दुनियाभर में हर साल 1 जून को World Milk Day मनाया जाता है. इस दिन को मनाने का उद्देश्य प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में दूध के महत्व को समझाना है. आपको बता दें कि दूध हम सभी के लिए स्वस्थ, संतुलित आहार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. और आज बदलते जमाने में शुद्ध दूध और इससे बने उत्पादों का महत्व और बढ़ गया है.
पिछले कुछ सालों में, भारत 150 मिलियन टन से अधिक उत्पादन के साथ दुनिया में दूध के सबसे बड़े उत्पादकों में से एक बन गया है. आज बहुत से पढ़े-लिखे युवा भी डेयरी फार्मिंग से जुड़ रहे हैं. ताकि लोगों को अच्छी गुणवत्ता का दूध और अन्य डेयरी उत्पाद मिल सकें.
आज World Milk Day 2022 के मौके पर हम आपको बता रहे हैं 4 ऐसे लोगों के बारे में जिनके लिए दूध आज White Gold से कम नहीं है. क्योंकि ये लोग दूध से अच्छी कमाई कर रहे हैं.
1. आशुतोष दीक्षित, उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश में इटावा के बीहड़ी आसई गांव में रहने वाले आशुतोष दीक्षित एक सफल डेयरी किसान हैं. आशुतोष ने सिविल इंजीनियरिंग की डिग्री की हुई है. लेकिन पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्हें कोई ढंग की जॉब नहीं मिली. इसलिए उन्होंने कुछ और काम करने की सोची ताकि अपने परिवार का सहारा बन सकें.
आशुतोष ने अपने किसी दोस्त से लोन लेकर 4 शाहीवाल गाय खरीदीं और अपनी डेयरी शुरू कर दी. उनका कहना है कि डेयरी फार्मिंग में मेहनत बहुत है लेकिन साल-दो साल में अच्छा मुनाफा मिलने लगता है. उन्होंने मात्र तीन साल में अपनी डेयरी को 70 गायों तक बढ़ा लिया.
इस गायों की वह अच्छी देखभाल करते हैं. और दूध को कांच की बोतलों में पैक करके आसपास के शहरों तक पहुंचा रहे हैं. साथ ही, वह देसी घी भी बनाते हैं, जिसका उन्हें अच्छा दाम मिल रहा है. आज वह अपने दूध और घी के कारोबार से सालाना 15 लाख रुपए का कमाई कर रहे हैं.
2. जयराम गायकवाड़, मध्य प्रदेश
बैतूल के बघोली गांव में रहने वाले जयराम गायकवाड़ ने सरकारी नौकरी छोड़कर जैविक खेती की राह अपनाई है. खेती के साथ-साथ वह गौपालन करके डेयरी भी चला रहे हैं. उन्होंने मात्र 2 गायों से अपनी डेयरी शुरू की थी लेकिन आज उनके पास 60 गाय-बछड़े हैं. जिनसे उन्हें हर दिन लगभग 150 लीटर दूध मिलता है.
इस दूध को बेचने के साथ-साथ जयराम इससे पनीर, मावा और घी जैसे प्रोडक्ट्स भी बना रहे हैं. उनके बनाए प्रोडक्ट्स की उनके गांव के आसपास शहरी इलाके में अच्छी मांग है क्योंकि उनकी गाय जैविक चारा खाती हैं तो दूध की क्वालिटी एकदम अव्वल है.
जयराम का कहना है कि डेयरी और खेती से आज वह 30 लाख रुपए से ज्यादा की आमदनी कर पा रहे हैं.
3. संदीप मान, हरियाणा
लाड गांव, भिवानी के रहने वाले संदीप मान ने पढ़ाई पूरी करके इधर-उधर भटकने की बजाय डेयरी फार्मिंग शुरू की. उन्होंने कुछ साल पहले चंद गायों से अपनी डेयरी शुरू थी. पहले अपनी डेयरी के दूध को शहरों तक पहुंचाना शुरू किया. जब दूध की मांग बढ़ने लगी तो उन्होंने दूसरे डेयरी किसानों से नेटवर्क बनाया.
दूसरे किसानों से दूध लेकर उन्होंने गुरूग्राम जैसे शहरों के ग्राहकों तक अच्छा दूध पहुंचाना शुरू किया. जैसे-जैसे उनका बिजनेस बढ़ा तो उन्होंने ओर गाय खरीद लीं. आज 10 साल बाद उनके पास 100 से ज्यादा गाय हैं. टेक्निकल फार्मिंग के मुताबिक, संदीप अब रोजाना 15 से 16 हजार लीटर दूध गुड़गाव में एक कंपनी को सप्लाई कर रहे हैं.
संदीप का कहना है कि अब वे फूड ग्रेड क्वालिटी के टैंकर में दूध की सप्लाई कर रहे हैं. अपनी डेयरी में उन्होंने 30 से ज्यादा लोगों को रोजगार भी दिया है. उनकी सालाना कमाई आज 1 करोड़ रुपए से ज्यादा है.
4. अंकिता कुमावत, राजस्थान
अजमेर में रहने वाली अंकिता कुमावत पिछले कई सालों से डेयरी फार्मिंग कर रही हैं. अंकिता की कहानी इसलिए स्पेशल हैं क्योंकि उन्होंने विदेशों में लाखों के पैकेज की नौकरी छोड़कर अपने शहर में डेयरी का काम शुरू किया. अंकिता ने अपने पिता के साथ मिलकर डेयरी फार्मिंग में अपार सफलता हासिल की है.
डेयरी फार्मिंग में उनका सफर एक गाय से शुरू हुआ था और आज कहानी 50 से ज्यादा गायों तक पहुंच चुकी है. दूध की सप्लाई करने के साथ-साथ वह देसी घी भी बना रही हैं. उनका घी आज दिल्ली, गुरुग्राम, पुणे जैसे शहरों में पहुंच रहा है. घी के साथ-साथ वह गाय के दूध की मिठाइयां भी बना रही हैं. जो आज देशभर में डिलीवर की जा रही हैं.
अपने बिजनेस से वह लाखों में कमा रही हैं और जल्द एक गांव को गोद लेने वाली हैं.