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एक साथ एग्जाम देने पहुंचे पिता और बेटी, कहानी दिल जीत लेगी

निर्मल के पिता शिवराजन ने पीएचडी में एडमिशन लेने से पहले दो इंजीनियरिंग कॉलेजों में काम किया है. शिवराजन बताते हैं कि मुझे कंप्यूटर में कुछ दिक्कतें आ रही थी. जो मेरी बेटी की मदद से दुरूस्त हो गयी हैं. अब मैं उस क्षेत्र का भी एक्सपर्ट हूं,

Sivarajan K N and Nirmal S Sivarajan K N and Nirmal S
हाइलाइट्स
  • पिता और बेटी ने एक साथ पीएचडी पूरी की

  • प्रोफेसर ने कहा-मेरे लिए खुशी का दिन

ये सुनना बिल्कुल अटपटा नहीं लगता कि एक पिता अपनी बेटी या बेटो को एग्जाम दिलाने एग्जाम सेंटर पर लेकर जा रहा है. लेकिन क्या आपने कभी ये सुना है कि पिता-और बेटी ने एक साथ एक ही दिन एक हि पेपर का एग्जाम दिया..  तिरुअंनतपुरम के एपीजे अब्दुल कलाम टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी (केटीयू) से ऐसा ही एक मामला सामने आया है . जिसमें पिता और बेटी एक साथ एग्जाम हॉल में पहुंचे और सबका ध्यान अपनी तरफ खींच लिया. 

पिता-बेटी ने दिया एक साथ एक ही सबजेक्ट का एग्जाम

दिलचस्प बात यह है कि दोनों ने एक ही विषय चुना था.  बेटी  निर्मल  पलक्कड़  में एनएसएस इंजीनियरिंग कॉलेज, पलक्कड़ में गेस्ट टीचर हैं. उन्होंने कहा कि अपने पिता के साथ पीएचडी करना एक शानदार  अनुभव था. हमने इस दौरान एक- दूसरे का काफी सपोर्ट किया. 

पिता ने कहा- बेटी की बदौलत कर पाया सबकुछ

निर्मल के पिता शिवराजन  ने पीएचडी में एडमिशन लेने से पहले दो इंजीनियरिंग कॉलेजों में काम किया है.  शिवराजन बताते हैं कि मुझे कंप्यूटर में कुछ दिक्कतें आ रही थी. जो मेरी बेटी की मदद से दुरूस्त हो गयी हैं. अब मैं उस क्षेत्र का भी एक्सपर्ट हूं,  त्रिशूर गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज में एक एसोसिएट प्रोफेसर  जैस्मीन ई ए ने कहा कि  पिता और एक बेटी दोनों ही अपनी पढ़ाई को लेकर ईमानदार थे. दोनों का एक साथ पीएचडी खत्म करना मेरे लिए गर्व की बात है.