केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की बोर्ड परीक्षाएं 16 नवंबर से शुरू होंगी. यह पहली बार है जब एक साल को सेमेस्टर में विभाजित किया जाएगा और दो बार बोर्ड परीक्षाएं होंगी. प्रत्येक बोर्ड परीक्षा, भले ही एक ही कक्षा के लिए आयोजित की गई हो, उसके अलग-अलग पैटर्न होंगे.
टर्म-1 परीक्षा बहुविकल्पीय परीक्षा होगी. छात्रों को दिए गए विकल्पों में से एक का चयन करना होगा, हालांकि, उत्तर पत्रक या ओएमआर शीट में उत्तर संख्या लिखने के लिए भी जगह होगी. बोर्ड ने सभी स्कूलों के प्रधानाचार्यों को कक्षा 10 और 12 के टर्म-1 की परीक्षाओं में शामिल होने वाले छात्रों को ओएमआर (ऑप्टिकल मार्क रिकग्निशन) शीट समझाने का निर्देश दिया है.
सीबीएसई ने नोटिस जारी कर कहा कि सीबीएसई कक्षा 10 और 12, दोनों के मूल्यांकन के लिए पहली बार ओएमआर का उपयोग कर रहा है. इसलिए यह बहुत जरुरी कि एग्जाम देने वाले सभी छात्रों और स्कूलों को ओएमआर के बारे में पूरी जानकारी होनी चाहिए. इसके अलावा, सीबीएसई ने स्कूलों को छात्रों और शिक्षकों के लिए प्रैक्टिस सेशन आयोजित करने की भी सलाह दी. ताकि ओएमआर शीट को अच्छी तरह से समझा जा सके.
CBSE in a letter directs school principals to demystify to all the students of Class X and XII appearing in Term-1 examinations, the OMR (Optical Mark Recognition) sheet pic.twitter.com/qyPc00RnJt
— ANI (@ANI) November 6, 2021
सीबीएसई ने जारी किए दिशा-निर्देश:
सीबीएसई ने छात्रों और शिक्षकों के लिए ओएमआर शीट भरने के दिशा-निर्देश जारी किए हैं ताकि परीक्षा के समय किसी तरह की कोई परेशानी न हो.
ओएमआर शीट से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें:
1. सीबीएसई प्रश्न पत्रों पर प्रश्नों की कुल संख्या जितनी भी हो, लेकिन प्रत्येक ओएमआर शीट में 60 प्रश्नों के उत्तर देने के लिए जगह होती है. उम्मीदवारों को प्रश्न पत्र में दिए कुल प्रश्नों की संख्या के अनुसार अपने उत्तरों को क्रमबद्ध तरीके से काले या नीले पेन से भरना होगा.
2. अधिकतम प्रश्न संख्या के बाद दिए गए उत्तरों का मूल्यांकन नहीं किया जाएगा। इसलिए, यदि किसी प्रश्न पत्र में 45 प्रश्न हैं और उम्मीदवार ओएमआर शीट पर प्रश्न संख्या 46 को बदलकर, इसे प्रश्न 45 लिखकर उत्तर दे रहा है तो इसका मूल्यांकन नहीं किया जाएगा.
3. ओएमआर शीट पर प्रत्येक प्रश्न के सामने उत्तरों के लिए चार गोले दिए गए हैं, जिन्हें (ए), (बी), (सी), (डी) के रूप में चिह्नित किया गया है. उम्मीदवारों को पेन से अपने उत्तर के अनुसार गोले को भरना होगा.
4. प्रत्येक प्रश्न के सामने उत्तर के लिए चार गोले के बाद एक बॉक्स दिया गया है. उम्मीदवारों को इस बॉक्स में सही उत्तर संख्या विकल्प (ए), (बी), (सी), या (डी) लिखना होगा.
5. यदि कोई उम्मीदवार किसी प्रश्न का उत्तर नहीं दे रहा है, तो उन्हें बॉक्स के बाद दिए पांचवें गोले को भरना होगा. इस गोले में प्रश्न संख्या दी गयी होगी.
6. छात्र अगर अपने उत्तर के बारे में संतुष्ट होकर ही प्रश्न पत्र के सामने दिए गोलों में से एक को भरें. इसके बाद, उन्हें चार गोलों के बाद दिए गए बॉक्स में भी अपना उत्तर संख्या विकल्प लिखना होगा. बॉक्स देने का मकसद सिर्फ इतना है कि अगर कोई उम्मीदवार अपना जवाब बदलना चाहता है तो उसे बॉक्स में लिखा जाए.
7. उम्मीदवारों को गोले और बॉक्स, दोनों में जवाब देना होगा. बॉक्स में लिखे गए उत्तर को आखिरी माना जाएगा.
8. अगर बॉक्स खाली है और उत्तर को सिर्फ गोले में भरा गया है, तो यह माना जाएगा कि छात्र ने प्रश्न का उत्तर नहीं दिया है.
9. अगर उत्तर बॉक्स में लिखा गया है और गोला खाली छोड़ दिया है, तो यह माना जाएगा कि छात्र ने प्रश्न का उत्तर दिया है.
10. लेकिन अगर 4 गोले, बॉक्स और पांचवां गोला- ये तीनों ही चीजें खाली छोड़ी गयी हैं तो माना जाएगा कि छात्र से प्रश्न का उत्तर नहीं दिया है.
दिशानिर्देशों में दिए गए कार्यक्रम के अनुसार स्कूलों को पहले से ओएमआर शीट डाउनलोड करनी होगी (सीबीएसई जल्द ही इसे उपलब्ध कराएगा). केंद्र अधीक्षक को ओएमआर शीट को डाउनलोड करने के बाद सुरक्षित रखनी होंगी. सीबीएसई बोर्ड परीक्षा के दिन केंद्र अधीक्षक की फैक्स की मोहर लगाकर ही इनका उपयोग किया जाएगा.
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