दिल्ली के एजुकेशन इंफ्रास्ट्रक्चर को केजरीवाल सरकार बूस्टर डोज देने जा रही है. दिल्ली के सरकारी स्कूलों को 12 हजार से अधिक नए स्मार्ट क्लासरूम मिलेंगे. दिल्ली के 240 सरकारी स्कूलों में 12430 नए स्मार्ट क्लासरूम जुड़ेंगे. दिल्ली सरकार की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक 12 हजार नए क्लासरूम जुड़ने के साथ ही दिल्ली में केजरीवाल सरकार की तरफ से बनवाए नए स्मार्ट क्लासरूम की संख्या 20 हजार हो जाएगी.
स्मार्ट क्लासरूम में कई सुविधाएं
इस सत्र से नई कक्षाएं तैयार होने के बाद अतिरिक्त और बड़ी संख्या में छात्रों को दाखिला मिल सकेगा. इन क्लासरूम को स्मार्ट इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि इसमें प्रोजेक्टर, डिजिटल बोर्ड जैसी सुविधाएं होंगी. साथ ही नई स्कूल इमारतों में डिजाइनर डेस्क, अत्याधुनिक लैब, बड़ी लाइब्रेरी मॉडर्न सुविधाओं वाले स्टाफ रूम और बड़े कार्यक्रमों के लिए मल्टीपरपस हॉल समेत दिव्यांग छात्रों और स्टाफ के लिए लिफ्ट और रैंप का भी प्रावधान किया गया है.
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दिल्ली की शिक्षा मॉडल का देशभर में प्रचार कर रहे केजरीवाल
केजरीवाल सरकार का दावा है कि उसने राजधानी में शिक्षा और स्वास्थ्य को सबसे ज्यादा प्राथमिकता दी है. इतना ही नहीं आम आदमी पार्टी पांच राज्यों के चुनावी प्रचार में भी शिक्षा और स्वास्थ्य को अहम मुद्दा बना रही है और दिल्ली मॉडल पर ही चुनाव लड़ रही है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 18 फरवरी को पंजाब में चुनाव प्रचार खत्म करके दिल्ली लौटे हैं. पंजाब चुनाव प्रचार के दौरान लगे आरोपों को खारिज करते हुए दिल्ली के शिक्षा मंत्री और उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा था कि उनकी सरकार दिल्ली में शिक्षा स्वास्थ्य पर काम कर रही है और दूसरे राज्यों में भी बेहतर शिक्षा व्यवस्था और इंफ्रास्ट्रक्चर देने की बात कर रही है लेकिन विरोधी उन पर एक साथ आक्रामक हैं. जाहिर है कि मतदान के ठीक पहले दिल्ली के इंफ्रास्ट्रक्चर बूस्टर डोज का असर पंजाब के मतदाताओं तक भी पहुंचाने की कोशिश है.
आशुतोष मिश्रा की रिपोर्ट