यूपीएससी की परीक्षा में झज्जर के छोटे से गांव सेहलंगा की मुस्कान डागर ने 72वीं रैंक हासिल करके न सिर्फ अपने गांव और जिले का नाम रोशन किया है. बल्कि हरियाणा का गौरव भी बढ़ाया है. पिछले साल भी मुस्कान ने यूपीएससी की परीक्षा में 474वीं रैंक हासिल की थी. इस साल वह ट्रेनिंग पर थी. लेकिन अब उन्होंने यूपीएएसी की परीक्षा में 72वीं रैंक हासिल की है.
सबसे पहले अपने रिजल्ट को परिजनों को बताया
मुस्कान ने सबसे पहले अपने रिजल्ट को अपने परिजनों को बताया और फिर अपनी ट्रेनिंग से छुट्टी लेकर गांव पहुंची और परिजनों के बीच बैठकर उन गौरान्वित पलों को याद किया जिसका सपना उन्होंने कभी देखा था. सभी ने एक-दूसरे का मुंह मीठा करा कर बंधाई दी.
परिवार में खुशी की लहर
मुस्कान के दादा और दादी के साथ-साथ उनके माता-पिता और परिवार के अन्य लोग फूले नहीं समा रहे हैं. उनके मुंह से बार-बार निकल रहा है कि बेटी के लिए जो सपना उन्होंने देखा था वह सपना पूरा कर बेटी ने उनका मान बढ़ाया है. मुस्कान के दादा कहते है कि उन्होंने रिजल्ट आने के कुछ समय पहले ही सोते हुए मुस्कान के 252वां रैंक आने का सपना देखा था. लेकिन थोड़ृी ही देर बाद ही उनके पोते ने आकर उन्हें जगाया और मुस्कान के 72वीं रैंक आने की बात बताई. उसके बाद तो पूरे परिवार में जैसे जश्र का माहौल हो गया. सभी लोग खुशी से नाचने लगे और इधर-उधर दौड़ लगाते हुए फोन पर दोस्तों, रिश्तेदारों व समाज के लोगों को सूचना देते रहे.
नहीं ली कोई कोचिंग
मुस्कान ने दूसरी बार सफलता हासिल करते हुए इतनी अच्छी रैंक हासिल की है. मुस्कान के पिता ने कहा कि मुस्कान की शुरू से ही पढ़ाई में रुचि थी और मुस्कान ने जो चाहा वही हासिल किया. मुस्कान बताती हैं कि आईएएस बनने के लिए उन्होंने रोज 8 से 12 घंटे पढ़ाई की है. उन्होंने किसी भी तरह की कोई कोचिंग नहीं ली. सेल्फ स्टडीज से ही यह मुकाम हासिल किया है.
सोशल मीडिया से रहती हैं दूर
मुस्कान ने यह भी कहा कि वह हमेशा सोशल मीडिया से दूर रहती हैं. मुस्कान ने इस मुकाम को हासिल करने में अपने अभिभावकों का भी पूरा सहयोग मिलने की बात कही.
(प्रथम शर्मा की रिपोर्ट)