आईआईएम काशीपुर में एमबीए एनालिटिक्स के साल 2023-25 बैच में 69 फीसदी महिलाओं का प्रतिनिधित्व है. इस बैच में कुल 170 स्टूडेंट्स में से महिलाओं की संख्या 118 है. इतना नहीं, आईआईएम काशीपुर में सभी प्रोग्राम में महिलाओं की भागीदारी बढ़ती जा रही है. साल 2021-23 बैच में इनकी संख्या बढ़कर 30 फीसदी रही. उधर, आईआईएम काशीपुर के 11वें दीक्षांत समारोह में 438 छात्रों को एमबीए की डिग्री दी गई.
महिला स्टूडेंट्स में हुआ इजाफा-
आईआईएम काशीपुर के सभी कोर्स में महिला स्टूडेंट्स की संख्या हर बैच में बढ़ती जा रही है. अगर आंकड़ों की बात करें तो साल 2019-21 बैच में इनकी संख्या सिर्फ 11 फीसदी थी. लेकिन साल 2021-23 बैच में इनकी संख्या 30 फीसदी हो गई. आईआईएम काशीपुर के BoG के अध्यक्ष संदीप सिंह ने कहा कि एमबीए एनालिटिक्स में महिलाओं की भागादीरी 69 फीसदी हो गई है, जो शिक्षा के उभरते परिदृश्य को दिखाता है.
438 छात्रों को दी गई डिग्री-
आईआईएम काशीपुर के 11वें दीक्षांत समारोह में 438 छात्रों को स्नातक की डिग्री दी गई. इसमें 232 एमबीए डिग्री, 87 एमबीए एनालिटिक्स डिग्री, 83 एग्जीक्यूटिव एमबीए एनालिटिक्स और 21 कार्यकारी एमबीए डिग्री दी गई. इसके अलावा डॉक्टरेट के 15 विद्वानों को डिग्री दी गई. इस साल 5 गोल्ड, 5 सिल्वर और एक ब्राॉन्ज मेडल दिए गए.
एग्जीक्यूटिव एमबीए एनालिटिक्स के पहले बैच के स्टूडेंट्स को भी डिग्री दी गई. पहले बैच के 83 स्टूडेंट्स को डिग्री दी गई. इनमें से 16 महिला स्टूडेंट्स हैं. बैच का औसत कार्य अनुभव 9.16 साल था, जबकि एक स्टूडेंट के पास 20 साल से अधिक आ कार्य अनुभव था.
हमें कोरिया से सीखने की जरूरत- नागपोरवाला
KPMG India के CEO ऐजदी नागपोरवाला (Yezdi Nagporewalla) ने 10 छात्रों को उनके बेहतरीन प्रदर्शन के लिए मेडल दिए. इस मौके पर ऐजदी नागपोरवाला ने स्टूडेंट्स को सीख दी और कहा कि कोरिया में लोग पहले राष्ट्र, दूसरे कंपनी, तीसरे परिवार और चौथे नंबर पर खुद के बारे में सोचते हैं. हमें उनके सीखने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि अमीर होने का मतलब सफल होना नहीं है. खुश रहना अच्छी बात है. उन्होंने कहा कि व्यक्ति को बड़े लक्ष्य हासिल करने के लिए काम करना चाहिए.
IIM काशीपुर में 5 Curriculum की पढ़ाई-
आईआईएम काशीपुर में 5 नियमित पाठ्यक्रम की पढ़ाई होती है. इसमें एमबीए, एमबीए एनालिटिक्स, एक्जीक्यूटिव एमबीए, एक्जीक्यूटिव एमबीए एनालिटिक्स और एक डॉक्टरेट प्रोग्राम शामिल है. इसके अलावा आईआईएम काशीपुर में कई ऑनलाइन कोर्स की पढ़ाई भी होती है. इसमें 17 ऑनलाइन सर्टिफिकेट प्रोग्राम और 8 एक साल एग्जीक्यूटिव/पीजी सर्टिफिकेट प्रोग्राम शामिल है. इसके अलावा 3 डिप्लोमा प्रोग्राम की चलाया जाता है. आईआईएम काशीपुर के डायरेक्टर प्रोफेसर कुलभूषण बलूनी ने बताया कि इस साल मार्केट में चुनौतियों के बावजूद हमने 200 से अधिक छात्र संगठनों की भागीदारी देखी. जिसमें एमबीए और एमबीए (एनालिटिक्स) बैच को 270 ऑफर दिए गए.
ये भी पढ़ें: