हरियाणा के करनाल में दिहाड़ी मजदूरी करने वाले की एक पिता की बेटी ने जीएसटी इंस्पेक्टर बनकर इतिहास रच दिया है. यह कहानी है करनाल के हांसी की तंग गलियों में अपना बचपन बिताने वाली कोमल की. कोमल आज SSC CGL की परीक्षा पास कर जीएसटी इंस्पेक्टर बन गई हैं. दिहाड़ी मजदूरी करने वाले पिता की इस की बेटी ने न सिर्फ माता पिता, बल्कि परिवार सहित जिले का नाम रोशन किया है.
हाल ही में, 6 माह बाद कोमल ट्रेनिंग करके घर लौटी हैं. ऐसे में, उनके घर पर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है. बेटी के घर आने के बाद परिवार की खुशियों का ठिकाना नहीं रहा। वहीं कोमल का कहना कि मेरा अगला लक्ष्य यूपीएससी का एग्जाम पास करना है।
मुश्किलों से नहीं मानी हार
कोमल के पिता ऋषिपाल दिहाड़ी-मजदूरी करके जैसे-तैसे घर चलाते हैं. लेकिन उन्हें आज बेटी की कामयाबी पर बहुत गर्व है. बचपन से ही उनकी बेटी पढ़ाई में अव्वल रही है. उनका कहना है कि अन्य बच्चों को उनकी बेटी से प्ररेणा लेकर आगे बढ़ाना चाहिए. कोमल के घर पहुंचने के बाद से घर में खुशियां ही खुशियां छाई हुई हैं.
यूट्यूब से तैयारी करके दी एसएससी की परीक्षा
कोमल ने अपना बचपन गरीबी में गुजारा है. पिता दिहाड़ी मजदूरी करके परिवार को पालन पोषण करते थे. तो करनाल से कोमल ने ज्यादातर पढ़ाई की है. राजकीय महिला कॉलेज से बी. कॉम और उसके बाद एम. कॉम की. बाद में, वह एक कोचिंग सेंटर पर गईं और वहां पर उन्होंने बेसिक कॉन्सेप्ट सीखे.
बाद में यूट्यूब की मदद से तैयारी करके सीजीएल 2015 का एग्जाम दिया, लेकिन चार नंबर से उनका एग्जाम पास नहीं हो पाया. इसके बाद यूट्यूब से ही तैयारी करती रहीं और 2018 में सीजीएल क्लीयर हो गया. उसके बाद करीब चार साल का समय लगा, आखिर में इस पद तक पहुंचने में.
नासिक में हुई पोस्टिंग
कोमल ने बताया कि अब नासिक में उन्हें जीएसटी इंस्पेक्टर की पोस्ट मिली है. अभी तो ट्रेनिंग चल रही है. अब उनका अगला लक्ष्य यूपीएससी एग्जाम पास करना है. कोमल कहती है कि हर इंसान को अपने जीवन में एक लक्ष्य रखना चाहिए और उस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करते रहें तो उनका लक्ष्य जरूर पूरा होता है. मेहनत का फल इंसान को जरूर मिलता है.
(कमलदीप की रिपोर्ट)