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दिल्ली यूनिवर्सिटी में जल्द शुरू होगा सर्टिफिकेट कोर्स, DU से बाहर के छात्रों को मिलेगा फायदा

दिल्ली यूनिवर्सिटी में जल्द बाहर के छात्रों के लिए सर्टिफिकेट कोर्स शुरू किया जाएगा. जिसके तहत कोई भी दिल्ली विश्वविद्यालय से सर्टिफिकेट कोर्स कर सकता है. डीयू से सर्टिफिकेट कोर्स करने के लिए गृहणी, कामकाजी लोग या फिर रिटायर हो चुके लोग भी आवेदन कर सकेंगे.

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हाइलाइट्स
  • कोई भी कर सकेगा सर्टिफिकेट कोर्स के लिए आवेदन

  • अगले साल जनवरी से शुरू हो सकता है यह प्रोग्राम

दिल्ली यूनिवर्सिटी अगले साल जनवरी से गैर-डीयू छात्रों के लिए सर्टिफिकेट कोर्स शुरू करने की योजना बना रहा है. इसके बारे में दिल्ली यूनिवर्सिटी के कुलपति योगेश सिंह ने जानकारी दी. इसके बारे में योगेश सिंह ने इसकी जानकारी पीटीआई के हवाले से दी. उन्होंने बताया कि दिल्ली यूनिवर्सिटी में गैर डीयू छात्रों के लिए सर्टिफिकेट कोर्स चलाने को लेकर 3 अगस्त को होने वाली परिषद की बैठक में रखा जाएगा. 

इसके साथ ही योगेश सिंह ने आगे बताया कि इसको लेकर अनुमति मिलने के बाद जो छात्र दिल्ली यूनिवर्सिटी में नहीं पढ़ते हैं वह भी यहां से सर्टिफिकेट कोर्स कर सकेंगे. इसके साथ ही वह नियमित छात्रों की तरह ही क्लासेस ले सकेंगे. वहीं उनका कोर्स पूरा होने के बाद उन्हें उससे संबंधित प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा. 

सर्टिफिकेट कोर्स करने वालों को होगा फायदा 
दिल्ली यूनिवर्सिटी के कुलपति योगेश सिंह ने कहा कि इस योजना के शुरू होते ही उन लोगों को काफी मदद मिलेगी जो किसी विशेष विषय या कौशल के बारे में सीखना चाहते है, लेकिन वह डिग्री नहीं लेना चाहते है. इसके शुरू होने के बाद वह छात्र अपने पसंदीदा सर्टिफिकेट कोर्स कर पाएंगे. 

कोई भी कर सकेगा सर्टिफिकेट कोर्स 
दिल्ली यूनिवर्सिटी में गैर डीयू छात्रों के लिए सर्टिफिकेट कोर्स शुरू होने के बाद कोई भी दिल्ली यूनिवर्सिटी से प्रमाणपत्र पाठ्यक्रम कर सकेगा. सर्टिफिकेट कोर्स करने वाले आवेदक छात्र और कामकाजी लोग की कर सकेंगे. इसके साथ ही रिटायर हो चुके लोग भी सर्टिफिकेट कोर्स करने के लिए आवेदन कर सकते है. 

ऐसे होगी सर्टिफिकेट कोर्स 
दिल्ली यूनिवर्सिटी के कुलपति योगेश सिंह ने बताया कि सर्टिफिकेट कोर्स किसी विशेष पाठ्यक्रम के लिए कोई भी विषय हो सकता है. जैसे अगर कोई व्यक्ति बीए (ऑनर्स) राजनीति विज्ञान के प्रथम वर्ष के छात्रों को सभी पाठ्यक्रम पढ़ाई जा रहे हैं, लेकिन कोई व्यक्ति केवल संवैधानिक मूल्यों के बारे में अध्ययन करना चाहता है, तो उसे उस एक पाठ्यक्रम के बारे में अध्ययन करने की अनुमति दी जाएगी.