हैदराबाद के उस्मानिया यूनिवर्सिटी में रात के समय चौकीदार की नौकरी करने वाले गोले प्रवीण कुमार ने दो-दो सरकारी नौकरियां हासिल करके सबको हैरत में डाल दिया है. और कहा जा रहा है कि उनके हाथ में तीसरी सरकारी नौकरी भी होगी क्योंकि उन्होंने परीक्षा पास की है. प्रवीण को जल्द ही एक सरकारी संस्थान में छात्रों को पढ़ाते हुए देखा जाएगा. उन्हें पोस्ट ग्रेजुएट पद के लिए नियुक्ति पत्र पहले ही मिल चुका है,और उन्होंने जुनियर लेक्चर्स की फाइनल लिस्ट में भी जगह बना ली.
पिता हैं मिस्त्री तो मां बीड़ी वर्कर
प्रवीण को नियुक्ति पत्र 2 मार्च तक मिलने की उम्मीद है. विश्वविद्यालय के अधिकारियों का मानना है कि प्रवीण ट्रेन्ड ग्रेजुएट (TGT) की नौकरी भी हासिल कर लेंगे. ये नियुक्तियां प्रवीण को उच्च माध्यमिक छात्रों (कक्षा XI और XII) को पढ़ाने के लिए योग्य बनाती हैं और उन्हें 73,000 रुपये से 83,000 रुपये का मासिक वेतन मिलेगा.
वर्तमान में, तेलंगाना के मंचेरियल जिले के एक छोटे से गांव के एक राजमिस्त्री (पिता) और बीड़ी बनाने वाली मां का बेटा 9,000 रुपये का वेतन लेता है. और हालांकि, प्रवीण कुमार इस समय चयन नहीं कर पा रहे हैं, लेकिन उनका जुनियर लेक्चरर की नौकरी में जाना लगभग तय है.
करते रहे सरकारी नौकरी
प्रवीण के पास एमकॉम, बीएड और एमएड जैसी कई डिग्रियां होने के बावजूद उन्होंने चौकीदार की नौकरी (आउटसोर्सिंग कर्मचारी के रूप में) की, ताकि उन्हें सरकारी नौकरियों की तैयारी के लिए पर्याप्त समय मिल सके. उन्होंने कहा कि उन्हें कभी ऐसा नहीं लगा कि वह नौकरी कर रहे हैं. उनके पास एक कमरा था, किताबों और सामग्री तक पहुंच थी और पढ़ाई के लिए समय था. और यही सब मायने रखता है. उन्होंने बताया कि यूनिवर्सिटी के एजुकेशनल मल्टीमीडिया में रात को ड्यूटी के लिए अनुरोध किया था.