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The Quitting Bonus: अमेजन का Pay To Quit बोनस क्या है? जेफ बेजोस ने क्यों शुरू किया ये प्रोग्राम

दुनिया की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनियों में से एक Amazon अपने इम्पलॉइज को अलग तरह का बोनस ऑफर करती है. इसे ‘Pay To Quit’ बोनस कहा जाता है.

हाइलाइट्स
  • अमेजन के पास "पे टू क्विट" पॉलिसी

  • क्या है अमेजन का मकसद

एनुअल परफॉर्मेंस बोनस.. फेस्टिव बोनस, रेफरल बोनस. इस तरह के बोनस के बारे में तो आपने अक्सर सुना होगा लेकिन दुनिया की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनियों में से एक Amazon अपने इम्पलॉइज को अलग तरह का बोनस ऑफर करती है. इसे ‘Pay To Quit’ बोनस कहा जाता है.

क्या है ‘Pay To Quit’ बोनस
अमेजन के पास "पे टू क्विट" पॉलिसी है जिसका मकसद उन कर्मचारियों के लिए सॉल्यूशन निकालना है जो कंपनी में आगे काम नहीं करना चाहते हैं. कंपनी साल में एक बार अपने इम्पलॉइज को जॉब छोड़ने के लिए $2,000-$5,000 (करीब 4 लाख) तक ऑफर करती है. एक साल तक कंपनी में काम करने के बाद इम्पलॉइज इस बोनस के पात्र बन जाते हैं.

क्या है शर्त
जो लोग अमेजन के साथ काम नहीं करना चाहते हैं, वे "पे टू क्विट" बोनस ले सकते हैं. हालांकि ऐसे लोग दोबारा कभी अमेजन के लिए काम नहीं कर सकते हैं. $2,000 से शुरू होकर बोनस हर साल $1,000 तक बढ़ता रहता है, अमेजन का अधिकतम क्विटिंग बोनस $5,000 है.

क्या है अमेजन का मकसद
जेफ बेजोस को ये आइडिया ऑनलाइन फुटवियर और कपड़ों के रिटेलर जैपोस से आया था, जिसे अमेजन ने साल 2009 में खरीदा था. इसके बाद बेजोस ने 2014 में अपने शेयरधारकों को एक लेटर के जरिए इस ऑफर को बताया, हालांकि इसे एक्सेप्ट न करने की बात भी साफतौर पर लिखी गई थी. अब सवाल है आखिर अमेजन ऐसा ऑफर पेश ही क्यों करता है जिसे वो नहीं चाहता कि उसे कंपनी के इम्पलॉई एक्सेप्ट करें.

इस ऑफर का मकसद लोगों को थोड़ी देर रुककर ये सोचने के लिए प्रोत्साहित करना है कि वे वास्तव में क्या चाहते हैं. जेफ बेजोस ने बताया कि इस ऑफर के जरिए कंपनी को कर्मचारियों की सोच के बारे में पता चलता है. इससे यह जानकारी मिलती है कि कर्मचारी पैसे लेकर कंपनी छोड़ना चाहते हैं या नहीं और वह फ्यूचर में कंपनी के साथ कितना रहेंगे.