Stock Markets Crash: इंडियन शेयर बाजार(Indian share Market Crash) 5 अगस्त सोमवार को खुलते ही क्रैश हो गया. भारतीय शेयर बाजार(Indian Share Market) में बड़ी गिरावट देखने को मिली है.
इंडियन शेयर मार्केट में दोपहर तक सेंसेक्स(SENSEX) 2,686 प्वाइंट्स गिरकर 78,295.86 प्वाइंट पर पहुंच गया. वहीं एनएसई निफ्टी(NSE NIFTY) भी 824 अंक गिरकर 23,893.70 अंक पर पहुंच गया.
न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार, दोपहर तक कारोबार में निवेशकों को 17.11 लाख करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है. इस भारी नुकसान के बाद अब इंडियन शेयर बाजार में इंवेस्टर्स का कुल पैसा 4,40,04,979.86 करोड़ रुपए बचा है.
इंडियन शेयर मार्केट में ऐसी ही गिरावट बीते शुक्रवार को भी देखी गई थी. शुक्रवार को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज(BSE) 885.60 प्वाइंट्स गिरकर 80,981.95 प्वाइंट पर पहुंच गया था.
शुक्रवार को नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी(NSE NIFTY) 293.20 प्वांइट्स गिरकर 24,717.70 अंक पर पहुंच गया था. अब सोमवार को निफ्टी में भारी गिरावट देखने को मिली है.
दुनिया भर में गिरे स्टॉक मार्केट्स
शेयर बाजार में गिरावट सिर्फ इंडियन शेयर मार्केट तक सीमित नहीं है. भारत समेत दुनिया भर के कई देशों के स्टॉक मार्केट धड़ाम से गिर गए हैं. एएफपी की एक रिपोर्ट के अनुसार, टोक्यो के शेयर मार्केट(Tokyo Share Market) में 12 प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट हुई है.
टोक्यो के निक्केई इंडेक्स(NIKKEI) में इतिहास की सबसे बड़ी गिरावट देखी गई है. निक्केई इंडेक्स और टॉपिक्स(TOPIX) इंडेक्स में 12 प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट हुई है.
निक्केई इंडेक्स 4,451.28 प्वाइंट्स टूटकर 31,458.42 प्वाइंट्स पर पहुंच गया है. टॉपिक्स इंडेक्स 310.45 अंक गिरकर 2,227.15 अंक पर पहुंच गया है.
इससे पहले जापान के शेयर बाजार में ऐसी मंदी साल 1987 में हुई थी. सीएनबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, मित्सुबिशी, मित्सुई एंड कंपनी, सुमितोमो एंड मारुबेनी जैसे बड़े ट्र्रेडिंग हाउस में भी 14 प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट हुई है. कुछ शेयर बाजरों का मूल्यांकन काफी घट गया है. मार्केट में मुत्सेई का कुल पूंजीकरण 20 फीसदी घट गया है.
रोकी गई ट्रेडिंग
एएफपी ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि साउथ कोरिया के सियोल और ताइवान के ताइपे के शेयर मार्केट में 8 प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट आई है. वहीं सिंगापुर में 4 फीसदी से ज्यादा और सिडनी में 3 प्रतिशत की गिरावट हुई है.
दुनिया भर के शेयर बाजारों में भारी गिरावट को देखते हुए ओसाका एक्सचेंज के निक्केई और टॉपिक्स इंडेक्स ने ट्रेडिंग को अस्थायी तौर पर 20 मिनट के लिए बंद कर दिया था.
क्या है वजह?
दुनिया भर के शेयर बाजार में आई भारी गिरावट की बड़ी वजह अमेरिका है. अमेरिका की इकॉनोमी के क्रैश होने और मंदी के फेज में जाने की आशंका है. अमेरिका में जुलाई में बेरोजगारी पर आई रिपोर्ट के बाद दुनिया भर के शेयर मार्केट्स में गिरावट देखी गई है.
इस रिपोर्ट में बताया गया है कि पिछले महीने जुलाई 2024 में अमेरिका में 1.14 लाख नौकरियां आईं. ये नौकरियां वॉल स्ट्रीट के अनुमान से काफी कम है.
अमेरिका में बेरोजगारी दर बढ़कर 4.3 फीसदी हो गई जो अक्तूबर 2021 के बाद सबसे ज्यादा है. आशंका जताई जा रही है कि फेडरल रिजर्व भी अमेरिका को इस मंदी से नहीं बचा सकता है.
BOJ के ब्याज दर में बढोतरी
दुनिया भर के स्टॉक मार्केट्स के क्रैश होने की एक दूसरी वजह भी है. एक्सपर्ट की माने तो बैंक ऑफ जापान(BOJ) ने ब्याज दर को 0.25% बढ़ा दिया है.
बैंक ऑफ जापान के इस फैसले से अमेरिकी डॉलर के मुकाबले जापानी येन की कीमत बढ़ गई. येन अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है. इससे नियार्तकों और ओवरसीज कमाई वाली कंपनियों को नुकसान होगा.
इसी बीच ईरान और इजरायल के बीच युद्ध के हालात बन गए हैं. कहा जा रहा है कि दोनों देशों के बीज आज ही जंग हो सकती है. ये हालत तब बने जब इजरायल ने ईरान में हवाई हमले करके हमास नेता इस्माइल हानिया की हत्या कर दी. हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, दोनों देशों में तनाव बढ़ने से तेल की कीमतें बढ़ सकती हैं.