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CBSE ने 2025-26 सत्र से बारहवीं Accountancy Exam में बेसिक Calculator के उपयोग को दी मंजूरी, जानिए आखिर क्यों लिया यह निर्णय 

CBSE Allows Calculator: सीबीएसई ने 12वीं बोर्ड की अकाउंटेंसी परीक्षा में बेसिक कैलकुलेटर के उपयोग को मंजूरी दी है. यह नियम 2025-26 सत्र से लागू होगा. छात्र कैलकुलेटर से जोड़, घटाव, गुणा, भाग और प्रतिशत की गणना कर सकेंगे. 

Students (Photo: Meta AI) Students (Photo: Meta AI)
हाइलाइट्स
  • कैलकुलेटर के उपयोग से समय की होगी बचत 

  • छात्र-छात्राओं को बेहतर प्रदर्शन करने में मिलेगी मदद 

सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन यानी सीबीएसई (CBSE) ने 12वीं के स्टूडेंट्स को खुशखबरी दी है. CBSE ने 2025-26 सत्र से बारहवीं अकाउंटेंसी परीक्षा में बेसिक कैलकुलेटर के उपयोग को मंजूरी दी है. यह निर्णय बोर्ड की 140वीं बैठक में लिया गया, जिसमें कई अन्य प्रस्तावों को भी मंजूरी दी गई. इस पहल का उद्देश्य छात्रों का संज्ञानात्मक भार कम करना है, जिससे वे मैन्युअल गणनाओं के बजाय विश्लेषणात्मक और वैचारिक प्रतिक्रियाओं पर ध्यान केंद्रित कर सकें.

सीबीएसई का निर्णय
सीबीएसई के अनुसार, विद्यार्थी जोड़, घटाव, गुणा, भाग और प्रतिशत गणना के लिए कैलकुलेटर का उपयोग कर सकेंगे. परीक्षा में इस्तेमाल होने वाले कैलकुलेटर को लेकर बोर्ड जल्द ही स्पष्ट दिशानिर्देश जारी करेगा ताकि छात्र अडवांस्ड या प्रोग्राम की गई डिवाइस का उपयोग न करें.

नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2020 का समर्थन
सीबीएसई ने यह निर्णय नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2020 के उद्देश्यों का समर्थन करते हुए लिया है, जो छात्रों की उच्च स्तर की थिंकिंग स्किल्स पर जोर देती है. सीबीएसई बोर्ड की इस पहल पर कुछ लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. एक शिक्षक ने कहा, पिछले 20-25 सालों से आईएससी में कैलकुलेटर की अनुमति है, लेकिन सीबीएसई में यह सुविधा नहीं थी. इस कारण बच्चे पेपर समय पर पूरा नहीं कर पाते थे. एक छात्र ने कहा, कैलकुलेटर से जटिल गणनाओं को करने में हमारा काफी समय बच जाएगा, जिसका उपयोग हम परीक्षा के दूसरे हिस्सों पर कर सकेंगे.

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अन्य बोर्डों की स्थिति
मौजूदा समय में सीबीएसई बोर्ड दसवीं और बारहवीं परीक्षा में विशेष आवश्यकता वाले छात्रों को कैलकुलेटर के उपयोग की अनुमति देता है. उधर, सीआईएससीई यानी काउन्सिल फॉर दी इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन ने 2021 से ही बारहवीं की परीक्षा में कैलकुलेटर की अनुमति दे रखी है.

भविष्य की दिशा
सीबीएसई की इस पहल को नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2020 के उद्देश्यों का समर्थन प्राप्त है. यह निर्णय छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे वे मैन्युअल गणनाओं के बजाय विश्लेषणात्मक और वैचारिक प्रतिक्रियाओं पर ध्यान केंद्रित कर सकेंगे. यह पहल छात्रों के लिए परीक्षा के दौरान समय की बचत करेगी और उन्हें बेहतर प्रदर्शन करने में मदद करेगी.