरह के बैंक गारंटी डॉक्यूमेंट सेफ रहेगा. जिसे हम कभी भी देख सकते हैं, और धोखाधड़ी से बच सकते हैं.