भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, मद्रास (IIT Madras) की ओर से 26 मई को जेईई एडवांस्ड 2024 परीक्षा (JEE Advanced 2024 Exam) आयोजित की जाएगी. इस एग्जाम के लिए अपने देश में 170 से ज्यादा सेंटर्स बनाए गए हैं. इतना ही नहीं इस इंजीनियरिंग एंट्रेंस एग्जाम के लिए अन्य देशों में भी केंद्र बनाए गए हैं. इस साल जेईई एडवांस्ड के लिए जेईई मेन 2024 परीक्षा में 250,284 उम्मीदवार ने क्वालिफाई किया है.
आप जेईई एडवांस्ड 2024 परीक्षा एडमिट कार्ड, सिलेबस, मार्किंग स्कीम से जुड़ी डिटेल्स ऑफिशियल वेबसाइट jeeadv.ac.in पर चेक कर सकते हैं. कोई समस्या होने पर iitm.ac.in पर भी संपर्क कर सकते हैं. जेईई एडवांस्ड परीक्षा साल में सिर्फ एक बार होती है. जेईई मेन परीक्षा में सफल होने वाले टॉप रैंकर्स को ही यह परीक्षा देने का मौका मिलता है. इस परीक्षा को पास करने वाले स्टूडेंट्स को देश के टॉप IITs में दाखिला मिलता है.
क्या है ड्रेस कोड
आईआईटी मद्रास ने जेईई एडवांस्ड परीक्षा में शामिल होने वाले स्टूडेंट्स के लिए ड्रेस कोड भी जारी किया है. इसमें उन चीजों की भी लिस्ट है, जिन्हें परीक्षा केंद्र के अंदर बैन किया गया है. इस परीक्षा में शामिल होने वाले छात्र और छात्राएं परीक्षा हॉल में ब्रेसलेट, ईयर रिंग्स, अंगूठी, नोज पिन, ताबीज, बड़े-बड़े झुमके, चेन, हार, ब्रोच को पहनकर जाने की मनाही की गई है.
गहनों और एक्सेसरीज के साथ उम्मीदवारों को बड़े बटन वाले कपड़ों चाहे वह शर्ट हो या फिर कुर्ती पहनकर जाने की मनाही है. स्टूडेंट्स के परीक्षा हॉल में सिंपल सैंडल और चप्पल पहनकर जाने की इजाजत दी जाएगी. किसी भी परीक्षार्थी को बंद जूते पहनकर एंट्री नहीं दी जाएगी. कपड़ों में ज्यादा जेबें नहीं होनी चाहिए.
इन चीजों को लेकर नहीं जाएं
जेईई एडवांस्ड परीक्षा के दौरान एग्जाम सेंटर के अंदर छात्र-छात्राओं को घड़ी, मोबाइल, ब्लूटूथ, ईयरफोन, माइक्रोफोन पेजर, हेल्थ बैंड या कोई अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को लेकर जाने की मनाही है. हाथ से लिखा कागज, लॉग टेबल, राइटिंग पैड, इरेजर, स्केल, ज्योमेट्री/पेंसिल-बॉक्स, पाउच, कैलकुलेटर, पेन ड्राइव, इलेक्ट्रॉनिक पेन/स्कैनर, वॉलेट, हैंडबैग और कैमरा को भी लेकर नहीं जा सकते हैं. जेईई एडवांस्ड परीक्षा के लिए उम्मीदवारों को एडमिट कार्ड के साथ एक वैलिड पहचान पत्र, पेन, पेंसिल, ट्रांसपैरेंट पानी की बोतल को लेकर जाने की अनुमति है.
क्या है रिपोर्टिंग टाइम
जेईई एडवांस्ड परीक्षा में दो पेपर होते हैं. पेपर 1 और पेपर 2. जेईई एडवांस्ड की परीक्षा दो शिफ्ट में होगी. पहली शिफ्ट की परीक्षा सुबह 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक और दूसरी शिफ्ट की परीक्षा दोपहर 2.30 बजे से शाम 5.30 बजे तक चलेगी. हर पेपर के लिए 3 घंटे मिलेंगे. PwD उम्मीदवारों को 4 घंटे का समय दिया जाएगा. जेईई एडवांस्ड रिपोर्टिंग टाइम खत्म होते ही गेट बंद कर दिए जाएंगे. इसके बाद किसी भी स्टूडेंट को अंदर एंट्री नहीं दी जाएगी. विद्यार्थी पेपर 1 के लिए दोपहर 12 बजे और पेपर 2 के लिए शाम 5:30 बजे से पहले एग्जाम हॉल नहीं छोड़ सकते हैं.
ऑनलाइन मोड में होगा एग्जाम
इस साल जेईई एडवांस्ड परीक्षा 306 अंकों की होगी. पिछले कई सालों से मार्क्स में अंतर देखा जा रहा है. पिछले साल यह एंट्रेंस एग्जाम 360 अंकों का हुआ था. एग्जाम ऑनलाइन मोड में लिया जाएगा. एग्जाम मीडियम हिंदी और इंग्लिश रखा गया है. पेपर 1 और पेपर 2 में तीन अलग-अलग सेक्शन होते हैं, जिसमें फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ के सवाल पूछे जाएंगे. प्रश्नों की कुल संख्या 54 होती है, प्रत्येक विषय में 18 प्रश्न होंगे. इस परीक्षा का पैटर्न हर साल बदलता है. परीक्षा का पैटर्न ही नहीं इसमें मार्किंग स्कीम और इंडिविजुअल सब्जेक्ट कटऑफ में भी हर साल बदलाव होता है, जिसके चलते इस परीक्षा को क्रैक करना थोड़ा मुश्किल होता है.
निगेटिव मार्किंग है या नहीं
जेईई एडवांस्ड परीक्षा में निगेटिव मार्किंग की जाती है. इसमें मल्टीपल चॉइस, न्यूमेरिकल आंसर टाइप और मैचिंग टाइप सवाल पूछे जाते हैं. मल्टीपल चॉइस सवाल के हर सही जवाब के लिए तीन अंक मिलेंगे, हर गलत जवाब पर 1 अंक काटा जाएगा. यदि आप किसी सवाल का जवाब नहीं देते हैं तो उसके लिए 0 अंक रहेगा. न्यूमेरिकल आंसर टाइप सवाल में हर सही जवाब के लिए 3 मार्क्स मिलेंगे. किसी गलत जवाब पर निगेटिव मार्किंग नहीं होगी. उसमें 0 अंक मिलेगा. मैचिंग टाइप सवाल में हर सही मैच के लिए 1 अंक दिया जाएगा. गलत मिलान पर 0 अंक मिलेगा.
कैसे सफल और असफल घोषित किए जाते हैं स्टूडेंट्स
इंडिविजुअल सब्जेक्ट कटऑफ का नियम जेईई एडवांस्ड परीक्षा में होता है. इसका मतलब है कि स्टूडेंट को मैथ, फिजिक्स और केमिस्ट्र में से किसी भी एक में इंडिविजुअल सब्जेक्ट कटऑफ से कम अंक प्राप्त होते हैं, तो उसे असफल माना जाएगा. इंडिविजुअल सब्जेक्ट कटऑफ के साथ एग्रीगेट कटऑफ के आधार पर सफल या असफल स्टूडेंट को घोषित किया जाता है.
इंडिविजुअल सब्जेक्ट कटऑफ नियम के अनुसार मैथ, फिजिक्स और केमिस्ट्री (प्रत्येक विषय) में स्टूडेंट को 10 प्रतिशत से ज्यादा अंक लाने होंगे, जबकि तीनों विषयों में मिलाकर 35 प्रतिशत से ज्यादा अंकों की जरूरत होगी. कैटेगरीवाइज कटऑफ की बात करें तो जनरल कैटेगरी के लिए विषय के अनुसार 10 प्रतिशत और एग्रीगेट 35 प्रतिशत से ज्यादा, ईडब्ल्यूएस और ओबीसी के लिए विषय में 9 और एग्रीगेट 31.5 प्रतिशत, एससी-एसटी और दिव्यांग वर्ग के उम्मीदवारों को विषय के अनुसार 5 और एग्रीगेट कटऑफ 17.5 प्रतिशत की जरूरत होगी
इन कोर्सों में ले सकते हैं दाखिला
स्टूडेंट्स जेईई एडवांस्ड परीक्षा पास करके देश के टॉप संस्थानों के 7 कोर्सों बीटेक, बीएस, बीआर्क, बीटेक+एमटेक डुअल डिग्री, बीएस+एमएस डुअल डिग्री, इंटीग्रेटेड एमटेक और इंटीग्रेटेड एमएससी में एडमिशन ले सकते हैं.