इस साल हुई NEET-UG की परीक्षा में टॉप स्कोर करने वाले छात्रों की संख्या में 83 प्रतिशत बढ़ी है. इस बार 720 में से 700 से ऊपर अंक लाने वाले छात्रों की संख्या 203 है. वहीं, पिछले बार 700 से ज्यादा अंक लाने वाले छात्रों की संख्या 111 थी.
कट ऑफ बढ़ने की संभावना नहीं
2020 की तरह इस बार भी एमबीबीएस / बीडीएस में प्रवेश के लिए कट ऑफ बढ़ने की संभावना नहीं है क्योंकि इस बार 600 और 500 अंक से अधिक लाने वाले उम्मीदवारों की संख्या में थोड़ी गिरावट आई है. नीट परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों में राजस्थान और उत्तर प्रदेश के छात्रों का दबदबा रहा है. अच्छा स्कोर करने वाले ज्यादातर छात्र इन्हीं दो राज्यों से हैं. इसके बाद सफल होने वालों में दिल्ली, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल के छात्र हैं जिन्हें 650 से 699 के बीच अंक मिले हैं.
योग्य उम्मीदवारों की संख्या सिर्फ 0.01% बढ़ी
700 से ज्यादा अंक लाने वाले छात्रों की संख्या इस बार पिछली बार की तुलना में बहुत बढ़ी है लेकिन पिछले वर्ष की तुलना में इस साल योग्य उम्मीदवारों की संख्या सिर्फ 0.01% बढ़ी है. 650 से 699 के बीच अंक पाने वाले छात्रों की संख्या में 0.1% और 600-649 के बीच अंक पाने वाले छात्रों की संख्या में 0.4% गिरावट आई है. 550-599 के बीच अंक लाने वाले छात्रों की संख्या में 0.6% की गिरावट आई है. वहीं, 450 या फिर उससे अधिक अंक पाने वाले छात्रों की संख्या 1.5% बढ़ गई है.
नीट की परीक्षा देने वाले छात्रों के लिए इस बार करीब 81 हजार एमबीबीएस और 39 हजार बीडीएस की सीटें हैं. NEET 2020 के तहत MBBS सीटों की कुल संख्या AIIMS और JIPMER MBBS सीटों के साथ बढ़ गई है. सरकार द्वारा संचालित संस्थानों में, जिनमें एम्स और जिपमर शामिल हैं, लगभग 42,500 सीटें हैं.