भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) मद्रास ने हाल ही में घोषणा की कि पहला अंतरराष्ट्रीय परिसर - आईआईटी मद्रास ज़ांज़ीबार की कमान एक महिला निदेशक संभालेगी. यह पहला आईआईटी होगा जिसे एक महिला संभालेगी. आईआईटी मद्रास ज़ांज़ीबार की प्रभारी निदेशक, प्रीति अघलायम ने मीडिया से कहा, “मैं आईआईटी मद्रास की पूर्व छात्रा हूं और संस्थान और देश के लिए इतना बड़ा कुछ करना बहुत बड़ा सम्मान है." आपको बता दें कि यह कैंपस दो कोर्सेज के साथ अक्टूबर 2023 में शुरू होगा.
केंद्र सरकार ने पिछले गुरुवार को घोषणा की थी कि दोनों देशों के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर होने के बाद विदेश में पहला आईआईटी परिसर आईआईटी-मद्रास तंजानियाई द्वीप शहर ज़ांज़ीबार में स्थापित करेगा. यह कदम राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के अनुरूप है, जो सिफारिश करती है कि "उच्च प्रदर्शन करने वाले भारतीय विश्वविद्यालयों को अन्य देशों में परिसर स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा."
आईआईटी-मद्रास के निदेशक वी कामाकोटी ने दिल्ली में एक मीडिया सम्मेलन में बताया कि आईआईटी-एम की पूर्व छात्रा और केमिकल इंजीनियरिंग विभाग में प्रोफेसर प्रीति अघलायम को ज़ांज़ीबार परिसर के प्रभारी निदेशक के रूप में नियुक्त किया गया है.
पहली महिला निदेशक हैं प्रीति अघलायम
कामाकोटी ने कहा कि IIT मद्रास में, हम महिलाओं को नेतृत्व की भूमिका में लाने के लिए बहुत उत्सुक हैं. प्रोफेसर प्रीति आईआईटी निदेशक बनने वाली पहली महिला होंगी. 49 वर्षीय प्रीति अघलायम ने 1995 में आईआईटी मद्रास से केमिकल इंजीनियरिंग में बीटेक किया और 2000 में मैसाचुसेट्स एमहर्स्ट विश्वविद्यालय से पीएचडी पूरी की. उनका शोध केमिकल रिएक्शन इंजीनियरिंग के क्षेत्र में है.
वह 2010 में बतौर फैकल्टी IIT मद्रास में शामिल हुई थीं. वह संस्थान में ग्लोबल एंगेजमेंट कार्यालय में भी काम करती हैं और अंतरराष्ट्रीय शैक्षणिक कार्यक्रमों को संभालती हैं. उन्हें हाल ही में प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार कार्यालय न STEM में 75 महिलाओं में से एक के रूप में स्वीकार किया था.
शुरू हो गया है रजिस्ट्रेशन
वी कामाकोटि ने कहा कि उनके विदेशी परिसर में दाखिले के लिए रजिस्ट्रेशन उनकी आधिकारिक वेबसाइट (https://www.iitm.ac.in/zanzibar/) पर पहले ही शुरू हो चुका है, और जल्द ही उनकी सीनेट प्रवेश प्रक्रिया को अंतिम रूप देगी जिसमें स्क्रीनिंग टेस्ट और एक साक्षात्कार भी शामिल होगा.
संस्थान शुरू में दो कोर्स शुरू करेगा - डेटा साइंस और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में चार साल का बैचलर ऑफ साइंस (बीएससी) और डेटा साइंस और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में दो साल की एम.टेक. इस कोर्स को आईआईटी मद्रास ने डिजाइन किया है. यह भारत सहित दुनिया भर के छात्रों को सर्विस देगा और इस साल कुल 70 छात्रों को प्रवेश दिया जाएगा, जिनमें से 50 ग्रेजुएशन कोर्स में और 20 मास्टर्स कोर्स में हैं. वी कामकोटि ने कहा, "हम 24 अक्टूबर, 2023 को कैंपस शुरू करेंगे, जो संयुक्त राष्ट्र दिवस भी है."
वी कामाकोटि ने यह भी बताया कि अन्य आईआईटी भी अंतरराष्ट्रीय परिसर शुरू करने की उम्मीद कर रहे हैं. आईआईटी दिल्ली उनमें से एक है जो अबू धाबी में एक परिसर स्थापित करने की योजना बना रहा है.