आईआईटी दिल्ली में यूथ आइडियाथॉन के जूनियर कैटेगरी के ग्रैंड फिनाले का आयोजन किया गया. इसमें नोएडा के 4 स्टूडेंट्स की टीम को गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया. आइए जानते हैं इन्होंने क्या बनाया था?
बताया कैसे होगा फायदा
यूथ आइडियाथॉन के जूनियर कैटेगरी में सातवीं क्लास के चार छात्रों वन्या गर्ग, सम्यक राज सिंह, रिया गोयल, निसर्ग खंडेलवाल की टीम ने एक ऐसा ऐप बनाया है, जिससे टीचर्स को फायदा हो सकता है. कोई भी टीचर इस ऐप के जरिए मेडिकल से जुड़ी जानकारी ले सकता है. इसके अलावा इस ऐप की कई और खूबियां हैं. इन चारों स्टूडेंट्स ने जजों के सामने अपने आइडिया का प्रेजेंटेशन दिया. इन्होंने बताया कि इससे देश के शिक्षकों को कैसे फायदा होगा. छात्रों ने बताया कि आखिर ये आइडिया कहां से आया और इसको ग्रामीण स्तर पर कैसे ले जाया जा सकता है.
1.5 लाख बच्चों ने लिया था हिस्सा
थिंकस्टार्टअप की चीफ बिजनेस ऑफिसर वंदना अहलूवालिया ने बताया कि यूथ आइडियाथॉन में इस साल 1.5 लाख बच्चों ने हिस्सा लिया था. उन्होंने कहा कि करीब 8000 स्कूल के बच्चे इसमें शामिल थे. फर्स्ट स्टेज में 1000 टीम को सेलेक्ट किया गया. इसमें करीब 4000 स्टूडेंट्स थे. इसमें सीनियर और जूनियर कैटेगरी के स्टूडेंट्स शामिल थे.
सीनियर और जूनियर कैटेगरी से इतनी टीमों का चयन
वंदना अहलूवालिया ने कहा कि इसके बाद सीनियर कैटेगरी से टॉप 100 टीमों का जबकि जूनियर कैटेगरी से टॉप 50 टीमों का चयन किया गया. उन्होंने कहा कि अगले राउंड में सीनियर कैटेगिरी में 25 टीम को जबकि जूनियर कैटेगरी में 10 टीम को IIT दिल्ली में ग्रैंड फिनाले में प्रेजेंटेशन के लिए बुलाया गया. जूनियर कैटेगरी में टॉप 10 में से टॉप 3 में डीपीएस नोएडा, हैदराबाद का ऑलिवर माउंट स्कूल, दिल्ली के एमिटी इंटरनेशनल स्कूल को जगह मिली.
सीबीएसई ने भी दी है मान्यता
आपको बता दें कि यूथ आइडियाथॉन स्कूली छात्रों के लिए स्टार्टअप विचारों का भारत का सबसे बड़ा त्योहार है, जिसकी स्थापना 2021 में मैनेजमेंट एंटरप्रेन्योरशिप प्रोफेशनल स्किल्स काउंसिल (एमईपीएससी) और थिंकस्टार्टअप की ओर से की गई थी. केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने भी यूथ आइडियाथॉन को मान्यता दी है.
बच्चे देश के हैं भविष्य
एमईपीएससी के सीईओ कर्नल अनिल कुमार पोखरियाल ने कहा कि बच्चे भारत के भविष्य का प्रतिनिधित्व करते हैं और हमारे युवाओं को उद्यमिता की अवधारणा से परिचित कराना समय की मांग बन गई है. छात्रों के उद्यमशील दिमाग न केवल हमारे देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा बल्कि मानवता को अधिक टिकाऊ और उज्ज्वल भविष्य की ओर भी ले जाएगा.
अवॉर्ड्स मिलने पर जताई खुशी
डीपीएस नोएडा की प्रिंसिपल कामिनी भसीन ने अपने स्कूल के बच्चों को ये अवॉर्ड्स मिलने पर खुशी जताई और वन्या, सम्यक राज, रिया और निसर्ग के अच्छे भविष्य के लिए शुभकामना दी. इन चारों छात्रों की मेंटर शिखा गुप्ता थीं. उनकी देखरेख में इन बच्चों को यूथ आइडियाथॉन के लिए आगे बढ़ने की प्रेरणा मिली. पेशे से शिखा गुप्ता टीचर हैं. उन्होंने बच्चों को इस मुकाम तक पहुंचाने में खूब मेहनत की. इसके बाद इन बच्चों ने भी उन्हें निराश नहीं किया. पुरस्कार अपने नाम किया.