भारत के उत्तर पूर्वी क्षेत्र (NER) में विकास और नवाचार को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया. उत्तर पूर्वी परिषद (NEC) शिलांग, भारतीय प्रबंधन संस्थान के बीच एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किया गया. आईआईएम शिलांग और पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय (MDONR) को आईआईएम शिलांग में डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम सेंटर फॉर पॉलिसी रिसर्च एंड एनालिसिस के संचालन को जारी रखने के लिए हाथ मिलाया गया.
इस दिन हुआ समझौता
समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर 13 फरवरी 2024 को शिलांग में एनईसी सचिवालय में हुआ. मोसेस के चालाई, आईएएस सचिव एनईसी और प्रोफेसर डीपी गोयल, निदेशक आईआईएम शिलांग ने दोनों संगठनों के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए. एमडीओएनईआर के सचिव चंचल कुमार ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ इस कार्यक्रम में भाग लिया.
अक्टूबर 2016 में की गई थी स्थापना
डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम सेंटर फॉर पॉलिसी रिसर्च एंड एनालिसिस की स्थापना अक्टूबर 2016 में आईआईएम शिलांग, एमडीओएनईआर और एनईसी के बीच हस्ताक्षरित त्रिपक्षीय समझौते के बाद की गई थी. इसका प्राथमिक उद्देश्य परियोजनाओं की योजना बनाने और उन्हें क्रियान्वित करने, नवाचार को बढ़ावा देने और एनईआर में सर्वोत्तम प्रथाओं के भंडार के रूप में सेवा करने में सहायता करने के लिए एक अत्याधुनिक केंद्र के रूप में उभरना है.
पहलों के बारे में बताया
आईआईएम शिलांग के निदेशक प्रोफेसर डीपी गोयल ने केंद्र के संचालन को जारी रखने के महत्व पर जोर दिया और इसकी पिछली पहलों के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि एमओयू का विस्तार एनईआर के विकास के प्रति प्रतिबद्धता को और मजबूत करेगा.
केंद्र के प्रदर्शन पर जताया संतोष
एनईसी के आईएएस सचिव मोसेस चालाई ने केंद्र के प्रदर्शन पर संतोष व्यक्त किया और क्षेत्र की आकांक्षाओं के अनुरूप नीतियों और दिशानिर्देशों को संशोधित करने पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह किया. उन्होंने एनईसी की ओर से प्रायोजित डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम केंद्र के प्रशासनिक भवन के पूरा होने को लेकर जानकारी दी. औपचारिक उद्घाटन का आह्वान किया.
रखा प्रस्ताव
एमडीओएनईआर के सचिव चंचल कुमार ने क्षेत्र का एक प्रमुख थिंक टैंक बनने के लिए केंद्र की सफलता की कामना की. उन्होंने एमडीओएनईआर से पूर्ण समर्थन का आश्वासन देते हुए क्षेत्र में शासन को बढ़ाने के लिए डॉ. कलाम सेंटर के माध्यम से नॉर्थ ईस्ट डेवलपमेंट फेलो की शुरुआत का प्रस्ताव रखा. आईआईएम शिलांग के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के सदस्य अतुल कुलकर्णी ने उद्यमिता, शिक्षा और नीति विकास जैसे विभिन्न पहलुओं में केंद्र के महत्व पर जोर दिया.
इन प्रमुख क्षेत्रों में करेगा काम
एमओयू के विस्तार के साथ डॉ. कलाम सेंटर पांच प्रमुख क्षेत्रों प्रशिक्षण और विकास, अनुसंधान और परामर्श, नीति वकालत, ज्ञान प्रसार और नागरिक जुड़ाव के तहत अपने प्रयासों को तेज करेगा. इनका उद्देश्य एनईआर को राष्ट्रीय विकास में एक महत्वपूर्ण योगदानकर्ता के रूप में स्थापित करना, कुशल संसाधन उपयोग सुनिश्चित करना और सतत विकास को बढ़ावा देना है.
डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम केंद्र एनईआर के विकास एजेंडे को संबोधित करने, मानव संसाधन विकास को बढ़ावा देने, नवाचार और उद्यमिता के माध्यम से आर्थिक विकास को प्रोत्साहित करने और स्थिर निर्यात वृद्धि के लिए हस्तक्षेप की पहचान करने के लिए एमडीओएनईआर, एनईसी और अन्य हितधारकों के साथ मिलकर काम करेगा.