बिहार में बीपीएससी और राज्य कर्मचारी चयन आयोग हाल के दिनों में काफी विवादों में रहा है. इसका कारण है परीक्षा शुरू होते ही प्रश्न पत्र का वायरल हो जाना. वायरल की घटनाएं आयोग के लिए ऐसा सिरदर्द है कि इसे लेकर जमकर बवाल हो चुका है. लाठीचार्ज हो चुकी है. अब ऐसा नहीं होगा, क्योंकि आयोग ने नकल और अफवाह फैलाने वालों पर लगाम लगाने के लिए कठोर फैसला लिया है. इसका कारण आगामी 12 फरवरी को होने जा रही 68वीं बीपीएससी की परीक्षा है. लगातार प्रश्न पत्र वायरल और सोशल मीडिया पर अफवाह को देखते हुए आयोग ने तैयारी की है. अगर आप भी इस बार 68वीं बीपीएससी की पीटी परीक्षा देने जा रहे हैं तो उसके पहले आयोग के नियम को जान लें. इस बार किसी भी परिस्थिति में इस काम को नहीं करें.
परीक्षा देने पर लग सकती है रोक-
जिस चीज से अभ्यर्थियों को सावधान रहना है, उसमें किसी भी हाल में नकल नहीं करें, न ही सोशल मीडिया पर प्रश्न पत्रों के वायरल और अफवाह में पड़ें. आपको बता दें कि 68वीं बीपीएससी प्रारंभिक परीक्षा में इस बार करीब चार लाख 34 हजार 661 अभ्यर्थी शामिल होंगे. अभ्यर्थी 324 पदों के लिए ये परीक्षा देंगे. साथ ही अगर परीक्षा में नकल करते या किसी तरह के इलेक्ट्रॉनिक उपकरण के साथ पकड़े गए तो उनके लिए विशेष सजा का प्रावधान किया गया है. ऐसे अभ्यर्थी पांच साल तक परीक्षा नहीं दे सकेंगे. उन्हें परीक्षा देने से वंचित कर दिया जाएगा. उसके बाद भी अगर वे लोग सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से अफवाह फैलाते हैं तो तीन साल के लिए सस्पेंड कर दिये जाएंगे.
परीक्षा में होगी सख्ती-
दूसरे राज्यों में भी परीक्षा देने पर बैन लगा दी जाएगी. आयोग के सचिव रवि कुमार और उप सचिव कुंदन कुमार ने बताया कि ऐसे अभ्यर्थियों की सूची राज्य के दूसरे आयोग को भी भेजी जाएगी. ऐसे अभ्यर्थी दूसरे राज्यों में भी परीक्षा नहीं दे सकेंगे. आयोग का निर्णय है कि बिना आई कार्ड के एंट्री नहीं मिलेगी. परीक्षा फॉर्म भरते समय जिन पहचान पत्र की जानकारी उन्होंने साझा किया था, केवल उसी पहचान पत्र को दिखाने पर परीक्षा देने की अनुमति मिलेगी. आपको बताते चलें कि इस बार 11:00 बजे के बाद किसी परीक्षार्थी को केंद्र में प्रवेश करने नहीं दिया जाएगा. परीक्षा केंद्र मे 9:30 बजे से प्रवेश की अनुमति होगी. परीक्षा 12:00 बजे से 2:00 तक होगी. परीक्षा समाप्त होने के एक घंटे बाद तक छात्रों को केंद्र पर ही रहना होगा. अभ्यर्थियों के सामने ही प्रश्न पत्र की वीडियोग्राफी कराते हुए उन्हें दिया जाएगा.
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