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NEET UG 2025: NTA ने धांधली रोकने के लिए लॉन्च किया नया प्लेटफॉर्म, अब किसी पर भी हो शक तो ऐसे कर सकेंगे शिकायत

इस नए प्लेटफार्म की घोषणा सार्वजनिक परीक्षाएं (अनुचित साधनों की रोकथाम) अधिनियम, 2024 के लागू होने के बाद की गई है. इस अधिनियम में परीक्षाओं में धोखाधड़ी के लिए कड़ी सजा का प्रावधान है. इससे परीक्षाओं में अनुचित साधनों का प्रयोग करने वालों पर रोक लगाई जा सकेगी.

इस ऐप के ज़रिए आप किसी भी तरह की अनियमितता को रिपोर्ट कर सकते हैं. इस ऐप के ज़रिए आप किसी भी तरह की अनियमितता को रिपोर्ट कर सकते हैं.

नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने नीट (NEET) परीक्षा से जुड़ी शिकायतों के लिए एक नया प्लेटफार्म बनाने की घोषणा की है. इसके जरिए उम्मीदवार नीट-यूजी (NEET-UG) 2025 परीक्षा से संबंधित किसी भी संदिग्ध गतिविधि की रिपोर्ट कर सकेंगे. एनटीए को उम्मीद है कि इस कदम के जरिए परीक्षा में होने वाली गड़बड़ियों को रोका जा सकेगा. 

इससे परीक्षा पेपर की किसी भी शख्स तक अनधिकृत पहुंच के दावों की जानकारी देने, परीक्षा सामग्री के बारे में किसी भी किस्म का दावा करने वाले व्यक्तियों की सूचना देने और खुद को एनटीए या सरकारी अधिकारियों बताकर धोखेबाजों की पहचान करने में भी मददगार साबित होगा.

कोई भी कर सकता है शिकायत
इस नए प्लेटफार्म की घोषणा सार्वजनिक परीक्षाएं (अनुचित साधनों की रोकथाम) अधिनियम, 2024 के लागू होने के बाद की गई है. इस अधिनियम में परीक्षाओं में धोखाधड़ी के लिए कड़ी सजा का प्रावधान है. इससे परीक्षाओं में अनुचित साधनों का प्रयोग करने वालों पर रोक लगाई जा सकेगी.

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उम्मीदवार या कोई अन्य व्यक्ति किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी एनटीए की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर दे सकते हैं. इस प्लेटफॉर्म के जरिए शिकायत करने की अंतिम तारीख चार मई, 2025 को शाम पांच बजे शाम तक है जिस दिन नीट-यूजी परीक्षा होनी है.

पहले सामने आई थीं कई गड़बड़ियां
साल 2024 में नीट-यूजी परीक्षा में कई गड़बड़ियां और अनियमितताएं सामने आई थीं. इन गड़बड़ियों ने इस परीक्षा की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए थे. मिसाल के तौर पर:

1. पांच मई 2024 को आयोजित नीट-यूजी परीक्षा के दिन, सोशल मीडिया पर दावे किए गए कि प्रश्न पत्र पहले ही लीक हो गया था. खास तौर पर बिहार के पटना और झारखंड के हजारीबाग से पेपर लीक की खबरें सामने आई थीं. पटना में पुलिस ने 13 लोगों को गिरफ्तार किया, जिनमें चार परीक्षार्थी शामिल थे. इन्होंने कथित तौर पर 30 से 50 लाख रुपये देकर प्रश्न पत्र पहले प्राप्त किया था. 

सुप्रीम कोर्ट ने 23 जुलाई 2024 को माना कि कम से कम 155 छात्रों ने पेपर लीक का सीधा फायदा उठाया था. हालांकि इसे बड़े पैमाने पर प्रशासनिक विफलता नहीं माना गया था. 

2. इसके अलावा ग्रेस मार्क्स को लेकर भी विवाद रहा था. NTA ने 1,563 उम्मीदवारों को कम समय मिलने पर ग्रेस मार्क्स दिए. इसकी वजह से कुछ उम्मीदवारों को 718 और 719 जैसे असामान्य अंक मिले थे. हालांकि एनटीए की मार्किंग स्कीम के तहत यह संभव नहीं था. 

इस फैसले की भी काफी आलोचना हुई थी और 13 जून 2024 को सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर इन ग्रेस मार्क्स को रद्द कर दिया गया था. इन उम्मीदवारों के लिए 23 जून 2024 को दोबारा परीक्षा आयोजित की गई. इसमें 813 उम्मीदवार शामिल हुए थे. 

3. इसके साथ ही असामान्य संख्या में टॉपर्स भी चर्चा में रहे. साल 2024 के नीट-यूजी में 67 छात्रों ने 720/720 अंक प्राप्त किए थे. यह एनटीए के इतिहास में अभूतपूर्व था. खास तौर से हरियाणा के एक ही केंद्र से छह टॉपर्स थे. इसी वजह से अनियमितताओं को लेकर संदेह बढ़ा था. री-एग्जाम के बाद टॉपर्स की संख्या घटकर 67 से 61 हो गई थी.