कुंभ मेला 2025 की तैयारी तकरीबन 1 साल से चल रही है. 13 जनवरी से मेले की शुरुआत हो जाएगी. लेकिन इस मेले में एक महीना पहले से ही मेले में काम करने वाले स्वच्छता कर्मी उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जिलों से आकर परिवार सहित बस जाते हैं. ये लोग दिसंबर, जनवरी, फरवरी तक मेले में ही रहते हैं. इस पूरे 3 महीने स्वच्छता कर्मी कुंभ मेला क्षेत्र की पूरी साफ सफाई का काम देखते हैं.
सबसे खास बात है कि उनके साथ सभी बच्चे भी अपनी पढ़ाई छोड़कर अपने माता-पिता के साथ कुंभ क्षेत्र में ही रहते हैं. कुंभ मेले में यह सफाई कर्मियों की सैनिटेशन कॉलोनी बसाई गई है. जहां सैकड़ों की संख्या में सफाई कर्मी अपने परिवारों के साथ आकर रुके हुए हैं. इस सैनिटेशन कॉलोनी में बड़ी संख्या में बच्चे भी अपने परिवार के साथ आए हैं, इन बच्चों में वो बच्चे भी शामिल हैं, जो अलग-अलग जिलों के सरकारी प्राथमिक, उच्च प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों में पढ़ाई करते हैं.
चूंकि कुंभ मेला मार्च 2025 तक चलेगा, ऐसे में इनकी पढ़ाई न रुके इसके लिए सरकार ने इनकी कॉलोनी में ही स्कूल की शुरुआत कर दी है. यहां रहकर ये बच्चे न सिर्फ अपना कोर्स पूरा करेंगे बल्कि इन्हें मिड-डे-मील सहित अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ भी मिलेगा. इतना ही नही इन्हें यहां पढ़ाई का प्रमाण पत्र भी जारी किया जाएगा.
मेले के सभी सेक्टर्स में स्कूल शुरू होगा
इतना ही नहीं महाकुंभ के दौरान शिक्षा विभाग मेले के सभी सेक्टर्स में स्कूल शुरू किया गया है और प्रत्येक विद्यालय में दूसरे स्कूलों की तरह ही कई शिक्षकों को भी नियुक्त किया गया है. हर विद्यालय में वही शिक्षण सामग्री भी पढ़ाई जाएगी जो जनवरी-फरवरी में पढ़ाई जाती है. इसके अलावा, शिक्षक छूटे कोर्स रिवीजन भी करवा रहे हैं. इनमें से ज्यादा बच्चे गरीब परिवारों से हैं और सरकारी स्कूलों में उन्हें कई तरफ की सहूलियत और साथियों के साथ खेल कूद का मौका भी मिलेगा.
आप को बता दे कुंभ मेला क्षेत्र में 10000 सफाई कर्मियों की तैनाती की जानी है जिनमें से ज्यादातर दूसरे जिलों और से यहां आए हैं सफाई कर्मियों के अलावा अन्य कामगार और सफाई कर्मियों के परिवार भी मेले में मौजूद हैं ऐसे में काम के साथ-साथ बच्चों की पढ़ाई भी हो रही है. उनके लिए योगी सरकार की तरफ से बड़ा तोहफा होगा.
(आनंद राज की रिपोर्ट)