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New Labour Code को लेकर अभी भी हो रहे हैं कन्फ्यूज ? समझिए PF और Salary कटौती का पूरा फंडा

केंद्र सरकार के नए लेबर कोड (New Labour Code)के एक जुलाई से लागू होने की पूरी संभावना है लेकिन, अभी भी कई लोग PF और Salary कटौती को लेकर कन्फ्यूज हो रहे हैं. तो आइये समझते हैं क्या है इसका पूर फंडा

New Labour Code New Labour Code
हाइलाइट्स
  • अब आपको करना होगा 12 घंटे काम

New Labour Code को लेकर अभी भी कई लोगों के मन में तरह-तरह के सवाल हैं. सवाल होना लाजमी भी है क्योंकि नए लेबर कोड के बाद आपके काम करने के तरीके, आपके वर्किंग आवर्स और आपकी सैलरी पर इसका पूरा-पूरा असर पड़ने वाला है. इतना ही नहीं आपके वेतन कटौती पर भी इसका सीधा असर पड़ने वाला है. तो चलिए जानते हैं आसान भाषा में, इस नए लेबर कोड के बाद आपको कौन-कौन से बदलाव देखने को मिलेंगे. 

कितना काम करना पड़ेगा ?

न्यू लेबर कोड के से वीकली वर्किंग डेज की संख्या में कमी आएगी, इसका मतलब है की जहां आपको पहले 9 घंटे काम करना होता था अब आपको 12 घंटे काम करना होगा. इसके साथ ही आपको हफ्ते में तीन दिन की छुट्टी दी जाएगी. यानी आपको एक हफ्ते में कुल 48 घंटे अपने काम को देने होंगे. 

PF और Salary कटौती कैसे होगी ?

आपका पीएफ आपके भविष्य की सेविंग की तरह काम करता है. नए लेबर कोड में आपके पीएफ योगदान को बढ़ा दिया जाएगा. इसका असर आपकी बेसिक सैलरी पर भी पड़ेगा. क्योंकि अब आपकी ग्रोस सैलरी आपकी बेसिक सैलरी का कम से कम 50 प्रतिशत होनी चाहिए. आपके पीएफ में केवल आपका योगदान ही नहीं बल्कि इंप्लोयर्स का योगदान भी बढ़ाया जाएगा. इसलिए, यह कर्मचारी की रिटायरमेंट अमाउंट और ग्रेच्युटी अमाउंट में बढ़ोतरी करेगा. 

क्या टेक-होम सैलरी में होगी कटौती ?

जी हां, पीएफ योगदान में बढ़ोतरी के कारण कर्मचारी के टेक-होम वेतन पर भी असर पड़ेगा और इसमें कमी देखने को मिल सकती है. 

क्या इसमें केवल हफ्ते में चार दिन काम करना होगा ?

जी, हां अब आपको एक हफ्ते में चार दिन काम करना होगा और तीन दिन की छुट्टी होगी. कंपनी अब केवल अपने कर्मचारियों से पांच दिन के बजाय चार दिन काम करा पाएंगी. हालांकि, अगर आपको 12 घंटे काम नहीं करना है तो आप एक दिन में पहले की तरह 9 घंटे काम करने का ऑप्शन चुनकर पांच दिन काम कर सकते हैं. 

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