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JEE Main 2023: मजदूर के बेटे ने जेईई परीक्षा में किया कमाल, टॉप-20 में हासिल किया स्थान, जानिए संघर्ष की कहानी

बिहार के गया में मजदूर के बेटे गुलशन कुमार जेईई मेन परीक्षा में सफलता हासिल की है. गुलशन ने उन टॉप 20 छात्रों में शामिल हैं जिन्होंने जेईई मेन परीक्षा में 100 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं.

JEE Main Topper Gulshan Kumar JEE Main Topper Gulshan Kumar
हाइलाइट्स
  • मजदूर के बेटे ने जेईई परीक्षा में किया कमाल

  • गुलशन कुमार ने जेईई मेन में हासिल किया टॉप-20 में स्थान

JEE Main 2023: कहावत है कि 'कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती'. इस कथन को बिहार के एक छोटे से गांव पटवा टोली में रहने वाले गुलशन कुमार ने सच कर दिखाया हैं. गुलशन ने देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक जेईई मेंस में सफलता हासिल की है. गुलशन ने परीक्षा में 100 प्रतिशत अंक प्राप्त किए हैं. उनके पिता मजदूर करते हैं. इसके अलावा एक अन्य छात्र अनुराग किशोर ने 98.06 प्रतिशत अंको के साथ इस परीक्षा को पास किया है. परीक्षा में सफलता मिलने के बाद गुलशन कुमार की चारों तरह चर्चाएं हो रही हैं.

गुलशन कुमार ने 'फॉर्च्यूनेट 40' से जेईई परीक्षा की तैयारी की है जो आर्थिक रूप से कमजोर 40 छात्रों को फ्री कोचिंग प्रदान कराती है. गुलशन कुमार सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनना चाहते हैं. 'फॉर्च्यूनेट 40' के संस्थापक चंद रकांत पाटेश्वरी ने कहा है कि पटवा टोली के लड़के-लड़कियां ही नहीं, बल्कि बाहर के बच्चें भी संस्थान का फायदा उठा रहे हैं. यहां दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार के गया जिलें और उसके आसपास के गांवों के कुछ छात्र ऑनलाइन व ऑफलाइन कक्षाओं में शामिल होते हैं. उन्होंने बताया कि प्रतिष्ठित शिक्षकों के अलावा प्रतिष्ठित जेईई पास कर चुके और नौकरी में लगे लड़के छुट्टियों में घर आने पर समय-समय पर युवा का मार्गदर्शन करने के लिए यहां आते रहते हैं.

मजदूरी करते थे गुलशन कुमार के पिता

गुलशन कुमार के पिता तुलसी प्रसाद पहले मजदूरी करते थे. मीडिया से बात करते हुए उनके पिता ने बताया, कि गुलशन को पढ़ाने के लिए परिवार ने मजदूरी तक की हैं. अब वह बुनकर का काम करते हैं. बेटे की उपलब्धि से पूरा परिवार गदगद है. परिवार को उम्मीद है कि बेटा पढ़-लिखकर एक दिन जरुर बड़ा आदमी बनेगा. बता दें कि गुलशन कुमार उन 20 छात्रों में शामिल हैं जिन्होंने 100 प्रतिशत अंकों के साथ को परीक्षा पास की है. 

सफलता में फॉर्च्यूनेट 40 का रहा योगदान

गुलशन ने बताया, कि उन्होंने प्रारंभिक पढाई गया के पटवा टोली से की है. इंजीनियरिंग के लिए उनका चयन फॉर्च्यूनेट 40 में हुआ, जिसके बाद उन्होंने फिट्जी पंजाबी बाग से जेईई मेन परीक्षा की तैयारी की. यहां उन्होंने कई टेस्ट सीरीज बनाईं और लगातार टीचरों के संपर्क में रहे. उन्होने कहा, कि मेरे परिवार और टीचरों के आशीर्वाद से मैनें इस परीक्षा में सफलता हासिल की हैं.