कहते हैं कि अगर इंसान का हौसला बुलंद हो और कुछ कर गुजरने की चाहत हो तो परिस्थिति पक्ष में रहे या न रहे फर्क नहीं पड़ता, इंसान अपनी कठिनाइयों से लड़ते हुए जंग जीत ही जाता है. एक ऐसी ही जंग जीती है दिव्यांग लड़के हुसैन ने. हुसैन ने बारहवीं में टॉप करके मिसाल कायम की है. चलिए बताते हैं आपको निम्न परिवार में जन्मे हुसैन की इस यात्रा के बारे में जिसको पढ़कर यकीनन आपको मोटिवेशन मिलेगा.
A-1 पाकर किया जिला टॉप
आज गुजरात के 12वीं आर्ट्स और कॉमर्स स्ट्रीम का रिजल्ट जारी किया गया. जिसमें महीसागर जिले का परिणाम 92.77% आया है. पूरे जिले में तीन छात्रों ने A-1 ग्रेड प्राप्त किया है. इन तीन छात्रों में से एक हैं लुणावाडा में रहने वाले हुसैन शेख. हुसैन दिव्यांग हैं और उन्होंने जिले में बारहवीं कक्षा के कॉमर्स विभाग में 700 मार्क्स में से 651 मार्क्स पाकर टॉपर का स्थान प्राप्त किया है.
दिव्यांग हुसैन का CA बनने का है सपना
हुसैन का जन्म बेहद ही सामान्य मुस्लिम परिवार में हुआ. उनके परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है. हुसैन के पिता गांव-गांव में घूमकर छोटा व्यवसाय कर के परिवार का गुजारा करते हैं. ऐसे में अपने दिव्यांग लड़के को पढना भी उनके लिए मुश्किल था. हुसैन के पिता ने हुसैन का हाजी जी यू पटेल सरकारी हाई स्कूल में दाखिला करवाया और रोज अपने बेटे को पढ़ाई के लिए स्कूल छोड़ने ओर लेने जाते थे. हुसैन ने बारहवीं के बोर्ड एग्जाम के लिए किसी ट्यूशन का सहारा नहीं लिया. सरकारी स्कूल की पढ़ाई और सेल्फ स्टडी करके टॉप स्थान प्राप्त किया है. हुसैन का सपना सीए (CA) बनने का है.
(महिसागर से वीरेन जोशी की रिपोर्ट)