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BNCAP Crash Test: नितिन गडकरी ने लॉन्च किया Bharat NCAP....कैसे होगी कार की टेस्टिंग, क्रैश सेफ्टी प्रोग्राम लाने वाला 5वां देश बनेगा भारत

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भारत एनसीएपी को लॉन्च करेंगे. मोदी सरकार के इस कदम से वाहन निर्माताओं पर कारों के साथ इन बिल्ट सेफ्टी फीचर्स देने का दबाव बढ़ेगा. ग्राहकों को सुरक्षित कार चुनने में मदद मिलेगी.

Bharat NCAP will be launched on 22 August (photo twitter) Bharat NCAP will be launched on 22 August (photo twitter)
हाइलाइट्स
  • केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी बीएनसीएपी को करेंगे लॉन्च 

  • विदेश पर निर्भरता नहीं रहेगी

ऑटो सेक्टर के लिए आज बहुत ही बड़ा दिन है. केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने स्वदेशी कार क्रैश टेस्ट प्रोग्राम लॉन्च कर दिया है. इसका नाम भारत न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम (BNCAP)है. भारत न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम के जरिये यहां बनने वाली कारों के क्रैश टेस्ट करके उन्हें सेफ्टी रेटिंग दी जा सकेगी.कारों की सुरक्षा के लिए अब तक विदेशी संस्थाओं की ओर से टेस्ट किया जाता था लेकिन अब भारत में ही इसकी टेस्टिंग की जाएगी. मोदी सरकार मेड-इन-इंडिया कारों के लिए बीएनसीएपी सेफ्टी रेटिंग देने को तैयार है. आइए जानते हैं इसकी कब से शुरुआत होगी और इससे ग्राहकों को किस तरह से फायदा होगा.

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी करेंगे लॉन्च
इस प्रोग्राम के तहत अब भारत में गाड़ियों को विभिन्न पैमाने पर क्रैश टेस्ट करके उसकी रेटिंग दी जाएगी. केंद्रीय सड़क परिवहन राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी बीएनसीएपी को लॉन्च करेंगे.

ऐसे मिलेगी रेटिंग
भारत एनसीएपी की शुरुआत होने के बाद वाहन निर्माता अपनी मर्जी से एआईएस 197 के अनुसार टेस्ट के लिए अपने वाहन भेज सकते हैं. टेस्ट के दौरान जिस कार का जैसा प्रदर्शन रहेगा, उसके मुताबिक ही उसे रेटिंग मिलेगी. शून्य से 5 सितारा तक रेटिंग दी जाएगी. भारत एनसीएपी व्यस्क और छोटे बच्चों की सुरक्षा के मुताबिक रेटिंग देगा. बीएनसीएपी कारों के टेस्ट रिजल्ट और सेफ्टी रेटिंग अपेक्स कमेटी की मंजूरी के बाद अपनी वेबसाइट पर दिखाएगा. इस अपेक्स कमेटी को केंद्र सरकार की ओर से गठित किया जाएगा. 

क्या है भारत एनसीएपी 
अब बात कर लेते हैं भारत एनसीएपी क्या है. किसी भी गाड़ी में उसके परफॉर्मेंस के अलावा उसमें दिए जाने वाले सुरक्षा मानक सबसे महत्वपूर्ण कारकों में एक होते हैं. कम वाहन सुरक्षा मानकों वाली गाड़ियों से दुर्घटना होने पर नुकसान का ज्यादा खतरा बना रहता है, इसलिए सभी नई गाड़ियों को सुरक्षा के न्यूनतम मानक को पूरा करना होता है. भारत एनकैप के जरिए कारों की क्रैश टेस्ट करके उसकी रेटिंग दी जाएगी.

रेटिंग के लिए विदेशों में भेजी जाती थीं गाड़ियां
सेफ्टि रेटिंग देने के लिए विदेशों में न्यू कार असिस्टेंस प्रोग्राम (NCAP) शुरू किए गए हैं. पहले भारत में बनी कारों को सेफ्टी रेटिंग लेने के लिए विदेशो में भेजा जाता था, लेकिन अब BNCAP की मदद से देश में ही सेफ्टी स्टैंडर्ड टेस्ट से इस रेटिंग को हासिल किया जा सकता है.  BNCAP रेटिंग एजेंसी के अलावा दुनिया भर में ग्लोबल NCAP, यूरो NCAP और ASEAN NCAP जैसी कई टेस्ट एजेंसियां हैं.

देश में ही गाड़ियों को क्रैश टेस्ट कर दी जाएगी रेटिंग
भारत एनसीएपी के आने से हमारी निर्भरता रेटिंग के लिए विदेशों पर नहीं रहेगी. देश में ही गाड़ियों को क्रैश टेस्ट करके उसकी रेटिंग दे दी जाएगी. भारत में स्टार रेटिंग वाहन निर्माता कंपनियों को एक सुरक्षित कार बनाने के लिए प्रेरित करेगा. भारत एनसीएपी को शुरू करने के लिए ड्रॉफ्ट जीएसआर नोटिफिकेशन को नितिन गडकरी ने मंजूरी दे दी है. इसके साथ ही भारत में बनने वाली कार के निर्यात को बढ़ाने का मौका मिलेगा और देश के ऑटो सेक्टर को आत्मनिर्भर बनाने में मदद मिलेगी.

ग्राहकों को ऐसे होगा लाभ
अभी तक सिर्फ कुछ कंपनियों के ही सीमित वाहनों की टेस्टिंग हो पाती थी. जिसके कारण ग्राहकों को इस बात की जानकारी नहीं मिल पाती थी कि जिस कार को वह खरीद रहे हैं, वह कितनी सुरक्षित है, लेकिन अब भारत एनसीएपी की शुरुआत के बाद देश में ही सभी कंपनियों के सभी मॉडल्स की टेस्टिंग हो पाएगी और ग्राहकों को अपनी पसंद की कार की सुरक्षा की जानकारी भी मिल पाएगी. केंद्र सरकार के इस कदम से वाहन निर्माताओं पर कारों के साथ इन बिल्ट सेफ्टी फीचर्स देने का दबाव बढ़ेगा और ग्राहकों को सुरक्षित कारें चुनने में मदद मिलेगी. क्रैश टेस्ट की जानकारी मिलने के बाद अब कई भारतीय अपने लिए कार खरीदना पसंद करते हैं. कई बार कार खरीदने से पहले ग्राहक इस बात को भी वरीयता देते हैं कि क्रैश टेस्ट में कौन सी कार की क्या रेटिंग है.