ब्रिटेन की राजधानी लंदन में लक्ष्मी निवास मित्तल, अनिल अग्रवाल जैसे कई भारतीय अरबपतियों का घर है. अब इसी कड़ी में रवि रुइया का नाम भी जुड़ गया है. जी हां, भारतीय अरबपति रवि रुइया ने बकिंघम पैलेस के पास आलीशान बंगला खरीदा है. बंगले की कीमत करीब 1200 करोड़ रुपए (11.3 करोड़ यूरो) है. माना जा रहा है कि यह लंदन की सबसे महंगी प्रॉपर्टी डील है. यह बंगला रूस के प्रॉपर्टी निवेशक एंड्री गोंचारेंको से जुड़ा हुआ है और इसका नाम हनोवर लॉज है. आइए आज रवि रुइया और उनके कारोबार के बारे में जानते हैं.
कौन हैं रवि रुइया
रवि रुइया भारतीय कारोबारी और एस्सार ग्रुप के को फाउंडर हैं. अप्रैल 1949 में जन्म रवि एक मैकैनिकल इंजीनियर हैं. उन्होंने चेन्नई में कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, गुइंडी से डिग्री प्राप्त की है. उन्होंने अपना करियर पारिवारिक व्यवसाय से शुरू किया और अपने बड़े भाई शशि रुइया के साथ मिलकर कंपनी को एक नया मुकाम दिया. रवि ने मधु से शादी की है. उनके दो बच्चे हैं और वे मुंबई में रहते हैं.
एस्सार ग्रुप की स्थापना की
रवि रुइया और शशि रुइया ने मिलकर साल 1969 में एस्सार ग्रुप की शुरुआत की थी. उनकी कंपनी एस्सार ग्रुप स्टील, ऑयल एंड गैस, पावर, कम्युनिकेशन, शिपिंग , प्रोजेक्ट्स एंड मिनिरल्स के सेक्टर में काम करती है. 20 से अधिक देशों में एस्सार ग्रुप का विस्तार है. 75000 से अधिक कर्मचारियों वाले एस्सार कंपनी का रेवेव्यू 17 अरब डॉलर है. साल 2012 में फोर्ब्स ने रुइया ब्रदर्स को वर्ल्ड रिचेस्ट इंडियन की रैंकिंग दी थी. उस वक्त उनका नेटवर्थ 7 अरब डॉलर था. एस्सार ग्लोबल फंड लिमिटेड (ईजीएफएल) पोर्टफोलियो कंपनियों में लॉन्ग टर्म कैपिटल इन्वेस्ट करता है और इसके सभी निवेशों में लगभग 100% हिस्सेदारी रखता है.
बंगले का नाम है हनोवर लॉज
रवि रुइया ने लंदन में जो बंगला खरीदा है, उसका नाम हनोवर लॉज है. यह लंदन के रीजेंट्स पार्क में स्थित है. रवि ने यह प्रॉपर्टी रुइया फैमिली ऑफिस के माध्यम से खरीदी है. इसकी पुष्टि रुइया फैमिली ऑफिस के प्रवक्ता विलियम रीगो ने ई-मेल के माध्यम से बयान जारी कर की है. प्रवक्ता का कहना है कि सदियों पुराना यह मैंशन अभी अंडर कंस्ट्रक्शन है. इस कारण लग्जरी प्रॉपर्टी तुलनात्मक तौर पर कम कीमत में मिल गई, जिससे यह रुइया के लिए आकर्षक सौदा बन गया.
बकिंघम पैलेस से है इतनी दूरी
बकिंघम पैलेस से रवि रुइया का बंगला चंद मिनटों की दूरी पर है. इन दोनों के बीच की दूरी महज 5.31 किलोमीटर है. यह बंगला 19वीं सदी में बनाया गया था. इस बंगले का मालिकाना हक इससे पहले रूस के प्रॉपर्टी इन्वेस्टर गोंचारेंको के पास था. गोंचारेंको रूस की एक सरकारी एनर्जी कंपनी की सब्सिडियरी Gazprom Invest Yug के डिप्टी CEO रह चुके हैं. उन्होंने इस प्रॉपर्टी को 2012 में कंजर्वेटिव पार्टी के नेता राजकुमार बागड़ी से 120 मिलियन डॉलर में खरीदा था. इस बंगले को इंटीरियर डिजाइनर डार्क एंड टेलर ने तो आर्किटेक्ट जॉन नाश ने डिजाइन किया है. रुइया फैमिली इस बंगले को खरीदकर बेहद उत्साहित है.