आपका अपना कोई खास अगर आपको छोड़कर चला जाए इससे बड़ा दुख आपके लिए कोई नहीं हो सकता. ऐसा ही एक मामला तमिलनाडु में हुआ जहां लड़की को उसकी परीक्षा वाले दिन जिंदगी का सबसे बड़ा गम मिल गया. परीक्षा वाले दिन उसके पिता की मौत हो गई.
तिरुवेनैनल्लूर तालुक के पास करुवेपिल्लईपालयम की रहने वाली एस अनीता ने अपने पिता के अंतिम संस्कार के दिन, 5 मार्च को 12वीं की परीक्षा दी. लेकिन जब नतीजे आए तो खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा. छात्रा ने कामयाबी की स्क्रिप्ट लिख दी है.
पिता की हो गई थी मौत
अंग्रेजी की परीक्षा से 24 घंटे पहले सड़क दुर्घटना में लड़की के 54 वर्षीय पिता की मौत हो गई. लड़की के पिता मिर्च बेचने का काम करते थे. ये एक भावुक कहानी है. लड़की का परीक्षा देने का मन नहीं था लेकिन फिर भी उसने किसी तरह से कठोर मन करके अगले दिन परीक्षा में शामिल होने का फैसला किया. अनीता ने अपने पिता के सपनों को पूरा करने के लिए लचीलेपन का परिचय देते हुए बोर्ड परीक्षाओं में भाग लिया.
कितने अंक प्राप्त किए
अनीता ने बोर्ड परीक्षा 85% अंक के साथ पास की. लड़की ने 600 में से कुल 514 अंक प्राप्त किए है. अनीता ने एक न्यूज पोर्टल से बात करते हुए कहा, "अगर मेरे पिता जीवित होते, तो वो बहुत खुश होते और सुनिश्चित करते कि मैं कॉलेज में दाखिला ले लूं जैसा कि उन्होंने मेरी अन्य चार बहनों के साथ किया."
अनीता सरवनमबक्कम सरकारी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय (Saravanambakkam Government Higher Secondary School) की छात्रा हैं. अनीता आगे चलकर चार्टर्ड अकाउंटेंसी में अपना करियर बनाना चाहती हैं. हालांकि उन्होंने बताया कि उनकी मां के पास कमाई का कोई जरिया नहीं है और वो इतना धन जुटाने में असमर्थ हैं.
सरकार से मांगी सहायता
अनीता के पिता,एम सुब्रयालू (51) लाल मिर्च बेचकर पैसे कमाते थे. वो साइकिल पर एक बैग लेकर इसे ढोते थे और लाल मिर्च बेचकर घर खर्च चलाते थे.पुलिस ने जानकारी दी कि 4 मार्च को, जब वह सिरुथनूर के पास तिरुचि-चेन्नई राष्ट्रीय राजमार्ग पार कर रहे थे,तो चेन्नई जा रही एक कार ने कथित तौर पर उन्हें टक्कर मार दी. उनके परिवार में उनकी पत्नी कुप्पाम्मल के अलावा अनीता को मिलाकर पांच बेटियां हैं, जिनमें से दो की शादी हो चुकी है. अनीता ने कहा कि उनके पिता ने उन्हें पुलिस अधिकारी बनाने का सपना देखा था. अंतिम उपाय के रूप में, अनीता ने अब अपनी उच्च शिक्षा को आगे बढ़ाने के लिए जिला प्रशासन और राज्य सरकार से सहायता मांगी है.