राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के प्राइवेट स्कूलों में ईडब्लूएस कोटे से अपने बच्चों को पढ़ाने की चाह रखने वालों का इंतजार खत्म हो गया. ईडब्लूएस कोटे के तहत एकेडमिक सेशन 2023-24 के लिए नर्सरी, केजी और क्लास वन में प्रवेश के लिए पहला ड्रा निकल चुका है. बच्चों के पैरेंट्स ऑफिशियल वेबसाइट edustud.nic.in पर विजिट कर अपने बच्चों का नाम चेक कर सकते हैं. डायरेक्टरेट ऑफ एजुकेशन ने कहा कि कंप्यूटर ड्रॉ के जरिए करीब 42,000 सीटों पर छात्रों को शॉर्टलिस्ट किया गया है.
निजी स्कूल में आर्थिक रूप से कमजोर आय वर्ग के कोटे के तहत दाखिले के लिए 1700 निजी स्कूलों में नर्सरी, केजी और क्लास वन कक्षाओं की करीब 40 हजार सीटों पर दाखिले के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया 10 फरवरी से शुरू हुई थी. पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक आनलाइन आवेदन करने की अंतिम तिथि 25 फरवरी थी. इसके बाद आवेदन करने की अंतिम तिथि को 6 मार्च तक के लिए बढ़ा दिया गया था.
ऐसे एडमिशन रिजल्ट करें चेक
1. अभिभावक सबसे पहले ऑफिशियल वेबसाइट edustud.nic.in पर जाएं.
2. फिर वेबसाइट के होमपेज पर ईडब्ल्यूएस एडमिशन के टैब पर जाएं.
3. इसके बाद नर्सरी एडमिशन 2023-24 के लिंक पर क्लिक करें.
4. रजिस्ट्रेशन नंबर और डेट ऑफ बर्थ दर्ज कर सेंड कर दें.
5. अंत में आपका परिणाम स्क्रीन पर प्रदर्शित होगा.
6. इसे चेक करें और एडमिशन प्रोसेस के लिए एक प्रिंट आउट भी रख लें.
बची हुई सीटों के लिए जारी होगी दूसरी लिस्ट
दिल्ली नर्सरी एडमिशन की पहली लिस्ट में जिन छात्रों का नाम नहीं आया है उन्हें परेशान होने की जरूरत नहीं है. बची हुई सीटों के लिए दूसरी सूची भी जारी की जाएगी. जिन छात्रों का चयन लकी ड्रॉ की पहली लिस्ट के जरिए हुआ है वे दिल्ली के प्राइवेट स्कूलों में जाकर नर्सरी से कक्षा 1 तक एडमिशन ले सकते हैं.
प्राइवेट स्कूलों में 25 फीसदी सीटें हैं आरक्षित
दिल्ली के प्राइवेट स्कूलों में 25 फीसदी सीटें आरक्षित हैं. इसमें 22 फीसदी सीटें ईडब्ल्यूएस कैटेगरी के लिए और तीन फीसदी सीटें दिव्यांग कैटेगरी के छात्रों के लिए आरक्षित हैं. एडमिशन के लिए करीब 2,10,000 छात्रों ने आवेदन किया था. इस ड्रॉ के जरिए दिल्ली के स्कूलों में 50 हजार सीटों पर एडमिशन दिया जाएगा. प्राप्त आवेदनों के अनुसार यह साफ है कि इस बार एक सीट पर चार से अधिक दावेदार हैं.
स्कूल नहीं ले सकते डोनेशन
ड्रॉ में जिन छात्रों का नाम आएगा वे इस बात का ध्यान रखें कि कोई भी स्कूल एडमिशन के लिए डोनेशन नहीं ले सकते. यदि किसी स्कूल ने एडमिशन के नाम पर डोनेशन मांगा तो उस पर कारवाई करते हुए जुर्माना लगाया जाएगा. ऐसे स्कूलों की शिकायत के लिए उप शिक्षा निदेशक की अध्यक्षता में एक निगरानी सेल है जो सिलेक्टेड छात्रों का एडमिशन सुनिश्चित करेगी.