
विश्वेश्वरैया टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी का एनुअल कॉनवोकेशन 10 मार्च को होने वाला है. इसबार के कॉनवोकेशन में सिविल इंजीनियरिंग ग्रेजुएट बुशरा मतीन को 16 गोल्ड मेडल मिलने वाले हैं. ऐसा पहली बार है जब किसी छात्र को इतने गोल्ड मेडल मिलने वाले हैं. आपको बता दें, इससे पहले ये रिकॉर्ड 13 गोल्ड मेडल का था. लेकिन इसबार बढ़कर 16 हो गया है.
यूपीएससी की कर रही हैं तैयारी
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, बुशरा यूपीएएसी की तैयारी कर रही हैं. उन्होंने कॉलेज प्लेसमेंट में भाग न लेने का फैसला किया है, बुशरा कहती हैं, “शुरुआत में जब मैंने एडमिशन लिया था तब मैं एक सरकारी सिविल इंजीनियर बनना चाहती थीं. लेकिन बाद में मुझे लगा कि मैं यूपीएससी के माध्यम से अपने देश के लिए बेहतर कर पाउंगी. जिसके बाद ही मैंने इसकी तैयारी नवंबर से ही शुरू कर दी है.”
क्लास में थीं 23 लड़कियां
रिपोर्ट के मुताबिक, बुशरा के पिता जूनियर सिविल इंजीनियर हैं और मां ने आर्ट्स में ग्रेजुएशन की है. बुशरा कहती हैं, “मेरे पिता ने सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा किया था. मैंने इसी में बैचलर की डिग्री लेकर उनका सपना पूरा किया है.”
बुशरा कंप्यूटर साइंस में भी पढ़ाई करना चाहती थीं. वे कहती हैं, “अगर में कंप्यूटर साइंस ऑप्ट कर सकती थी और किसी अच्छे कॉलेज में एडमिशन भी ले लेती, लेकिन सिविल स्ट्रीम एवरग्रीन है. मैं कहीं भी रहते हुए सिविल इंजीनियरिंग कर सकती हूं. हमारी क्लास में कुल 70 बच्चे थे जिसमें से 23 लड़कियां थीं.
गौरतलब है कि बुशरा की पढ़ाई रायचूर के सेंट मैरी कान्वेंट स्कूल से हुई है. उनका मानना है कि महिलाओं के लिए शिक्षा सबसे जरूरी है. ये शिक्षा उन्हें उनके फैसले लेने के लिए मजबूत बनाती हैं.