बीपीएससी के पेपर में अब अभ्यर्थियों को तुक्का लगाना महंगा पड़ सकता है. 68वीं बीपीएससी संयुक्त परीक्षा में प्रारंभिक परीक्षा यानि प्री-एग्जाम से लेकर मुख्य परीक्षा (मेंस पेपर) पैटर्न में बड़ा बदलाव किया गया है. अब से नेगेटिव मार्किंग शुरू कर दी गई है. प्री-एग्जाम में 150 प्रश्नों के लिए 0.25 प्रतिशत नेगेटिव मार्किंग होगी. इसके अलावा, ऑप्शनल सब्जेक्ट को लेकर भी कई बदलाव किए गए हैं.
नेगेटिव मार्किंग रखी गई है
बताते चलें कि सभी 150 प्रश्नों पर एक समान नेगेटिव मार्किंग रखी गई है. सही उत्तर के लिए 1 अंक मिलगा तो वहीं गलत उत्तर के लिए 0.25 अंक काट लिए जाएंगे. प्रत्येक गलत उत्तर के लिए ¼ या 0.25 अंक काटे जाएंगे. नेगेटिव मार्किंग तब लागू होगी जब उत्तर पुस्तिका में उम्मीदवार उत्तर में एक से अधिक ऑप्शन पर टिक करेगा. अगर किसी ने वो सवाल एटेम्पट ही नहीं किया है या उम्मीदवार ने प्रश्न छोड़ा है, तो कोई नेगेटिव मार्किंग नहीं होगी.
ऑप्शनल सब्जेक्ट का महत्व होगा कम
ऑप्शनल सब्जेक्ट के महत्व को भी कम कर दिया गया है. इसके जगह पर निबंध की परीक्षा 300 अंकों की होगी. बीपीएससी मेन्स परीक्षा के वैकल्पिक पेपर में 300 के बजाय केवल 100 अंक होंगे. मेन्स परीक्षा में BPSC वैकल्पिक पेपर बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQ) का होगा. 68वीं मेन्स में मार्किंग स्कीम बदल दी गई है जहां सामान्य हिंदी 100 अंकों की होगी, सामान्य अध्ययन पेपर 1 और 2 300 अंकों का होगा. निबंध का पेपर 300 अंकों का होगा और बीपीएससी का वैकल्पिक पेपर 100 अंकों का होगा. मेन्स परीक्षा के सभी पेपर के लिए अभ्यर्थियों को तीन घंटे का समय मिलेगा.
गौरतलब है कि बीपीएससी ने 68वीं संयुक्त (प्रारंभिक) प्रतियोगी परीक्षा 2021 का नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है. बीपीएससी एप्लीकेशन फॉर्म 25 नवंबर से 30 दिसंबर, 2022 तक उपलब्ध है. उम्मीदवार इस दौरान अप्लाई कर सकते हैं. यह परीक्षा 283 पदों के लिए होगी.