बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू), वाराणसी ने हिंदू स्टडीज में एक नया एमए (MA)कोर्स शुरू किया है. बीएचयू के अनुसार, स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम देश में किसी विश्वविद्यालय द्वारा पेश किया जाने वाला अपनी तरह का पहला पाठ्यक्रम है. बीएचयू के कुलपति वीके शुक्ला ने पाठ्यक्रम का उद्घाटन किया और कहा कि यह एक अंतःविषय कार्यक्रम है जिसे राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 (National Education Policy)के अनुरूप बनाया गया है.
पहले बैच में शामिल हो सकेंगे 45 छात्र
यह कार्यक्रम भारत अध्ययन केंद्र द्वारा कला संकाय के तहत दर्शनशास्त्र और धर्म विभाग, संस्कृत विभाग और प्राचीन भारतीय इतिहास, संस्कृति और पुरातत्व विभाग के सहयोग से पेश किया जाएगा. प्रोफेसर शुक्ला ने कहा कि पाठ्यक्रम दुनिया को हिंदू धर्म के कई अज्ञात पहलुओं से अवगत कराएगा और इसकी शिक्षाओं को अधिक लोगों तक ले जाने में मदद करेगा. कोर्स के पहले बैच में एक विदेशी छात्र समेत कुल 45 छात्र शामिल हुए हैं.
उद्घाटन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के निदेशक डॉ विजय शंकर शुक्ला ने हिंदू अध्ययन पर इस तरह के पाठ्यक्रम की आवश्यकता पर जोर दिया. शताब्दी अध्यक्ष प्रोफेसर राकेश उपाध्याय ने कहा कि सनातन जीवन मूल्यों के निर्माण के लिए नया कोर्स काफी महत्वपूर्ण साबित होगा.
कब से शुरू हो रहा कोर्स?
बता दें कि आज यानी 19 जनवरी से सुबह 11 बजे से नए एमए कोर्स की कक्षा शुरू हो जाएगी. यह क्लास 21 जनवरी तक इंट्रोडक्ट्री होगी और उसके बाद 25 जनवरी से वीकली प्रोग्राम चलेगा.
दो साल के लिए शुरू हुआ कोर्स
इससे पहले विश्वविद्यालय के कुलपति ने बताया था कि यूनिवर्सिटी 40 सीटों के साथ दो साल के लिए हिंदू धर्म कोर्स शुरू कर रहा है. उन्होंने कहा कि यह हमारे देश में हिंदू धर्म का पहला डिग्री कोर्स होगा. इससे पहले हिमाचल यूनिवर्सिटी में एक कोर्स चल रहा था जोकि डिप्लोमा कोर्स था.
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