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Bihar Teachers: बिहार के शिक्षकों के लिए नया नियम, बिना ऑनलाइन अटेंडेंस नहीं मिलेगी सैलरी

Online Attendance: शिक्षा विभाग 25 जून से जीपीएस-इनेबल्ड सरकारी एप्लिकेशन पर ऑनलाइन अटेंडेंस का ट्रायल कर रहा था. अब अक्टूबर से इसे लागू किया जा रहा है.

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हाइलाइट्स
  • शिक्षाकोष मोबाइल एप में जोड़ा गया विकल्प 

  • 1 अक्टूबर से लगानी होगी ऑनलाइन अटेंडेंस

बिहार सरकार ने स्कूल शिक्षकों की मैन्युअल अटेंडेंस बंद करने का फैसला किया है. अक्टूबर से, बिहार के 75,000 से ज्यादा सरकारी स्कूलों के 5.62 लाख से ज्यादा शिक्षकों को सिर्फ उनकी ऑनलाइन अटेंडेंस के आधार पर वेतन मिलेगा. 

अटेंडेंस दर्ज कराने के बावजूद शिक्षकों के स्कूल से अनुपस्थित रहने की बार-बार मिल रही शिकायतों के कारण सरकार ने यह निर्णय लिया. शिक्षकों की अनुपस्थिति की सबसे ज्यादा शिकायतें बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों से आती हैं. शिक्षा विभाग 25 जून से जीपीएस-इनेबल्ड सरकारी एप्लिकेशन पर ऑनलाइन अटेंडेंस का ट्रायल कर रहा था.

शिक्षाकोष मोबाइल एप में जोड़ा गया विकल्प 
द इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, प्रिंसिपल/शिक्षक की ऑनलाइन अटेंडेंस दर्ज कराने के लिए ई-शिक्षाकोश मोबाइल ऐप पर "स्कूल एडमिन" नाम से एक नया विकल्प दिया गया है, जिसके माध्यम से स्कूल के प्रिंसिपल भी स्कूल में मौजूद शिक्षकों की ऑनलाइन अटेंडेंस दर्ज कर सकते हैं.

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ऑनलाइन अटेंडेंस तभी दर्ज की जा सकेगी जब कोई शिक्षक स्कूल के 500 मीटर के दायरे में हो. अगर कोई शिक्षक स्कूल से बाहर ड्यूटी पर है तो इसे भी एप पर मार्क किया जा सकता है. हालांकि, बताया जा रहा है कि ऑनलाइन ऐप 70-80 प्रतिशत मामलों में ही सफल रहा. कई बार जीपीएस ठीक से काम नहीं करता. लेकिन  नई तकनीक और बदलावों को अपनाने से ही आगे बढ़ा जा सकता है.